विपक्ष जब बांग्लादेश जैसे हालातों की बात कर रहा है, तब पीएम मोदी ने दृढ़ता के साथ सेक्युलर (पंथनिरपेक्ष) सिविल कोड लागू करने की बात कही। जातिवाद और परिवारवाद को खत्म करने के लिए गैर राजनीतिक परिवारों के एक लाख युवाओं को आगे लाया जाएगा। मेडिकल पढ़ाई के लिए 75 हजार सीटें बढ़ेंगी। भारत के विकसित होने से विश्व को चिंतित होने की जरुरत नहीं।

देश की 78वीं वर्षगांठ पर 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले से राष्ट्र को संबोधित किया। जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्होंने लगातार 11वीं बार लाल किले से संबोधन किया है। मोदी लगातार तीसरी बार पीएम बने हैं, तीसरे कार्यकाल का 15 अगस्त को पहला संबोधन रहा। पिछले 10 संबोधन के मुकाबले मोदी का यह 98 मिनट का रिकॉर्ड संबोधन रहा। देश का विपक्ष खासकर कांग्रेस के नेता जब पड़ोसी बांग्लादेश जैसे हालात होने की बात कर रहे हैं, तब पीएम मोदी ने दृढ़ता के साथ भारत की मजबूत और उजली तस्वीर प्रस्तुत की। देश विरोधी तत्वों की परवाह किए बगैर मोदी ने कहा कि देश में धर्म के आधार पर किसी के लिए कानून नहीं हो सकता। सुप्रीम कोर्ट ने भी सिविल कोड यानी सभी नागरिकों के लिए समान कानून लागू करने की बात कही है। संविधान निर्माताओं का सपना भी समान कानून का ही था। अब समय आ गया है कि जब देश में  सेक्युलर   (पंथनिरपेक्ष) सिविल कोड लागू किया जाए। मोदी ने किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर कहा कि परिवारवाद से लोकतंत्र को खतरा हो रहा है, इसलिए देश में गैर राजनीतिक परिवारों के एक लाख युवाओं को आगे लाया जाएगा जो वार्ड पंच पार्षद से लेकर सांसद तक बनेंगे। युवाओं को जातिवाद और परिवारवाद को खत्म करने के लिए आगे  आना चाहिए। मोदी ने माना कि पड़ोसी बांग्लादेश में हो रही हिंसा और हिंदुओं पर अत्याचार चिंता का विषय है, लेकिन भारत ने पहले भी बांग्लादेश की मदद की है और आने वाले दिनों में भी मदद की जाएगी। मोदी ने कहा कि भारत के मजबूत होने से दुनिया को चिंता करने की जरुरत नहीं है, क्योंकि भारत के विकास का फायदा दुनिया को मिलता है। मोदी ने कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत ने जो विकास किया है उसी का परिणाम है कि अब हम आर्थिक क्षेत्र में विश्व की तीसरी महाशक्ति बनने की जोर बढ़ रहे है। मोदी ने कहा कि जब वह तीसरी बार पीएम बने है, तब से दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियां भारत में निवेश के लिए उत्सुक हे।  मोदी   ने माना कि विदेशी निवेश में अकेले केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं होती। इसके लिए राज्यों को भी सहयोग करना पड़ता है। जिन राज्यों में कानून व्यवस्था बिगड़ी है, वहां तत्काल सुधार होना चाहिए। राज्य अपने यहां अनुकूल और सकारात्मक वातावरण बनाएंगे तो विदेशी निवेश हो सकता है। मोदी ने कहा कि पहले हम मोबाइल फोन आयात करते थे, लेकिन आज हम निर्यात कर रहे है। हमने 2 जी से लेकर 5जी तक का सफर तय कर लिया है। और अब हम इंटरनेट की स्पीड 6जी करने वाले हैं। इतना ही नहीं भारत अब अंतरिक्ष में अपना स्पेस सेंटर बनाने जा रहा है। भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अब तक जो उपलब्धियां हासिल की है उसी का परिणाम है कि प्राइवेट सैटेलाइट हमारी जमीन से छोड़े जा रहे हैं। मोदी ने कहा कि आज दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियों में भारत के युवा सीईओ के पद पर कार्यरत है। इससे भारत के युवाओं की दक्षता का अंदाजा लगाया जा सकता है उन्होंने माना कि भारत में अभी भी चुनौतियां है, लेकिन मेरी सरकार की ईमानदार नीति और नीयत की वजह से इन चुनौतियों को पार कर लिया जाएगा। मोदी ने इस बात पर अफसोस जताया कि कुछ लोग भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे है, लेकिन मैं भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति पर अमल कर रहा हंू। मोदी ने स्किल डवलपमेंट पर जोर देते हुए कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति 21वीं सदी के अनुरूप है। हम इंटर्नशिप पर जो दे रहे है ताकि पढ़ाई खत्म होते ही युवाओं को रोजगार मिल जाए। मोदी ने माना कि अभी भारत के 25 हजार युवा प्रतिवर्ष मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेशों में जाते हैं। इस स्थिति को देखते हुए हमने तय किया है कि अगले पांच वर्षों में देश में ही मेडिकल की 75 हजार सीटें बढ़ाई जाएगी। ताकि युवाओं को मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश न जाना पड़े। मोदी ने देश के किसानों की मौजूदा स्थिति को सुधारने की भी बात कही। खेती के लिए जहरीले रासायनिक के उपयोग से जमीन और मिट्टी की उत्पादन क्षमता घट रही है। ऐसे में सरकार का प्रयास है कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए। मोदी ने कहा कि भारत ऑर्गेनिक फूड्स का हब बन सकता है। लाल किले से मोदी ने कहा कि कुछ लोग देश में निराशावादी भाव रखते हैं। जबकि उनका सपना है कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का है। उन्होंने पूर्व में कहा था कि तीसरे कार्यकाल में वे तीन गुणा ज्यादा ताकत से काम करेंगे। वे अपने इस कथन पर अमल भी कर रहे है। मोदी ने कहा कि आज भारत सुरक्षित हाथों में है और दुनिया में भारत की धाक है। ऐसे में किसी भी भारतीय को चिंता करने की जरुरत नहीं है। देश की आजादी के समय जनसंख्या चालीस करोड़ थी, जब चालीस करोड़ लोगों ने विदेशी ताकतों को भगाकर आजादी हासिल कर ली, तो आज 140 करोड़ लोग भारत को विकसित राष्ट्र क्यों नहीं बना सकते? पूरा देश एकजुट है और सभी लोग विकास चाहते हैं। देश में मैन्यू फैक्चरिंग को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (15-08-2024)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...