यूनिवर्सिटीज और कॉलेज शिक्षकों को तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाएंगे। राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आनंद भालेराव की पहल।

देश की यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों के शिक्षकों को प्रोत्साहन देने के लिए इस बार भी आगामी पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के उपलक्ष में राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी शिक्षकों को पुरस्कृत करेगा। यह पुरस्कार शिक्षण संस्थानों में उत्कृष्टता और नवीनता के लिए दिए जाएंगे। यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर आनंद भालेराव ने बताया कि ऐसे पुरस्कारों से न केवल शिक्षण कार्य की गुणवत्ता बढ़ती है, बल्कि विद्यार्थियों को भी लाभ होता है। यूनिवर्सिटी ने गत वर्ष भी शिक्षकों को पुरस्कृत किया था। हमारी यूनिवर्सिटी में जो नवाचार किए गए उसी की वजह से ए++ ग्रेड और 3.54 सीजीपीए की मान्यता मिली है। पुरस्कार के आवेदन के लिए इच्छुक शिक्षक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट  www.curag.ac.in   को देख सकते हैं। 
कुलपति का विजन:
शिक्षा, नवाचार और क्रियात्मक सामाजिक परिवर्तन में उत्कृष्टता के माध्यम से सतत विकास। हमारा मानना है कि शिक्षक छात्रों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन में आजीवन सीखने का उत्साह पैदा करते हैं । यह पुरस्कार उन शिक्षकों को दिया जाता है जो नियमित शिक्षण दिनचर्या के अतिरिक्त छात्रों को अपनी क्षमता का विकास करने और समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा संस्थानों के ऐसे उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करने के लिये इस पुरस्कार की स्थापना की है, जिन्होंने अपने अभिनव शिक्षण विधियों, अनुसंधान एवं प्रतिबद्धता और समाज की सेवा के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करके हम उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण और सीखने की प्रक्रियाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने में शिक्षकों की भूमिका और उनके महत्व को दर्शाते हैं । यह पुरस्कार भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के नियमित शिक्षकों को निम्नलिखित तीन श्रेणियों में दिया जाएगा। 1.मानविकी और सामाजिक विज्ञान के शिक्षक भाषा, भाषा विज्ञान, प्रदर्शन और दृश्य कला, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, भूगोल, सामाजिक कार्य, राजनीति विज्ञान, गृह विज्ञान, एंथ्रोपोलॉजी, इतिहास, पुरातत्व, समाजशास्त्र आदि 2. विज्ञान विषय के शिक्षक भौतिकी, रसायन विज्ञान, सांख्यिकी, गणित, पृथ्वी विज्ञान और जीवन विज्ञान तथा 3.व्यावसायिक कार्यक्रमों के शिक्षक अभियांत्रिकी, वास्तुकला, डिजाइन, विधि, फार्मेसी, प्रबंधन, आतिथ्य, योग, आयुर्वेद और चिकित्सा। 

S.P.MITTAL BLOGGER (13-08-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...