बीएपी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को नकारा, लेकिन फिर भी कांग्रेस हाथ जोड़ कर खड़ी है। इसे कहते हैं मान न मान मैं तेरा मेहमान। नागौर में कांग्रेस के नेता भाजपा का काम कर रहे हैं-हनुमान बेनीवाल। गठबंधन पर जसवंत दारा का कार्टून।
भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने स्पष्ट कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस के साथ उनका कोई गठबंधन नहीं है। प्रदेश् के जिन 6 संसदीय क्षेत्रों में पार्टी ने उम्मीदवार खड़े किए वे स्वतंत्र होकर चुनाव लड़ रहे हैं। रोत ने कांग्रेस को एक धोखेबाज पार्टी कहा। बीएपी बांसवाड़ा डूंगरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार अरविंद डामोर के खड़े रहने पर बेहद नाराज हे। सार्वजनिक बेइज्जती किए जाने के बाद भी कांग्रेस, बीएपी के सामने हाथ जोड़कर खड़ी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अनुशासनहीनता करने के कारण अरविंद डामोर को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा वाले मतदाता बीएपी उम्मीदवारों के समर्थन में ही वोट डालेंगे। मालूम हो कि बीएपी ने बांसवाड़ा डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़, जालौर, सिरोही सहित 6 संसदीय क्षेत्रों में उम्मीदवार खड़े किए है। बीएपी गठबंधन से इंकार कर रही है तो वहीं कांग्रेस हाथ जोड़कर खड़ी है। कांग्रेस अब मान न मान मैं तेरा मेहमान वाली कहावत को चरितर्थ कर रही है। कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, जबकि बीएपी का प्रभाव सिर्फ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में ही है। लेकिन बीएपी ने कांग्रेस को नतमस्तक होने को मजबूर कर दिया है। यहां यह उल्लेखनीय है कि जालौर सिरोही संसदीय क्षेत्र से पूर्व सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैीाव गहलोत कांग्रे्रस के उम्मीदवार है। यानी बीएपी इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस को हराने का काम करेगी। यदि जालौर सिरोही संसदीय क्षेत्र के आदिवासी मतदाता बीएपी को वोट देंगे तो फिर वैभव गहलोत का जीतना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
कांग्रेस क ररही है भाजपा का प्रचार:
नागौर में कांग्रेस के समर्थन से चुनाव लड़ रहे आरएलपी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल का कहना है कि कांग्रेस के नेता भाजपा के पक्ष में खुलेआम प्रचार कर रहे हैं। मैंने कांग्रेस के नेतृत्व से आग्रह किया है कि ऐसे नेताओं को कांग्रेस से बाहर निकाला जाए, लेकिन मेरी शिकायत के बाद भी ऐसे नेताओं को निष्कासित नहीं किया गया है। बेनीवाल ने कहा कि मैंने नागौर से लोकसभा का चुनाव लडऩे से मना कर दिया था, लेकिन फिर भी कांग्रेस ने समर्थन देकर मुझे चुनाव लडऩे के लिए मजबूर कर दिया। अब कांग्रेस के नेता ही धोखेबाजी कर रहे हैं। हनुमान बेनीवाल का यह बयान दर्शाता है कि नागौर में भी कांग्रेस एकजुट नहीं है। पूर्व में कांग्रेस के कई प्रभावशाली नेता भाजपा में शामलि हो गए। जो नेता बचे वे भी अब भाजपा का प्रचार कर रहे हैं। इससे नागौर में भी कांग्रेस आरएलपी के गठबंधन का अंदाजा लगाया जा सकता है। यदि बेनीवाल की हार होती है तो बेनीवाल हार का ठीकरा कांग्रेस पर ही फोड़ेंगे।
दारा का कार्टून:
भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस के बीच कथित गठबंधन पर सुप्रसिद्ध कार्टूनिस्ट जसवंत दारा ने सटीक कार्टून बनाया है। इस कार्टून में दोनों दलों के रिश्ते उजागर किए गए हैं। कार्टून को मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है। साथ ही मोबाइल नंबर 9828054045 पर जसवंत दारा की हौंसला अफजाई की जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (10-04-2024)
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