रूई पिनाई से लेकर शुरू किया काम आज चार मंजिला शोरूम में बदल गया है। अजमेर के ब्यूटी कॉर्नर के मालिक 80 वर्षीय इंजीनियर अब्दुल अजीज मंसूरी का संघर्षपूर्ण जीवन।

80 वर्षीय अब्दुल अजीज मंसूरी 70 वर्ष पहले जब अपने पिता पीर मोहम्मद के साथ रूई पिनाई का काम करते थे, तब सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन इसी अजमेर शहर में चार मंजिला भव्य शोरूम होगा।  अब्दुल  अजीत को वो दिन याद है, जब उनके पिता गगवाना से साइकिल पर अजमेर आते थे और घर घर जाकर लकड़ी के एक एक उपकरण से गंदी रूई को साफ करने का काम करते थे। तब बड़ी मुश्किल से घर का गुजारा हो पाता था। गगवाना से अजमेर तक आने जाने की परेशानी को देखते हुए 1940 में कोतवाली परिसर के सामने भैंसा कोठी  (भैंसा कॉम्प्लेक्स) में मात्र चार रुपए प्रतिमाह के किराए पर जगह ली। इस छोटी से जगह पर ही आवास के साथ साथ रूई पिनाई का काम शुरू किया गया। अब्दुल अजीज ने बताया कि उनके पिता नहीं चाहते थे कि मैं अनपढ़ रहकर रूई पिनाई का ही काम करता रहंू। इसलिए उन्होंने मुझे हाथी भाटा स्थित गौतम हाईस्कूल में प्रवेश दिलाया। 1963 में दसवीं और 1965 में गवर्नमेंट कॉलेज से प्री यूनिवर्सिटी की पढ़ाई की। इसके बाद पॉलिटेक्निक कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियर की डिग्री लेकर 1970 में पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर की नौकरी की। लेकिन उनका मन अपने पिता के रूई के कारोबार को अगो बढ़ाने में ही लगा। तब उन्होंने अनेक कपड़ा मिलों से रूई मंगाई और अजमेर में बिक्री का काम शुरू किया। 1978 में नगर सुधार न्यास की कोतवाली स्कीम में 71 गज भूमि खुली नीलामी में प्राप्त की और आज इसी भूमि पर ब्यूटी कॉर्नर के नाम से चार मंजिला भव्य शोरूम है। अब्दुल अजीज ने माना कि उनका जीवन संघर्ष पूर्ण रहा, लेकिन अब उनके दोनों पुत्र मोहम्मद हुसैन और जाकिर हुसैन ने कारोबार संभाल लिया है। मोहम्मद हुसैन ने बताया कि जिस प्रकार उनके पिता ने पुश्तैनी काम को आगे बढ़ाया उसी प्रकार अब हम दोनों भाइयों ने भी रूई और कपड़े के कारोबार को आगे बढ़ाया है। चूंकि अब रूई वाले गद्दों और रजाइयों का काम खत्म हो गया है, इसलिए शोरूम पर ब्रांड गद्दे और रजाइयां रखने के साथ साथ चादर आदि की भी बड़ी रेंज है। समय के बदलाव के साथ शोरूम में इंटीरियर डिजाइनिंग के सभी उत्पाद शामिल है। फर्निशिंग से जुड़े उत्पादक भी उपलब्ध है। यहां तक कि घरों की दीवारों पर लगने वाली मोजाईक टाइल्स, वर्टीकल गार्डन, आर्टिफिशियल प्लांट आदि भी उपलब्ध है। अब तो बाथरूम में सेरेमिक टाइल्स की जगह फाइबर की आकर्षक टाइल्स भी लगने लगी है। उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके पिता और स्वर्गीय दादा पीर मोहम्मद ने जो कारोबार शुरू किया था, उसे आज चार मंजिला शोरूम में चलाया जा हा है। अब्दुल अजीज के परिवार के संघर्ष के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9414258431 व   9413687909  पर ली जा सकती है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (20-02-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

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