आखिर भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन है? राहुल गांधी सीआरपीएफ के अधिकारियों के निर्देशों का पालन क्यों नहीं करते?
29 दिसंबर को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से स्पष्ट किया गया है कि भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। राहुल ने अपनी यात्रा में तब तक 113 बार सुरक्षा नियमों को तोड़ा है। सीआरपीएफ ने अपनी एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी भेजी है। सीआरपीएफ का बयान तब आया है, जब 27 दिसंबर को ही कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। कांग्रेस का कहना रहा कि राहुल की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, इसलिए भारत जोड़ो यात्रा में राहुल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। सबने देखा है कि भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी स्वतंत्र होकर पैदल चलते हैं। कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता यात्रा में साथ होते हैं। हालांकि भीड़ में भी सीआरपीएफ के अधिकारी राहुल के लिए घेरा बनाते हैं, लेकिन अनेक बार राहुल गांधी सुरक्षा घेरे को तोड़ कर अनजान लोगों से मिलते हैं। ऐसे में राहुल की सुरक्षा को खतरा हो जाता है। इसलिए कांग्रेस की आशंका जायजा है। खुद कांग्रेस मानती है कि जब यात्रा उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू कश्मीर से गुजरेगी, तब राहुल को ज्यादा खतरा है। हालांकि राज्यों में सुरक्षा देने का काम राज्य पुलिस का होता है, लेकिन गांधी परिवार का सदस्य होने के नाते राहुल को केंद्रीय सुरक्षा बलों की विशेष सुरक्षा मिली हुई है। पूर्व में तो गांधी परिवार के सदस्यों को प्रधानमंत्री को मिलने वाली एसपीजी कमांडो की सुविधा थी, लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने एसपीजी की सुविधा की जगह सीआरपीएफ की सुरक्षा उपलब्ध करवाई। राहुल गांधी के अपास पार सीआरपीएफ के भी वही अधिकारी रहते हैं जो एसपीजी में काम कर चुके हैं। आमतौर पर सुरक्षा प्राप्त नेता या अन्य कोई व्यक्ति अपने सुरक्षा अधिकारियों के दिशा निर्देशों का पालन करता है, लेकिन राहुल गांधी उन नेताओं में शामिल हैं जो सुरक्षा नियमों का बार बार उल्लंघन करते हैं। ऐसे में सुरक्षा संभव नहीं होती। 100 दिनों की भारत जोड़ों यात्रा में यदि राहुल ने 113 बार सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया है तो इससे सुरक्षा के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। यदि राहुल गांधी स्वयं ही सुरक्षा चक्र को तोड़ेंगे तो फिर सुरक्षा का जिम्मेदार कौन होगा? राहुल गांधी को चाहिए कि वे पद यात्रा में सीआरपीएफ के दिशा निर्देशों का पालन करें। क्योंकि भीड़ में कोई भी शरारती तत्व राहुल को नुकसान पहुंचा सकता है। राहुल को यह भी समझना चाहिए कि उनकी दादीजी श्रीमती इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी भी हिंसा के शिकार हुए थे।
S.P.MITTAL BLOGGER (29-12-2022)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511