अजमेर उत्तर में सारस्वत और शेखावत की उम्मीदवारी से देवनानी को फायदा। अजमेर देहात की पांचों सीटों पर भाजपा की जीत तय। कोई भी दायित्ववान कार्यकर्ता बागी नहीं-भूतड़ा। नाराज उम्मीदवारों को मनाने की कवायद-रमेश सोनी। कांग्रेस की गारंटी यात्रा धनतेरस पर अजमेर आएगी।

अजमेर जिले में उत्तर विधानसभा सीट सबसे हॉट बनी हुई है। क्योंकि यहां लगातार पांचवीं बार भाजपा के वासुदेव देवनानी उम्मीदवार हैं। देवनानी गत चार बार चुनाव जीते हैं और दो बार भाजपा सरकार में मंत्री भी रहे हैं। लेकिन इस बार देवनानी को हराने के लिए भाजपा के तीन बड़े नेताओं ने संकल्प लिया है और ये तीनों बड़े नेता निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर देवनानी के सामने चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं की तीन बार के पार्षद ज्ञान सारस्वत और नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेंद्र सिंह शेखावत का दबदबा है। दोनों ही इस क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। यही वजह है कि दोनों को उम्मीद है कि इस बार चुनाव वे ही जीतेंगे। चुनाव कौन जीतेगा यह तो 3 दिसंबर को परिणाम के बाद ही पता चलेगा, लेकिन यदि सारस्वत और शेखावत उम्मीदवार बने रहते हैं तो इसका कुछ फायदा भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी देवनानी को होगा। सारस्वत और शेखावत दोनों ही सिर्फ भाजपा के वोट ही नहीं लेंगे बल्कि अपने व्यक्तिगत संबंधों से कांग्रेस के वोट भी हासिल करेंगे। सारस्वत जहां नौसर घाटी और नागफनी क्षेत्र के मुस्लिम मतदाताओं के भी वोट प्राप्त करेंगे, वहीं शेखावत राजपूत समाज के वोट हासिल करेंगे। सारस्वत मुसलमानों के जितने वोट लेंगे उतना ही फायदा देवनानी को होगा, इसी प्रकार शेखावत राजपूत समुदाय के वोट लेते हैं तो भी देवनानी को लाभ मिलेगा। कांग्रेस ने महेंद्र सिंह रलावता को उम्मीदवार बनाया है। रलावता इस बार स्वयं की जीत को पक्का मान रहे हैं। क्योंकि भाजपा उम्मीदवार देवनानी को अपने ही बागियों से मुकाबला करना पड़ रहा है। रलावता के समर्थकों का कहना है कि शेखावत और सारस्वत की उम्मीदवारी से भाजपा के वोटों का विभाजन होगा,जिसका फायदा रलावता को होगा। जहां तक हाथीखेड़ा के सरपंच लाल सिंह रावत का सवाल है तो लाल सिंह की उम्मीदवारी का सीधा नुकसान देवनानी को है। लाल सिंह अपने समुदाय के वोट प्राप्त करेंगे। रावत समुदाय सामान्य तौर पर भाजपा का समर्थक है। 
जीत का दावा:
भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष देवी शंकर भूतड़ा ने दावा किया है कि देहात क्षेत्र की सभी पांच सीट नसीराबाद, ब्यावर, मसूदा, केकड़ी और पुष्कर में भाजपा की जीत तय है। उन्होंने बताया कि इन पांचों सीटों पर भाजपा का कोई भी दायित्ववान कार्यकर्ता बागी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव नहीं लड़ रहा है। पुष्कर से अशोक सिंह रावत ओबीसी मोर्चे के जिला अध्यक्ष थे, जिन्हें पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। वैसे भी अशोक सिंह ने अब आरएलपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भूतड़ा ने कहा कि मसूदा से भाजपा ने साधारण कार्यकर्ता वीरेंद्र सिंह कानावत को उम्मीदवार बनाया है, जिसकी वजह से जिले भर के कार्यकर्ताओं में उत्साह है। उन्होंने कहा कि मसूदा से दावेदार शिवराज पलाड़ा ने भी अधिकृत उम्मीदवार का समर्थन कर दिया है। मसूदा से कानावत को जीतवाने के लिए भाजपा एकजुट है। भूतड़ा ने कहा कि भाजपा को केकड़ी से भी बड़ी जीत मिलेगी। यहां भाजपा के उम्मीदवार शत्रुघ्न गौतम कांग्रेस के रघु शर्मा को बुरी तरह हराएंगे। रघु के प्रति नाराजगी का फायदा भी भाजपा को मिलेगा। भूतड़ा ने कहा कि नसीराबाद से भी भाजपा उम्मीदवार रामस्वरूप लांबा की आसान जीत है। लांबा ने विधायक रहते हुए पांच वर्षों में अपने क्षेत्र से लगाता संपर्क बनाए रखा है, जिसका फायदा भाजपा को मिल रहा है, जबकि कांग्रेस में फूट नजर आ रही है। भूतड़ा ने कहा कि ब्यावर में भले ही कुछ कार्यकर्ता नाराज हो, लेकिन धीरे धीरे यह नाराजगी दूर हो जाएगी। उन्होंने घोषित प्रत्याशी शंकर सिंह रावत की जीत का भी दावा किया। भूतड़ा ने माना पुष्कर में शुरुआत दिनों भाजपा के प्रत्याशी सुरेश सिंह रावत के प्रति नाराजगी देखने को मिली थी, लेकिन अब पुष्कर में भी स्थिति नियंत्रण में है। पुष्कर में कांग्रेस में ज्यादा फूट नजर आ रही है। अशोक सिंह रावत के बागी होने के बाद कांग्रेस के राजेंद्र सिंह रावत भाजपा में शामिल हो गए हैं, उन्होंने कहा कि पुष्कर हिंदुओं का तीर्थ स्थल है और भाजपा हमेशा सनातन धर्म के साथ रही है। ऐसे में पुष्कर से भाजपा उम्मीदवार की जीत पर कोई संदेश नहीं है। भूतड़ा ने कहा कि अजमेर देहात में भाजपा का कार्यकर्ता उत्साहित हैं। 
मनाने की कवायद:
संगठन की दृष्टि से भाजपा ने पांच सीटें देहात और तीन सीटें शहर जिला में आती हैं। शहर में अजमेर उत्तर और दक्षिण के साथ किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र भी आता है। भाजपा के शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा कि उत्तर क्षेत्र में नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बड़े नेताओं की एक कमेटी भी बनाई है। जिन नाराज नेताओं ने नामांकन किया है उनके नामांकन वापस करवाने के प्रयास हो रहे हैं। सोनी ने उम्मीद जताई की नाम वापसी के अंतिम दिन 9 नवंबर को कई नेता अपना नाम वापस ले लेंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी नाराज नेताओं से संवाद कर रहे हैं। सोनी ने कहा कि शहर की दोनों और किशनगढ़ सीट पर भाजपा की जीत तय है। उन्होंने किशनगढ़ से भाजपा उम्मीदवार और मौजूदा सांसद भागीरथ चौधरी की जीत को बेहद आसान बताया। सोनी ने कहा कि अजमेर उत्तर से वासुदेव देवनानी और दक्षिण से श्रीमती अनीता भदेल को चार बार का अनुभव है, दोनों के अनुभव पांचवीं बार भी काम आएगी। शहरभर के कार्यकर्ता दोनों उम्मीदवारों को जीताने में लगे हुए हैं। 
धनतेरस पर गारंटी यात्रा:
शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने बताया कि कांग्रेस की गारंटी यात्रा 10 नवंबर को अजमेर आएगी। इस यात्रा के माध्यम से उन सात गांरटियों की जानकारी मतदाताओं को दी जाएगी, जिसका फायदा सीधे रूप से आम लोगों को मिलेगा। जैन ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पूर्व में कई योजनाओं को लागू किया है और अब चुनाव के दौरान सात और वादे किए हैं कांग्रेस की सरकार बनती है तो एक करोड़ 5 लाख परिवार की महिला मुखिया को सालाना दस हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इसी प्रकार इन परिवारों को पांच सौ रुपए में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ देने के लिए कानून बनाया जाएगा। आपदा काल में 15 लाख रुपए का बीमा होगा। इतना ही नहीं सरकारी कॉलेज में प्रवेश लेने वाले हर विद्यार्थी को नि:शुल्क लैपटॉप दिया जाएगा। सरकार दो रुपए किलो के भाव से गोबर की खरीद भी करेगी। कांग्रेस की इन चुनावी गारंटियों को आम मतदाता तक पहुंचाने के लिए ही प्रदेश भर में गारंटी यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने माना कि धनतेरस का पर्व होने के कारण कार्यकर्ता भी व्यस्त रहेंगे। लेकिन फिर भी पार्टी के निर्देश के अनुरूप गारंटी यात्रा को शहर भर में घुमाया जाएगा। 


S.P.MITTAL BLOGGER (07-11-2023)

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