धार्मिक मसलो को छोड़कर मुसलमानों को एकजुट होने की जरुरत। विभिन्न पंथों के मानने वाले मुस्लिम प्रतिनिधियों ने अजमेर में बैठक की। जैन-अग्रवाल समाज का 32 जोड़ों का केकड़ी में सामूहिक विवाह। पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल मित्तल की प्रभावी भूमिका।

मुसलमानों में भी अपने इस्लाम धर्म को लेकर अलग अलग राय है। रस्मों को अपनाने को लेकर भी अलग अलग विचार हैं। शिया-सुन्नी के विवाद तो जगजाहिर है, लेकिन अब अजमेर में सभी पंथों के मुसलमानों को एकजुट करने के प्रयास हो रहे हैं। 11 जून को भी बैठक में विभिन्न पंथों के मुस्लिम प्रतिनिधि एक जाजम पर बैठे और निर्णय लिया कि मौजूदा  हालातों में मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है। प्रतिनिधियों का मानना रहा कि राजनीति में भाजपा के नेता मुसलमानों को अपना नहीं मानते और कांग्रेस के नेता मुसलमानों के वोट अपने जेब में मानते हैं। ऐसे में राजनीति में मुसलमानों को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है।
मुस्लिम एकता मंच के बैनर तले हुई बैठक में मुस्लिम समाज के विभिन्न पंथों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया सभी ने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान हालातों को ध्यान में रखते हुए सभी को एकजुट होकर अपने धार्मिक मामलों को अलग रखकर सामाजिक एकता का मुजाहेरा करने की जरूरत है मुस्लिम समाज आजादी के बाद से पिछड़ ता चला आ रहा है उसकी मुख्य वजह यह है कि समाज अलग-अलग मज़हबी मामलो को लेकर बिखर गया और अपने सामाजिक मामलों को भूल गया जिसकी वजह से मुस्लिम समाज आर्थिक राजनीतिक और शैक्षणिक स्तर पर निचले पायदान पर पहुंच गया है ऐसे में अब सभी को इस पर गौरव फिक्र करते हुए सामूहिक एकता का परिचय देना होगा ताकि आने वाले समय में मुस्लिम समाज मुख्यधारा का हिस्सा बनकर विकास के पथ पर अग्रसर हो सके वक्ताओं ने कहां की राजनीतिक तौर पर भी समाज में चेतना की आवश्यकता है इसलिए सभी को एकजुट होकर सामूहिक निर्णय लेने होंगे जो कि समाज को मजबूत करेंगे सभी फिरको के प्रतिनिधियों ने कहा कि अब अजमेर से यह तय किया जा रहा है कि मुस्लिम समाज के सभी पंथ के प्रतिनिधि मिलकर समाज मजबूत करने के लिए एकजुट रहेंगे जब भी कहीं जरूरत होगी सभी साथ खड़े रहेंगे साथ और इस बात पर भी जोर दिया गया कि शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी चेतना की आवश्यकता है सभी अपने अपने पंथ में इस बात को रखेंगे कि बालिका शिक्षा पर महत्वपूर्ण ध्यान दिया जाए साथ ही उच्च शिक्षा के प्रति नौजवानों सही मार्गदर्शन मिले इसके लिए सभी सामूहिक रूप से एक दूसरे की मदद करेंगे। बैठक में अब्दुल बारी चिश्ती, मौलाना शमीमुल हसन, पीर सैय्यद फखर काजमी, नवाब हिदायत उल्ला, काज़ी मुन्नवर अली, पीर नफीस मियां चिश्ती, पार्षद मोहम्मद शाकिर, अहसान मिजऱ्ा, एडवोकेट हाजी फय्याज उल्ला, मोहम्मद अलीमुद्दीन, अब्दुल मुगनी चिश्ती, सैय्यद अनवर चिश्ती, एतेजाज अहमद, मोइन खान, हुमायू खान, कमरुद्दीन सांखला, अब्दुल नईम खान, आसिफ अली, अली हैदर, असलम खंडेला, इफ्तेखार सिद्दीकी, मोहम्मद इकबाल, हाजी रईस कुरैशी, कय्यूम खान, रिज़वान लजवान, मुबारक खान, उस्मान घडिय़ाली, सैय्यद इब्राहिम, सैयद ज़ोहेब हसन, अमजद, जुल्फिकार, ज़ीशान चिश्ती, हाशम अली, रुस्तम घोसी, करामात अब्बासी, मौलाना मोहम्मद रफीक, अब्दुल सलाम, एहसान सुल्तानी, अबदुल सलाम, महताब, वसीम सिद्धिकी, बिलाल, आशिक, फजलू रहमान, शरीफ़ मोहम्मद आदि मौजूद रहे। एकता के इन प्रयासों के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9214003786 पर नवाब हिदायतउल्ला से ली जा सकती है। 
केकड़ी में सामूहिक विवाह:
अग्रवाल समाज के जिन परिवारों ने जैन विचारों को आत्मसात कर रखा है और जैन संतों-आचार्यों को अपना गुरु माना है उन अग्रवाल परिवारों को सामूहिक विवाह समारोह 11 जून को केकड़ी में आदिनाथ वाटिका में संपन्न हुआ। इस समारोह में  32 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया। समारोह को सफल बनने में केकड़ी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अनिल मित्तल की प्रभावी भूमिका ही। पहले 32 जोड़ों का चयन और फिर समाज के लोगों को एकत्रित करने के लिए मित्तल ने अथक प्रयास किए। इस मौके पर वर वधुओं के माता पिता बनने का सौभाग्य महावीर प्रसाद, गटका देवी, चंद्रप्रकाश रामथला वाले को मिला तथा एक जोड़े की गोद भराई का पुण्यार्जन गोविन्द कुमार, राजकुमार, उत्कर्ष, सक्षम, पंत जैन सदारा वालों को मिला। जैन अग्रवाल समाज का यह पहला अत्याधुनिक सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें प्रत्येक जोड़े को बग्गी में सवार कर शाही अंदाज से बिंदोली निकाली गई।  बिंदोली  सापुणदा रोड़ स्थित नेमिनाथ मंदिर से प्रारम्भ हुई जो विभिन्न मार्गों से होते हुए आदिनाथ वाटिका पहुंकर सम्पन्न हुई। बिंदौली के दौरान दुल्हा.दुल्हन के रिश्तेदार नाचते हुए चल रहे थे। बिंदौली में 17 बग्गियों में वर.वधु सवार थे तथा भगवान अग्रसेन व महावीर स्वामी की आकर्षक झांकी साथ चल रही थी। अग्रवाल समाज के 22वें सामूहिक विवाह सम्मेलन में शाही अंदाज में हाथी घोड़े ऊंट ढोल बैंड़ बाजे शामिल थे। बिंदौली के स्वागत के लिए समाज के लोगों द्वारा जगह.जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया था कई स्थानों पर शीतल पेयजल व शरबत की व्यवस्था की गई।बिन्दौली का स्वागत पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल मित्तल ने सपरिवार अपने घर के बाहर सभी दुल्हनों को चुनरी ओढ़ाकर किया ।  बिंदौली के पश्चात सामूहिक विवाह स्थल प्रात: सवा 11 बजे आदिनाथ वाटिका के मुख्य द्वार पर तोरण की रस्म अदा की गई। जिसमें सभी दूल्हों ने एक साथ तोरण मारकर अन्य रस्म अदा की  तथा सामूहिक रूप में दुल्हा.दुल्हनों ने शाही ठाठ बाट के साथ विवाह पंडाल में प्रवेश किया व दोपहर 1 बजे दुल्हा.दुल्हनों द्वारा एक.दूसरे को वरमाला पहनाई गई। दोपहर में 2 बजे विद्वान पंडितों के सानिध्य में एक साथ सात फेरों की रस्म अदा की गई। फेरों के बाद आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया जिसमें समाज के बड़े बुजुर्गों व रिश्तेदारों द्वारा नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया गया। सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति के अध्यक्ष मुकेश जैन, अनिल मित्तल, आशुतोष सिंघल, विनोद जैन, अशोक रांटा, राजेन्द्र जैन, अमर चंद चोरुका, के सी जैन, कमलेश जैन, अशोक सिंघल, दिलीप जैन, कमल भालए ज्ञान चंद जैन, शम्भू जैन, महावीर प्रसाद जैन, पारस बाजटा, पारस मल पारा सहित युवा परिषद महिला मंडल के सदस्यों ने भागीदारी निभाई। सामूहिक विवाह सम्मेलन में अग्रवाल चौरासी क्षेत्र के केकड़ी, टोंक, निवाई, मालपुरा, उनियारा फागी, रेनवाल, चाकसू, देवली, जयपुर कोटा, भीलवाड़ा, सिवाड़, पीपलू, देई नेनवा से समाज के लोग शामिल हुए। जैन अग्रवाल सामूहिक विवाह सम्मेलन की पूर्व संध्या पर विवाह स्थल आदिनाथ वाटिका में महिला संगीत का आयोजन किया गया। महिला संगीत में शहर के तीनो मंदिर के अध्यक्ष अमर चंद चोरुका महावीर प्रसाद जैन टीकम चंद जैन ने अग्रसेन महाराज के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम संयोजिका व महिला परिषद की केंद्रीय अध्यक्ष इन्दु मित्तल ने बताया कि सर्वप्रथम महिला परिषद ब्लॉक केकड़ी की सदस्याओं ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। इसके बाद राजुल महिला मंडल, त्रिशला महिला मंडल, ब्राह्मी सुंदरी बालिका मंडल, शांतिनाथ बहु मंडल, आदिनाथ बहु मंडल, वामा महिला मंडल व विशुद्ध वर्धनी महिला मंडल आदिनाथ अकादमी व आदिनाथ जैन पाठशाला के बच्चों ने एक से बढ़कर सामूहिक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। सह संयोजिका व महिला परिषद की ब्लॉक अध्यक्ष चन्द्रकला जैन ने बताया कि मोना जैन बघेरा व शांतिनाथ बहु मंडल ने राजस्थानी चरी नृत्य प्रस्तुत किया। नृत्य में कीलए कांच के गिलास से तेज धार वाले चाकू व परात पर चरी नृत्य कर दर्शकों की जमकर तालियां बटौरी। इस मौके पर सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति के अध्यक्ष मुकेश जैन व महामंत्री रितेश जैन ने सभी महिला कलाकारों के मंडलों को पारितोषिक प्रदान किये।

S.P.MITTAL BLOGGER (12-06-2023)
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