अजमेर में मुस्लिम छात्र-छात्राओं ने भी सूर्य नमस्कार किया। मुस्लिम संगठनो की बहिष्कार की अपील बेअसर। राधाकृष्णन शिक्षक संघ ने पोस्ट जारी किया।
15 फरवरी को राजस्ािान के सरकारी और निजी स्कूलों में सूर्य नमस्कार का अभ्यास करवाया गया। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि करीब 1 करोड़ 25 लाख छात्र छात्राओं ने सूर्य नमस्कार किया। प्रदेश के अनेक मुस्लिम संगठनों ने मुस्लिम छात्र-छात्राओं से सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम का बहिष्कार करने की अपील की थी। संगठनों के प्रतिनिधियों का कहना रहा कि सूर्य नमस्कार हिंदू पद्धति की पूजा है। इसलिए कोई भी मुसलमान पूजा में भाग नहीं ले सकता। चूंकि मुस्लिम धर्म में सिर्फ अल्लाह की ही इबादत की इजाजत है। इसलिए मुस्लिम छात्र छात्राएं किसी दूसरे धर्म के भगवान की पूजा नहीं कर सकते। ऐसे मुस्लिम संगठनों ने 15 फरवरी से पहले हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन हाईकोर्ट ने रोक लगाने से इंकार कर दिया। 15 फरवरी को अजमेर जिले मं मुस्लिम छात्र-छात्राओं ने भी स्कूलों में सूर्य नमस्कार के अभ्यास में भाग लिया। जिले में सोमलपुर, बडग़ांव, बोराज, चौरसियावास, रसूलपुरा, काजीपुरा, गेगल, रातीडांग, कायड़, ऊंटड़ा, कायमपुरा आदि ऐसे क्षेत्र हैं, जहां कि सरकारी स्कूलों में मुस्लिम छात्र-छात्राओं की संख्या ज्यादा है, इन मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों की स्कूलों में 15 फरवरी को 90 प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति रही। मुस्लिम छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया। अधिकांश मुस्लिम छात्र-छात्राओं को सूर्य नमस्कार करने पर ऐतराज नहीं था। स्कूलों के मुस्लिम शिक्षकों और अभिभावकों का कहना रहा कि सूर्य नमस्कार भी योग की एक क्रिया है। योग से विद्यार्थियों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। अजमेर में जिस तरह बड़ी संख्या में मुस्लिम छात्र-छात्राओं ने सूर्य नमस्कार किया उस से विरोध करने वाले मुस्लिम संगठनों को सबक लेना चाहिए। कुछ संगठनों के प्रतिनिधि अपने निहित स्वार्थों के खातिर एक सकारात्मक कार्यक्रम का विरोध करते हैं। जिन संगठनों ने बहिष्कार की अपील की थी, उन्हें अब समझ लेना चाहिए कि अधिकांश मुस्लिम विद्यार्थी सूर्य नमस्कार को योग की एक क्रिया समझते हैं। जिन मुस्लिम विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार के अभ्यास में भाग लिया वे भी बधाई के पात्र हैं। अब जब शिक्षा मंत्री दिलावर ने सूर्य नमस्कार को प्रतिदिन करवाने की घोषणा कर दी है, तब यह माना जाना चाहिए कि मुस्लिम छात्र-छात्राएं भी प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करेंगे।
पोस्टर का प्रकाशन:
राजस्थान शिक्षक संघ राधाकृष्णन ने सूर्य नमस्कार को लेकर एक पोस्टर का प्रकाशन किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय सोनी ने बताया कि इस पोस्टर में सूर्य के सभी आसन और उनसे होने वाले शारीरिक लाभ की विस्तृत जानकारी दी गई है। इस पोस्टर को प्रदेश भर की स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर टांगा जाएगा ताकि विद्यार्थी सूर्य नमस्कार के महत्व को समझ सके। इस पोस्टर का विमोचन 13 फरवरी को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने किया था। पोस्टर के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9829087912 पर विजय सोनी से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (16-02-2024)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511