अजमेर में बार से जुड़े 10 वकील हाईकोर्ट के जज बने। इनमें पांच चीफ जस्टिस हुए-एडवोकेट एसके सक्सेना। जमीनों का कारोबार करने वाले वकीलों पर भी अंकुश लगे-मनोज आहूजा। राजस्थान एडवोकेट फेडरेशन की ओर से अजमेर में हुआ अभिनंदन समारोह।

11 जनवरी को अजमेर के वैशाली नगर स्थित प्रेस क्लब के सभागार में राजस्थान एडवोकेट फेडरेशन की ओर से आयोजित समारोह में जिला एवं राजस्व बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्षों व पदाधिकारियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर फेडरेशन के अध्यक्ष और राजस्थान हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील एसके सक्सेना ने कहा कि अजमेर जिला बार एसोसिएशन प्रदेश की एक मात्र ऐसी संस्था है जिससे जुड़े 10 वकील हाईकोर्ट के जज बने है। जस्टिस धनौपिया, जस्टिस वीपी बैरी, डीपी गुप्ता, सुरेंद्र नाथ भार्गव, मिलापचंद जैन तो चीफ जस्टिस बने, जबकि जीके शर्मा, मोहिनी कपूर, केएस चौधरी, एसएस डीडवानिया, महेंद्र माहेश्वरी आदि जज नियुक्त हुए। ऐसी बार एसोसिएशन का अध्यक्ष और पदाधिकारी बनना संबंधित वकील के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि 1977 में प्रथम बार उन्होंने जयपुर बेंच में बार एसोसिएशन का गठन किया था। तब उनके सहित मात्र पचास वकील सदस्य थे, लेकिन आज जयपुर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन में कई हजार वकील है। उनका हमेशा प्रयास रहता है कि जूनियर वकीलों को आगे बढ़ाने का अवसर मिले। इसके लिए यह जरूरी है कि वकील समुदाय भी कानून के बारे में अच्छी जानकारी रखे। मेरा मानना है कि एक वकील ही न्यायाधीश को कानून समझाने का कार्य करता है। समारोह में राजस्थान राजस्व बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह राजावत और जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने भरोसा दिलाया कि वह वकीलों को कानून की दृष्टि से और समृद्ध बनाने के लिए प्रयास करेंगे। इसके लिए समय समय पर एसके सक्सेना से मार्गदर्शन भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह गर्व की बात है कि सक्सेना साहब जैसे वरिष्ठतम वकील की संस्ािा से सम्मानित हो रहे हैं। 

जमीनों का कारोबार:
समारोह में केकड़ी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने इस बात  पर अफसोस जताया कि पास बुक पढ़ कर कुछ लोग वकील बन जाते हैं और फिर जमीनों का कारोबार करते हैं। आहूजा ने कहा कि वकालत का पेशा जनहित से जुड़ा हुआ है। पीडि़त व्यक्ति न्याय प्राप्त करने के लिए वकील के पास आता है, लेकिन देखने में आया है कि कुछ लोग घुसपैठ कर हमारे इस पेशे को बदनाम कर रहे है। ऐसे वकीलों पर अंकुश लगना चाहिए। समारोह का संचालन एडवोकेट आशीष सक्सेना ने किया। समारोह में लोक अभियोजक विवेक पाराशर, राजेश ईनाणी, योगेंद्र ओझा, एसएन हवा, चरण जीत सिंह ओबेराय, प्रदीप चोरी, दीपक शर्मा, रोशन प्रकाश शर्मा, निर्मला माथुर, जीएस सोढ़ी, आशीष सक्सेना, हर्षित मित्तल, हरि सिंह गुर्जर और शफीकुर रहमान आदि वकील भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही पत्रकार मधुसूदन चौहान ने अतिथियों का प्रेस क्लब की ओर से स्वागत किया। 
S.P.MITTAL BLOGGER (12-01-2025)
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