कोरोना काल में मानव सेवा करने का परिणाम ही है कि जगदगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती अजमेर में डॉ. ज्योत्सना रंगा के निवास पर रहेंगे। शंकराचार्य को ईश्वर का स्वरूप मान कर सेवाभाव से तैयारियों में जुटी है डॉ. ज्योत्सना रंगा। थैलेसीमिक बच्चों के लिए 8 मई को अजमेर में मां भारती ग्रुप की ओर से रक्तदान शिविर।

भारत की सनातन संस्कृति में शंकराचार्य को ईश्वर का स्वरूप माना गया है। ऐसे ईश्वर के स्वरूप गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज तीन दिवसीय यात्रा पर 10 मई को अजमेर आ रहे हैं। शंकराचार्य का अजमेर में प्रवास पंचशील स्थित डॉ. ज्योत्सना रंगा के निवास पर रहेगा। शंकराचार्य के प्रवास को अपने निवास पर डॉ. रंगा कोरोना काल में मानव सेवा करने का परिणाम मानती हैं। शंकराचार्य को अपने आलीशान महलनुमा आवासों में ठहरने के लिए अजमेर के बड़े बड़े धनाढ्य लाइन में थे, लेकिन शंकराचार्य के प्रबंधकों ने डॉ. ज्योत्सना रंगा के पंचशील आवास का ही चयन किया। असल में शंकराचार्य के आवास के चयन में श्रद्धाभाव भी देखा जाता है। असल में कोरोना काल में डॉ. ज्योत्सना रंगा ने संपूर्ण अजमेर शहर में सेवाभाव से अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया। डॉ. रंगा चिकित्सा विभाग में चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत है और मौजूदा समय में पुलिस लाइन स्थित प्राथमिक अस्पताल की प्रभारी हैं। जब कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुई तब डॉ. रंगा के नेतृत्व में ही घर घर से सैम्पल लेने और सर्वे का काम हुआ था। किसी एक व्यक्ति के संक्रमित मिलने पर पूरे इलाके में सैम्पल का काम होता था। जब लोग घर से बाहर निकलने में डरते थे, तब डॉ. रंगा रात और दिन सैम्पल का काम करवा रही थी। संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने का कार्य भी डॉ. रंगा ने हिम्मत के साथ किया। बाद में वैक्सीनेशन के काम भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई यानी डॉ. रंगा ने मानव सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन अब डॉ. रंगा बहुत खुश और उत्साही हैं कि ईश्वर के स्वरूप शंकराचार्य निश्चलानंद महाराज उनके निवास पर ठहर रहे हैं। उनके इससे बड़ा फल और उपहार कोई और नहीं हो सकता है।

यह रहेगा कार्यक्रम:
तय कार्यक्रम के अनुसार शंकराचार्य निश्चलानंद 10 मई को रात 8:20 बजे योगा एक्सप्रेस ट्रेन से अजमेर रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे। शंकराचार्य का रेलवे स्टेशन पर ही भव्य स्वागत होगा। रेलवे स्टेशन से शंकरा आचार्य पंचशील स्थित डॉ. ज्योत्सना रंगा के निवास पर पहुंचेंगे। रात्रि विश्राम के बाद 11 मई को प्रात: 10 बजे पंचशील बी ब्लॉक स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर परिसर में जिज्ञासा समाधान शिविर होगा। इसमें शंकराचार्य आम लोगों के सवालों का जवाब देंगे। इस दिन शाम को 5 बजे मदार गेट चौराहे से जन जागरण यात्रा निकलेगी जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सायं सात बजे जवाहर रंगमंच पर पहुंचेगी। इसी स्थान पर हिन्दू राष्ट्र संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। 12 मई को सायं चार बजे तक शंकराचार्य डॉ. ज्योत्सना रंगा के निवास पर ही आमंत्रित व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे। शंकराचार्य का सायं चार बजे पुष्कर जाने का कार्यक्रम है। शंकराचार्य के आशीर्वाद के लिए मोबाइल नंबर 9413851400 पर डॉ. ज्योत्सना रंगा से संवाद किया जा सकता है।

रक्तदान शिविर:
थैलेसीमिक बच्चों के लिए मां भारती ग्रुप राजस्थान की ओर से 8 मई को अजमेर के जेएलएन अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। ग्रुप के प्रमुख पवन ढिल्लीवाल ने बताया कि थैलेसीमिया रोग से पीडि़त बच्चों को एक माह में तीन-चार बार ब्लड की जरुरत होती है। अजमेर में 170 बच्चे थैलेसीमिया रोग से पीडि़त है। इतने बच्चों के लिए ब्लड की जरूरत को देखते हुए मां भारती ग्रुप ने 8 मई को विप्र थैलेसिमिया शिविर लगाया है। शिविर में 300 यूनिट ब्लड एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। ढिल्लीवाल ने बताया कि ग्रुप के कार्यकर्ता रक्तदान के लिए उपस्थित रहेंगे। लेकिन फिर भी कोई व्यक्ति स्वेच्छा से रक्तदान करना चाहता है तो प्रातः: 10 बजे से 3 बजे तक जेएलएन अस्पताल आ सकता है। एकत्रित रक्त पूरी तरह थैलेसीमिया रोग से पीडि़त बच्चों के लिए सुरक्षित रहेगा। शिविर के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9829544844 पर पवन ढिल्लीवाल से ली जा सकती है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (07-05-2022)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

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