सचिन पायलट की स्टाइल में गोविंद सिंह डोटासरा ने जन्मदिन मनाया। गहलोत सरकार से जुड़े सवालों पर दिग्विजय सिंह ने चुप्पी साधी। पायलट से मुलाकात के बाद दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिले।
एक अक्टूबर को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी अपना जन्मदिन पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट की स्टाइल में मनाया। पायलट सात वर्षों तक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश अध्यक्ष रहते समय पायलट ने अपना जन्मदिन कांग्रेस के मुख्यालय में ही मनाया। पायलट को बधाई देने के लिए प्रदेश भर से कार्यकर्ता जयपुर पहुंचते थे। चूंकि पायलट ने ही जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की थी, इसलिए जिला अध्यक्ष बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को साथ लाते थे। हालांकि अभी प्रदेशभर में पायलट वाले जिला अध्यक्ष ही हैं, लेकिन 1 अक्टूबर को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में डोटासरा को जन्मदिन की बधाई दी। जयपुर के आसपास के जिलों से आए कार्यकर्ताओं की भीड़ की वजह से प्रदेश मुख्यालय के बाहर तीन चार किलोमीटर दूर तक जाम लग गया। असल में डोटासरा को सुबह 10 बजे ही प्रदेश कार्यालय पहुंचना था। लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के कारण डोटासरा 12 बजे कार्यालय में पहुंचे, तब तक कार्यकर्ताओं की जबरदस्त भीड़ जमा हो गई थी, हालांकि इतनी भीड़ के बाद भी डोटासरा ने सभी कार्यकर्ताओं की शुभकामनाएं ग्रहण की और एक-एक कार्यकर्ता से हाथ मिलाया। कार्यकर्ता बड़ी बड़ी मालाएं लेकर डोटासरा के साथ पहुंचे थे। डोटासरा के जन्मदिन पर जयपुर शहर में भी बड़े बड़े होर्डिंग लगाए गए। इसके साथ ही अखबारों में भी विज्ञापन दिए गए।दिग्विजय सिंह ने पायलट, गहलोत से मुलाकात की:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक अक्टूबर को जयपुर प्रवास में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अलग अलग मुलाकात की। दिग्विजय सिंह ने सुबह खासा कोठी में पायलट से मुलाकात की। इसके बाद वे सीएम गहलोत से मिलने के लिए सीएमआर गए। दिग्विजय सिंह गहलोत के साथ कोई डेढ़ घंटे तक रहे। सिंह ने दोपहर का लंच भी गहलोत के साथ ही लिया। इससे पहले सिंह ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर 13 सितंबर को पकड़ी गई तीन हजार किलो हेरोइन के मामले में पत्रकारों से संवाद किया। सिंह ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ मिलने से संदेह होता है। इस पोर्ट का संचालन अडानी समूह के हाथ में है। दिग्विजय सिंह ने मांग की कि अडानी समूह की गतिविधियों की भी जांच होनी चाहिए। पत्रकारों ने जब राजस्थान की राजनीति से जुड़े सवाल किए तो दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे मौजूदा समय में कांग्रेस के किसी भी पद पर नहीं है, इसलिए संगठन से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब नहीं देंगे। लेकिन माना जा रहा है कि दिग्विजय सिंह का एक अक्टूबर जयपुर डेरा राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। पायलट से मुलाकात के बाद सीएम गहलोत से मुलाकात करना राजनीतिक क्षेत्र में कई सवाल खड़े कर रहा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि गहलोत की तरह दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस हाईकमान और गांधी परिवार के प्रति वफादार हैं। सूत्रों की मानें तो गहलोत और दिग्विजय सिंह के बीच कांग्रेस के मौजूदा हालातों के संदर्भ में भी बातचीत हुई है। S.P.MITTAL BLOGGER (01-10-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511