केजरीवाल की पार्टी अब खोदा पहाड़ निकली चुहिया की कहावत को चरितार्थ कर रही है। सेकंड लाइन के चार और नेता गिरफ्तार होंगे। जसवंत दारा का कार्टून।

1 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेजे जाने के बाद मंत्री आतिशी ने घोषणा की कि वह 2 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा धमाका करेंगे। लोगों ने उम्मीद जताई की मंत्री आतिशी बहुचर्चित शराब घोटाले के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे। लेकिन 2 अप्रैल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। इसके विपरीत आतिशी ने कहा कि अब मैं और मंत्री सौरभ भारद्वाज के साथ साथ राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और दुर्गेश पाठक को भी गिरफ्तार किया जाएगा। आतिशी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी को कुचल दिया जाए। आतिशी ने जो बात कही वह पहले भी कही जाती रही है। इससे पहले केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा था कि 28 मार्च को अरविंद केजरीवाल ईडी की विशेष अदालत में बड़ा खुलासा करेंगे। लेकिन 28 मार्च को केजरीवाल पुराने आरोपों को ही दोहराते रहे। इससे पहले कहा गया कि यदि  केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया तो दिल्ली में जलजला आ जाएगा। केजरीवाल 22 मार्च को गिरफ्तार हो गए लेकिन आज तक भी दिल्ली सामान्य बनी हुई है। असल में पार्टी के नेता सनसनी फैलाने के लिए बयान तो देते हैं, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई धमाका नहीं कर पाते। यही वजह है कि पार्टी के नेता खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं अलबत्ता आतिशी ने यह सही कहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी की सेकंड लाइन के चार नेता और गिरफ्तार होंगे। असल में ईडी की कस्टडी में रहते हुए केजरीवाल ने कहा कि शराब घोटाले के मामले में आरोपी विजय नायर मुझे रिपोर्ट नहीं करता था। नायर हमेशा मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज से ही मिलता था। स्वाभाविक है कि केजरीवाल के इस बयान पर अब आतिशी और भारद्वाज से भी ईडी पूछताछ करेगी। यदि घोटाले में भूमिका मिली तो इन दोनों को गिरफ्तार किया जा सकता है। जहां तक दुर्गेश पाठक का सवाल है तो घोटाले में पाठक की भूमिका भी सामने आ रही है। यहां खास तौर से उल्लेखनीय है कि अरविंद केजरीवाल ने जेल में मिलने के लिए जिन छह लोगों के नाम दिए हैं उनमें दुर्गेश पाठक भी शामिल है। राघव चड्ढा की इंग्लैंड यात्रा को लेकर अंगुलियां उठ रही है। आरोप है कि चड्ढा ने इंग्लैंड यात्रा में ऐसे लोगों से मुलाकात की जो भारत के खिलाफ  जहर उगलते हैं। इनमें कुछ लोग खालिस्तान समर्थक भी बताए गए हैं। अभी राघव चड्ढा विदेश यात्रा पर ही है। इस बीच केजरीवाल अपनी इस जिद पर कायम है कि वे जेल से ही दिल्ली की सरकार चलाएंगे। 1 अप्रैल को केजरीवाल ईडी की कस्टडी से निकल कर तिहाड़ जेल चले गए हैं। अदालत ने उन्हें 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है। आमतौर पर मुख्यमंत्री गिरफ्तारी से पहले इस्तीफा दे देते हैं। ताजा मामला झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का है। सोरेन ने गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन केजरीवाल देश के लोकतंत्र में नई परंपराओं को कायम कर रहे हैं। शराब घोटाले में पर्याप्त सबूत होने के बाद भी केजरीवाल स्वयं को कट्टर ईमानदार बताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। गंभीर बात तो यह है कि अब तक इस घोटाले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा के सांसद संजय सिंह को किसी भी अदालत से जमानत नहीं मिली है। ये दोनों भी तिहाड़ जेल में बंद है। इसी प्रकार मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले से ही जेल में है। केजरीवाल के जेल में जाने के बाद केजरीवाल सहित दो मंत्री और सांसद तिहाड़ जेल में बंद है। वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल ने स्पष्ट किया है कि सरकार तिहाड़ जेल से नहीं चल सकती है। देखना होगा कि केजरीवाल के जेल जाने के बाद दिल्ली सरकार के कामकाज का क्या होता है? जानकार सूत्रों का कहना है कि कानून व्यवस्था और वित्तीय अधिकार उपराज्यपाल के पास हैं, इसलिए मुख्यमंत्री के जेल जाने के बाद भी सरकार के कामकाज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
दारा का सटीक कार्टून:
केजरीवाल के तिहाड़ जेल चले जाने पर कार्टूनिस्ट जसवंत दारा ने एक सटीक कार्टून बनाया है। शराब घोटाले से जुड़ी शराब की बोतल और केजरीवाल को लेकर बनाया गया यह कार्टून वाकई रोचक है। कार्टून को मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (02-04-2024)

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