जितिन प्रसाद का कांग्रेस छोड़ने का मतलब सीधे प्रियंका गांधी के नेतृत्व को चुनौती देना है। उत्तर प्रदेश में 430 में से कांग्रेस के मात्र 7 विधायक हैं। न्यूज चैनलों पर तो राजस्थान के असंतुष्ट कांग्रेसी नेता सचिन पायलट का नाम भी चल गया था। कांग्रेस से तीन पीढिय़ों का नाता था, लेकिन अब खत्म-जितिन प्रसाद।

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण मतदाताओं पर असर रखने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन  प्रसाद 9 जून को भाजपा में शामिल हो गए हैं। जितिन प्रसाद का भाजपा में शामिल होने से ज्यादा महत्व इस बात का है कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी है। जितिन प्रसाद का कांग्रेस छोड़ने का मतलब है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका वाड्रा गांधी के नेतृत्व को चुनौती देना है। सब जानते हैं कि यूपी में अगले वर्ष के शुरू में ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। पिछले तीन वर्षों से प्रियंका गांधी ने यूपी में कांग्रेस की कमान संभाल रखी है। प्रियंका की सक्रियता को  देखते हुए ही उन्हें यूपी का प्रभारी महासचिव भी बनाया गया। यूपी में कांग्रेस का मतलब प्रियंका गांधी ही है। लेकिन जिस तरह से कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद ने कांग्रेस को छोड़ा उससे जाहिर है कि यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व को स्वीकार नहीं किया जा रहा है। भाजपा में शामिल होने के अवसर पर जितिन प्रसाद ने कहा भी वे कांग्रेस में रहते हुए आम लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने माना कि कांग्रेस से तीन पीढिय़ों का नाता रहा है, जो अब खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक राष्ट्रीय दल है। देश में शेष दल तो व्यक्ति विशेष के दल हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश न केवल मजबूत किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का सम्मान बढ़ाया है। मुझे खुशी है कि अब मैं उस भाजपा का कार्यकर्ता हंू जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने बारे में ज्यादा नहीं बोलूंगा। आने वाले दिनों में मेरा काम बोलेगा? इससे पहले केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जितिन प्रसाद के शामिल होने से भाजपा को मजबूती मिलेगी। जितिन प्रसाद 2004-2009 में यूपी से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। उल्लेखनीय है कि जितिन प्रसाद दो बार केंद्र में मंत्री रह चुके हैं और वे राहुल गांधी की कोर टीम के सदस्य थे। मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जितिन प्रसाद दूसरे बड़े नेता हंै जो राहुल गांधी की टीम शामिल थे।
पायलट का नाम भी उछला:
कांग्रेस का एक बड़ा नेता दोपहर एक बजे भाजपा में शामिल होगा,इस खबर का ट्वीट भाजपा के नेता अनिल बलूनी ने 9 जून को सुबह दस बजे ही कर दिया था। इसके बाद न्यूज चैनलों पर उन असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं के नाम उछलने लगे जो भाजपा में शामिल हो सकते थे। चूंकि अनिल बलूनी ने नेता का नाम उजागर नहीं किया था, इसलिए चैनलों पर कयास लगाए गए। इन नेताओं ने राजस्थान से सचिन पायलट और पंजाब से नवजोत सिंह सिद्धू के नाम सामने आए। असल में पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं, तो वहीं राजस्थान में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट आए दिन बयानबाजी कर रहे हैं। पायलट का 8 जून को ही एक अखबार में बयान छपा कि राजस्थान में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं मिल रहा है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (09-06-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511

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