आईएमए की आपत्ति के बाद लाइव डिबेट के प्रोग्राम में आज तक न्यूज चैनल को पतंजलि के विज्ञापनों का प्रसारण रोकना पड़ा। बाबा रामदेव बताए की उनके डेयरी उत्पाद के सीईओ सुनील बंसल की मौत कोरोना संक्रमण से क्यों हो गई-आईएमए। तो क्या अब डॉक्टर समुदाय मेरी जान लेगा-बाबा रामदेव।
देश के लोकप्रिय आजतक न्यूज चैनल पर 25 मई को दोपहर 12 बजे योग गुरु और पतंजलि उत्पादों के प्रमुख बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के महासचिव डॉ. जयश लेले और एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजन शर्मा के बीच लाइव डिबेट का प्रोग्राम हुआ। चैनल एंकर अंजना ओम कश्यप चाहती थी कि बाबा रामदेव और देश के डॉक्टरों के बीच जो विवाद हुआ है, उस पर दोनों पक्षों के तर्क देश के समक्ष आ जाए। एंकर ने सबसे पहले बाबा रामदेव से उनके विवादित बयान पर सफाई देने को कहा। बाबा जब बोल रहे थे, तब आज तक चैनल की स्क्रीन के नीचे और लेफ्ट साइड में पतंजलि के कोरोलीन उत्पाद का विज्ञापन भी प्रसारित हो रहा था। इस पर डॉक्टर राजन शर्मा और डॉ. जयश लेले ने आरोप लगाया कि आज तक का यह प्रोग्राम पतंजलि का प्रयोजित है इसलिए लाइव डेबिट के प्रोग्राम में पतंजलि उत्पादों के विज्ञापन आ रहे हैं। हालांकि एंकर अंजना ने दोनों डॉक्टरों के आरोपों का खंडन किया, लेकिन आपत्ति के बाद चैनल की स्क्रीन पर पतंजलि का कोई विज्ञापन नजर नहीं आया। एक घंटे के लाइव प्रोग्राम में कोई ब्रेक भी नहीं हुआ। डॉक्टर राजन शर्मा और डॉ. जयश लेले ने कहा कि यदि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के उत्पाद कोरोलीन से कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज हो रहा है, तो फिर पतंजलि के डेयरी उत्पादक के सीईओ सुनील बंसल की 23 मई को जयपुर के अस्पताल में कोरोना से मौत कैसे हो गई? चिकित्सकों ने कहा कि बाबा रामदेव के सहयोगी और उनकी कंपनी के सीईओ बालकृष्ण को भी पिछले दिनों दिल्ली के एम्स अस्पताल में एलोपैथी पद्धति से अपना इलाज करवाना पड़ा। दोनों चिकित्सकों ने कहा कि बाबा रामदेव अपने उत्पादों का प्रचार करें, इस पर हमें कोई एतराज नहीं है, लेकिन कोरोना काल में डॉक्टरों और एलोपैथी का मजाक उड़ाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाबा रामदेव ने एलोपैथी को मुर्खतापूर्ण विज्ञान बताया है। बाबा के इस बयान से भारत की दुनिया भर में मजाक उड़ रही है। जब कोरोना काल में लोगों को इसी एलोपैथिक पद्धति से बचाया जा रहा है, जब बाबा का ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं। दोनों चिकित्सकों ने कहा कि कोरोना काल में लोगों की सेवा करते हुए देश के एक हजार डॉक्टर मर गए हैं। उन्होंने माना कि लोगों को स्वास्थ्य रखने में योग और आयुर्वेद का महत्व है। बाबा ने योग और आयुर्वेद के प्रति जागरुकता भी की है। लेकिन बाबा को एलोपैथी का मजाक उड़ाने का कोई अधिकार नहीं है। अब बाबा रामदेव का एक ताजा वीडियो सामने आया है, जिसमें वे योग करते हुए टर्र टर्र कर डॉक्टरों का मजाक उड़ा रहे हैं। दोनों चिकित्सकों ने कहा कि भाजपा की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को दो दिन पहले ही एयरलिफ्ट कर मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। साध्वी भी कोरोना संक्रमित हैं। डेबिट के दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि विवादित बयान को उन्होंने वापस ले लिया है। तो क्या अब डॉक्टर समुदाय उनकी जान लेगा? बाबा ने कहा कि एलोपैथी लाइफ सेविंग ड्रग है, इस पर किसी को भी एतराज नहीं है। लेकिन मैं आज भी यह बात प्रमाणिक तौर पर कहता हूं कि एलोपैथी में कब्ज जैसे साधारण रोग का स्थाई इलाज नहीं है। दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया और मेदांता अस्पताल के प्रमुख डॉ. नरेश त्रेहान ने भी माना है कि योग से शरीर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मैंने लाखों करोड़ों लोगों को प्राणायाम, अनुलोम विलोम, कपालभाति जैसे योग कराकर कोरोना से बचाया है। भले ही चिकित्सक समुदाय न माने लेकिन मेरे योग से कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वास्थ्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि मैं एलोपैथी और चिकित्सकों की कोई आलोचना नहीं कर रहा, लेकिन आयुर्वेद की दवाओं और योग से कोरोना संक्रमण का इलाज संभव है। S.P.MITTAL BLOGGER (25-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511