अजमेर में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के लिए डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी की मजबूत दावेदारी।
21 दिसंबर को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की अध्यक्षता में कार्य समिति की बैठक हुई। इस बैठक में पांच माह बाद होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार बैठक में आम राय थी कि जिन राज्यों में किसी दल के साथ समझौते की संभावना नहीं है, उन राज्यों में उम्मीदवारों की घोषणा जनवरी माह में ही कर दी जाए ताकि घोषित उम्मीदवार को प्रचार करने का पूरा अवसर मिल सके। राजस्थान में भी कांग्रेस किसी भी दल से समझौता नहीं करेंगे, इसलिए राजस्थान की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के कुछ नेता भले ही विधानसभा चुनाव की हार से उभर नहीं पाए हो, लेकिन अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने अजमेर से कांग्रेस का उम्मीदवार बनने के लिए सक्रियता दिखाना शुरू कर दिया है। चौधरी ने इस संबंध में प्रदेश और राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा भी की है। चौधरी का कहना है कि गत 25 वर्षों से अजमेर डेयरी का अध्यक्ष रहने के कारण उनकी संपूर्ण संसदीय क्षेत्र में अच्छी पहचान है। दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों से जुड़े ग्रामीणों और डेयरी दूध का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं से सीधा संबंध है। कांग्रेस के अधिकांश नेताओं ने हाल ही में विधानसभा चुनाव लड़ा और पराजित भी हुए। अजमेर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभाओं में से कांग्रेस को सात में हार का सामना करना पड़ा है। दूदू के भाजपा विधायक प्रेमचंद बैरवा तो डिप्टी सीएम भी बन गए हैं। ऐसे में कांग्रेस की जीत आसान नही है। लेकिन यदि उन्हें उम्मीदवार बनाया जाता है तो कांग्रेस जीत के पायदान पर खड़ी हो सकती है। अजमेर संसदीय क्षेत्र में उनकी जाति के करीब साढ़े चार लाख वोट है। कांग्रेस ने 2019 में भीलवाड़ा के उद्योगपति रिजु झुनझुनवाला को उम्मीदवार बनाया। जबकि भाजपा ने जाट समुदाय के भागीरथ चौधरी को। चौधरी ने चार लाख मतों से जीत हासिल की। डेयरी अध्यक्ष के पद पर रहते हुए मैं गत 25 वर्षों से राजनीति में लगातार सक्रिय हंू। मैंने पशुपालकों के साथ साथ दुग्ध उपभोक्ताओं के हितों का भी ख्याल रखा है। यही वजह है कि आज अजमेर डेयरी देश की चुनिंदा डेयरियों में से एक है। डेयरी का तीन सौ करोड़ रुपए की लागत का जो नया प्लांट स्थापित हुआ है उसमें प्रतिदिन दस लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग हो सकती है। यही वजह है कि अजमेर डेयरी में अन्य जिलों की डेयरियों की दूध की प्रोसेसिंग हो रही है। दूध से बने उत्पाद भी बाजार में बेचे जा रहे हैं। आज अजमेर डेयरी के पास 90 करोड़ रुपए के घी का स्टॉक है। इसके साथ ही 10 करोड़ रुपए का पाउडर भी स्टॉक में है। चौधरी ने बताया कि जिले के सभी दूध संकलन केंद्र पर कंप्यूटर मशीनें लगी हुई है। जिन पर दूध का माप, शुद्धता आदि निर्धारित होता है। इससे पशुपालकों का भी डेयरी पर भरोसा है। अजमेर ही नहीं प्रदेश भर के पशुपालन जानते हैं कि प्रति लीटर पांच रुपए का सरकारी अनुदान दिलवाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। पूर्व में यह अनुदान दो रुपए का था। जिसे गत कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पांच रुपए प्रतिलीटर करवाया गया। यही वजह है कि आज राजस्थान में दूध उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। चौधरी ने कहा कि जब हम ग्रामीण विकास को पहली प्राथमिकता देते हैं, तब ग्रामीण पृष्ठभूमि के व्यक्ति को ही लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए। चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के जिन नेताओं ने हाल ही में विधानसभा का चुनाव लड़ा है उन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया जाना चाहिए। चौधरी की ताजा राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी मोबाइल नंबर 9414004111 पर ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER ( 22-12-2023)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511