डॉक्टरों के साथ विवाद में अब बाबा रामदेव ने अपनी ओर से फिल्म अभिनेता आमिर खान को मैदान में उतारा। राजस्थान के लोकप्रिय आईएएस समित शर्मा से जुड़ा सत्यमेव जयते के प्रोग्राम का वीडियो पोस्ट किया और कहा हिम्मत हो तो आमिर खान पर कार्यवाही करवाएं। इस प्रोग्राम में ब्रांडेड और जेनेरिक दवाइयों को लेकर चौंकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। बाबा को अपनी जुबान पर लगाम लगाने की भी जरूरत है।
देशभर के डॉक्टरों की प्रतिनिधि संस्थान इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एलोपैथी पद्धति को लेकर चल रहे विवाद में अब योग गुरु बाबा रामदेव ने अपनी ओर से फिल्म अभिनेता आमिर खान को मैदान में उतार दिया है और चुनौती दी है कि यदि हिम्मत हो तो आमिर खान के खिलाफ कार्यवाही करवाएं। मालूम हो कि बाबा ने अपने एक संबोधन में एलोपैथी को मूर्खतापूर्ण विज्ञान कहा था। हालांकि बाबा ने यह बयान वापस ले लिया, लेकिन एसोसिएशन ने बाबा पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करवा दिया और डॉक्टर वर्ग बाबा की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। इस विवाद में बाबा ने 29 मई को फिल्म अभिनेता आमिर खान के टीवी सीरियल सत्यमेव जयते के 27 मई 2012 को प्रसारित कडी का करीब ढाई मिनट का वीडियो पोस्ट किया है। बाबा के इस वीडियो को मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है। भले ही यह प्रोग्राम 9 वर्ष पहले प्रसारित हुआ हो, लेकिन बाबा ने अब इसे डॉक्टरों के साथ विवाद में हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है। आमिर खान के इस वीडियो के बारे में बताने से पहले वर्ष 2012 में राजस्थान की स्थिति के बारे में बताना जरूरी है। अशोक गहलोत दूसरी बार मुख्यमंत्री 2008 से 2013 के लिए बने थे, तब गहलोत ने प्रदेशभर के सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क दवा योजना शुरू की थी। तब युवा आईएएस डॉ. समित शर्मा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रदेश में निदेशक थे। डॉ. शर्मा ने ही सीएम गहलोत के समक्ष जेनरिक दवाओं का फार्मूला रखा और प्रदेशभर के अस्पतालों में जेनरिक दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाई। तब पूरे देश में सीएम गहलोत के साथ साथ डॉ .समित शर्मा की भी वाहवाही हुई। डॉ. शर्मा की लोकप्रियता को देखते हुए ही तब आमिर खान ने अपने टीवी सीरियल सत्यमेव जायते में डॉ. समित शर्मा को बुलाया और ब्रांडेड व जेनेरिक दवाओं के बारे में देशवासियों को जानकारी दी। इसी प्रोग्राम में डॉ. शर्मा ने बताया कि ब्रांडेड के नाम पर बाजार में किस तरह महंगी दवाइयां बेची जा रही है। आमिर के सवाल पर डॉ. शर्मा ने कहा कि मैं एक डॉक्टर होने के नाते एक पतली दुबली लड़की को सलाह देता हंू कि वह भैंस का एक गिलास दूध प्रतिदिन सेवन करे, लेकिन समस्या तब होती है जब लड़की को कहा जाता है कि दूध रामू की भैंस का ही होना चाहिए। ब्रांडेड होते ही दूध में 500 रुपए लीटर का हो जाता है, जबकि बाजार में भैंस का दूध मात्र 30 रुपए (2012 में) प्रति लीटर में मिल जाता है। आमिर के अगले सवाल पर डॉ. शर्मा ने कहा कि डायबिटीज की एक ब्रांडेड गोली 107 रुपए में मिलती है, जबकि इसी साल्ट की जेनरिक की दस गोलियां एक रुपए 95 पैसे में मिल जाएंगी। इसी प्रकार ब्लड कैंसर में काम आने वाली दवा का ब्रांडेड पाउडर का पैकेट सवा लाख रुपए में मिलता है, जबकि जेनरिक पाउडर की कीमत 1 हजार पांच सौ रुपए से लेकर 10 हजार 800 रुपए तक ही है। डॉ. शर्मा ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं में कोई फर्क नहीं है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लेने के लिए ही कहा जाता है। डॉ. शर्मा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़े बताते हुए कहा कि देश में 65 प्रतिशत आबादी को आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध नहीं हो रही है इसका मुख्य कारण यही है कि बाजार में ब्रांडेड दवाएं वास्तविक कीमत से बहुत ज्यादा महंगी है। बाबा रामदेव ने भले ही इस वीडियो का अब इस्तेमाल किया हो, लेकिन 9 वर्ष पहले भी आमिर खान का यह प्रोग्राम बहुत लोकप्रिय हुआ था, क्योंकि तब लोगों को ब्रांडेड और जेनेरिक दवाओं के मूल्य का अंतर समझ में आया। डॉ. समित शर्मा का उद्देश्य भी लोगों को जेनरिक दवाओं के महत्व के बारे में समझाना रहा। मालूम हो कि मौजूदा समय में डॉ. समित शर्मा राजस्थान में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभा में शासन सचिव के पद पर कार्यरत है।जुबान पर लगाम जरूरी:इसमें कोई दो राय नहीं कि कोरोना काल में देश भर के चिकित्सकों ने भी मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बाबा रामदेव की जागरूकता की वजह से करोड़ों लोगों ने योग के माध्यम से स्वयं को स्वास्थ्य रखा है, लेकिन डॉक्टरों के साथ चल रहे विवाद में बाबा रामदेव को भी अपनी जुबान पर लगाम लगानी चाहिए। जब रामदेव अपने नाम से स्वामी और बाबा लगाते हैं तो उन्हें भाषा पर संयम रखना चाहिए। मुझे गिरफ्तार करने की हिम्मत किसी के बाप में नहीं है या मैं कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा जैसे कथनों से बाबा को बचना चाहिए। कई बार बेवजह के बयान भी उलझा देते हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (31-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511