चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की। मरीजों की मौत होने पर चिकित्सा अधिकारियों के साथ शिकायत तो की जाएगी-भाजपा विधायक अनिता भदेल। अजमेर के जेएलएन अस्पताल को उपकरण खरीद के लिए 5 लाख रुपए और पीपीई किट दिए हैं। दिवंगत चिकित्सक दत्ता के लिए एक लाख रुपए की मशीन भी मंगवाई थी। कांग्रेसी पहले अपने गिरेबान में झांके। रेजीडेंट डॉक्टरों ने विधायक भदेल के खिलाफ कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
अजमेर दक्षिण की भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि 22 मई को उन्होंने जेएलएन अस्पताल के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को लेकर कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की, उनकी नाराजगी अस्पताल की अव्यवस्था और 21 मई की रात को दो-तीन मरीजों की मौत को लेकर थी। अस्पताल प्रशासन ने खुद स्वीकार किया है कि 21 मई की रात को ऑक्सीजन की सेंट्रल पाइप लाइन में तकनीकी खराबी हुई, इसलिए ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हुई। मेरी नाराजगी ऐसी ही अव्यवस्थाओं को लेकर थी। चूंकि अस्पताल के प्रिंसिपल पद पर डॉ. वीर बहादुर सिंह और अधीक्षक के पद पर डॉ. अनिल जैन बैठे हैं, इसलिए मैं इन्हीं के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवा रही थी। मैं जनप्रतिनिधि हंू और मुझे लोगों की भावनाओं को व्यक्त करने का संवैधानिक अधिकार है। मरीजों की मौत पर हम जनप्रतिनिधि नहीं बोलेंगे तो कौन बोलेगा? क्या कुछ लोग आंदोलन की धमकी देकर जनप्रतिनिधियों की आवाज को दबाना चाहते हैं? मैं भी मानती हूं कि कोरोना काल में चिकित्सा और स्वास्थ्य कर्मियों ने खूब मेहनत की है। मैं ऐसे कोरोना योद्धाओं का दिल से सम्मान करती हंू। जेएलएन अस्पताल के लिए कोरोना काल में भी विधायक कोष से 5 लाख रुपए के उपकरण मंगाए गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आव्हान पर वैक्सीन खरीद के लिए तीन करोड़ रुपए की राशि दी है। इतना ही नहीं दिवंगत न्यूरोसर्जन डॉ. बीएस दत्ता के इलाज के लिए एक लाख रुपए की मशीन भी मंगवा कर दी है। मैं हमेशा मुसीबत के समय चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ खड़ी रही हंू। यदि कोरोना काल में चिकित्साधिकारी मानसिक दबाव में है तो ऐसा दबाव हम जनप्रतिनिधि भी झेल रहे हैं। हमें तो अपने विधानसभा क्षेत्र के तीन चार लाख लोगों का ख्याल रखना पड़ता है। विधायक भदेल ने कहा कि अस्पताल के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से उनका कोई विवाद नहीं है। जहां तक कांग्रेस द्वारा आंदोलन की धमकी देने का मामला है तो कांग्रेस को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी आए दिन देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी करते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी वैक्सीन को लेकर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश के आठ करोड़ लोगों में से 5 करोड़ लोगों के लिए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार मुफ्त में वैक्सीन दे रही है। गहलोत सरकार को तो 18 से 45 वर्ष के 3 करोड़ लोगों के लिए वैक्सीन खरीदनी है। इसके लिए प्रत्येक विधायक से तीन तीन करोड़ रुपए लिए गए है तथा अब जन सहयोग से भी राशि एकत्रित की जा रही है। जो कांग्रेस झूठ की बुनियाद पर टिकी है, उसके नेता अब मुझ से माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस पहले अपने देश विरोधी कृत्यों के लिए तो माफी मांगे। जनता का भरोसा है, इसलिए वे अपने दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार विधायक चुनी गई है।कलेक्टर को ज्ञापन:भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने 22 मई को जेएलएन अस्पताल के परिसर में प्रिंसिपल और अधीक्षक के समक्ष जिस भाषा का इस्तेमाल किया, उसके विरोध में 23 मई को अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की अजमेर इकाई के अध्यक्ष गोवर्धन सैनी ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रोजाना चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों के कार्य की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी की विधायक चिकित्सकों पर बेवजह के आरोप लगा रही हैं। उन्होंने कहा कि विधायक भदेल को अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए। यदि भदेल माफी नहीं मांगेंगी तो 24 मई को रेजीडेंट डॉक्टर काली पट्टी बांध कर विरोध प्रकट करेंगे। हो सकता है कि आंदोलन को प्रदेशभर में चलाया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी अस्पतालों में सेवा की भावना से काम कर रहे हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (23-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511