चुनावी खबरों में दब गई पीएम मोदी की खास घोषणा। पिछले दस वर्षों में आर्थिक क्षेत्र में जो बदलाव हुआ, यह तो ट्रेलर है। तीसरी बार शपथ लेते ही बैंकों के पास धमाधम काम आ जाएगा। तो क्या पांच सौ रुपए का नोट भी बंद हो जाएगा?
एक अप्रैल को मुंबई में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 90 वें स्थापना दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक क्षेत्र में बदलाव को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा की, लेकिन लोकसभा चुनाव की खबरों के शोर में मोदी की यह खास घोषणा दब गई है। मोदी ने समारोह में कहा कि वैश्विक उतार चढ़ाव से भारत को बचाने की जरूरत है, इसलिए अगले दस वर्षों में भारत को आर्थिक दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्षों में जो बदलाव हुआ, वह तो ट्रेलर है। चुनाव के बाद जब मैं तीसरी बार शपथ लूंगा तो बैंकों के पास धमा धम काम आ जाएगा। इसके लिए आरबीआई को तैयार रहना चाहिए। सब जानते हैं कि पिछले दस वर्षों के मोदी के कार्यकाल में न केवल नोट बंदी हुई, बल्कि देश में जीएसटी (एक समान कर प्रणाली) लागू हुआ। आर्थिक क्षेत्र में जो बदलाव हुए उसी का परिणाम है कि आज भारत मजबूत स्थिति में खड़ा है। और आर्थिक दृष्टि से दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने जा रहा है। देशवासियों की आदतों में भी बदलाव आया है। अब दुकानदार भी हर वस्तु का बिल देता है। डिजिटल पेमेंट लगातार बढ़ रहा है। गली मोहल्लों में चलने वाली परचून की दुकान तथा फुटपाथ पर खड़े होने वाले ठेले पर भी क्यूआर कोड लगे हैं। दस रुपए का भुगतान भी मोबाइल से किया जा रहा है। पेट्रोल पंप से लेकर बड़े दुकानदार तक स्वीकार करते है कि 70 प्रतिशत से ज्यादा ग्राहक डिजिटल पेमेंट कर रहा है। स्वाभाविक है कि धीरे धीरे रुपयों का लेनदेन खत्म हो रहा है। सरकार ने भले ही दो हजार रुपए का नोट बंद किया हो, लेकिन अब बाजार में दो हजार रुपए का नोट देखने को नहीं मिलता। जानकार सूत्रों के अनुसार नोटबंदी के समय सरकार ने दो हजार रुपए का नोट जारी किया था, लेकिन अब ऐसे नोट वापस एकत्रित किए जा रहे हैं। एक बार नोट बैंक में आने के बाद पुनः प्रचलन में नहीं आता। एटीएम से भी अब पांच सौ और 100 रुपए के नोट ही निकलते हैं। पीएम मोदी ने एक अप्रैल को जो महत्वपूर्ण घोषणा की उसमें यह आशंका जताई जा रही है कि मोदी के तीसरे कार्यकाल में पांच सौ रुपए का नोट भी बंद हो जाएगा। हालांकि अभी इस मामले में सरकार की ओर से कोई संकेत नहीं दिए गए हैं, लेकिन जब नोटबंदी और जीएसटी को ट्रेलर बताया जा रहा हे, तब पूरी फिल्म आने पर पांच सौ रुपए के नोट को भी बंद किया जा सकता है। आर्थिक क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि देश में जिस तेजी से डिजिटल पेमेंट हो रहा है, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में नकदी का चलन खत्म सा हो जाएगा। जब डिजिटली लेनदेन होगा तो रुपयों का कोई महत्व नहीं रहेगा।
S.P.MITTAL BLOGGER (02-04-2024)
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