पूर्व सीएम वसुंधरा राजे किशनगढ़ में आरके मार्बल समूह की मेहमान बनी। मैं किसी यात्रा पर नहीं बल्कि शोक संतप्त परिवारों के यहां संवेदना प्रकट करने निकली हूं।
27 नवंबर को भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अजमेर के किशनगढ़ स्थित आरके मार्बल समूह की ग्रेनाइट कटर फैक्ट्री का अवलोकन किया। इस मौके पर उनके साथ समूह के अध्यक्ष अशोक पाटनी, उनके भाई सुरेश पाटनी और महावीर कोठारी आदि साथ थे। राजे ने ई रिक्शा में बैठकर लंबी चौड़ी फैक्ट्री का जायजा लिया। राजे ने माना कि आरके मार्बल समूह ने देश दुनिया में नाम कमाया है। इस समूह की वंडर सीमेंट भी देशभर में खूब बिक रही है। समूह की सफलता पर राजे ने पाटनी बंधुओं को बधाई दी। राजे 26 नवंबर की रात को ही किशनगढ़ पहुंच गई थी। राजे ने रात्रि विश्राम आरके समूह के गेस्ट हाउस में ही किया। रात्रि के समय ही राजे ने किशनगढ़ के निर्दलीय विधायक सुरेश टाक के निवास पर जाकर उनके पुत्र राहुल के विवाह पर बधाई भी दी। टाक के निवास पर भी बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि टाक पूर्व में भाजपा में ही थे। भाजपा में रहते हुए टाक के राजे से आत्मीय संबंध रहे। आरके मार्बल समूह परिवार के साथ ब्रेकफास्ट करने के बाद राजे हेलीकॉप्टर से सलेमाबाद स्थित निंबार्क पीठ पहुंची। यहां पीठ के आचार्य श्याम शरण महाराज से आशीर्वाद ग्रहण किया। किशनगढ़ में मीडिया से संवाद करते हुए राजे ने कहा कि वे किसी यात्रा पर नहीं निकली हैं। वे तो शोक संतप्त परिवारों के यहां संवेदना प्रकट करने जा रही हैं। राजे ने कहा कि मुझे पिछले 20-25 वर्षों से राजस्थान की जनता प्यार दे रही है। कई लोग मेरे सामने बड़े हुए हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि राजे की इस यात्रा को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। राजे के समर्थक जगह जगह भव्य स्वागत कर रहे हैं। सवाल उठता है कि जब राजे शोक संतप्त परिवारों के यहां संवेदनाएं प्रकट करने जा रही हैं तो फिर जश्न जैसा माहौल क्यों है? असल में राजे भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी ताकत दिखा रही हैं। इस बार धार्मिक स्थलों के दर्शन और शोक संतप्त परिवारों की आड़ ली गई है। तो पिछली बार अपने जन्मदिन के अवसर पर गिरिराज जी में शक्ति प्रदर्शन किया था। हालांकि जन्मदिन वाले शक्ति प्रदर्शन का राष्ट्रीय नेतृत्व पर कोई असर नहीं पड़ा। लेकिन अब देखना होगा कि इस धार्मिक यात्रा के शक्ति प्रदर्शन का कितना असर होता है। राजे ने यह दिखाने की कोशिश की है कि वे राजस्थान भाजपा में सबसे लोकप्रिय और प्रभावी नेता हैं। इस यात्रा में राजे ने उन नेताओं को भी अपनी कार में बैठाया जिन्हें मुख्यमंत्री रहते हुए पसंद नहीं करती थी।
S.P.MITTAL BLOGGER (27-11-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511