महंगी शादियों की थीम अब सनातन संस्कृति पर। इसलिए वरमाला के समय राम राम जय राजाराम का संगीत बज रहा है। दो मिनट की आतिशबाजी पर एक लाख रुपए तक खर्च। मितव्ययिता का संदेश देने के लिए भारत विकास परिषद का सामूहिक विवाह सम्मेलन।

समाज में होने वाली महंगी शादियों में भी अब सनातन संस्कृति के अनुरूप ही थीम यानी गीत संगीत, सजावट आदि के कार्यक्रम होने लगे हैं। गणेश स्थापना से लेकर विदाई तक के कार्यक्रमों को संपन्न करवाने का दायित्व निभाने वाले राशि एन्टरटेन्टमेंट एंड इवेंट के संचालक कोसिनोक जैन और उनके पुत्र रौनक जैन ने बताया कि शादियों में होने वाली फूहड़ता धीरे धीरे समाप्त हो रही है। अब हर माता-पिता चाहते हैं कि विवाह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए। इसके लिए भारत की सनातन संस्कृति के अनुरूप शादी के प्रबंध किए जाने लगे हैं। शादी में हल्दी की रस्म के समय जो फूलों की होली खेली जाती है उसमें भगवान कृष्ण के स्वरूप को प्रदर्शित किया जाता है। इसी प्रकार वरमाला के समय भगवान राम और सीता के स्वरूप को मंच पर आसीन किया जाता है। वरमाला के समय राम राम जय राजाराम वाला संगीत बजाया जाता है। उन्होंने बताया कि जब किसी समारोह में भगवान के स्वरूप की उपस्थिति होती है तो फिर सभी लोग मर्यादा में रहते है। बदले हुए हालातों में वर वधू भी यही चाहते हैं कि शादी के अवसर पर उनके माता पिता और परिजन का सम्मान हो। यह सही है कि शादियों में भव्यता ज्यादा होने लगी है, इसलिए इवेंट कंपनियां सक्रिय है। उनकी कंपनी भी शादी समारोह के सभी इंतजाम करती है। मेहमानों को आमंत्रित करने के साथ साथ विदाई में दिए जाने वाले उपहार भी उपलब्ध करवाए जाते हैं। शादी-समारोह को भव्य बनाने के लिए आतिशबाजी भी होने लगी है। दो मिनट की आतिशबाजी पर एक लाख रुपए तक खर्च किए जा रहे है। बाजार में ऐसा बम भी उपलब्ध है जिसकी कीमत पचास हजार रुपए है। युवा पीढ़ी का आतिशबाजी की ओर आकर्षण बढ़ा है। शादी में सनातन संस्कृति को प्रदर्शित करने की पुष्टि मेड़ता निवासी जुगल अग्रवाल ने भी की हे। अग्रवाल ने बताया कि उनके पुत्र माधव का विवाह 6 मार्च को अजमेर के निकट रमाडा होटल में होगा। पुत्र की प्रीवेडिंग वाली फोटोग्राफी पुष्कर सरोवर के घाट पर की गई है। इसमें वर वधु को वेद मंत्रों का अर्थ समझाया गया है। अग्रवाल ने कहा कि यदि  बच्चे सनातन संस्कृति के अनुरूप आचरण करते हैं तो तलाक जैसे हालातों से बच सकते है। राशि एंटरटेनमेंट और इवेंट के संचालक कोसिनोक जैन ने यह भी बताया कि अब हरिद्वार की गंगा आरती का दृश्य भी वरमाला के समय प्रदर्शित करवाया जाता है। शादी समारोह में सनातन संस्कृति के अनुरूप होने वाले इवेंट की ओर अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9828053399 पर कोसिनोक जैन से ली जा सकती है।  
सामूहिक विवाह सम्मेलन:
एक और समाज में महंगी शादियों की धूम है तो दूसरी ओर भारत विकास परिषद जैसी सामाजिक संस्थाएं सामूहिक विवाह का आयोजन कर मितव्ययिता का संदेश दे रही है। 23 फरवरी को ही अजमेर के फॉयसागर रोड स्थित हंस पैराडाइज स्थल पर परिषद की ओर से 9 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न करवाया गया। एक साथ 9 जोड़ों का विवाह होने से खर्च भी बहुत कम आया। परिषद के लोकेश अग्रवाल, संदीप गोयल, रौनक सोगानी, मनीष बंसल, अनुज गर्ग, गौरव गर्ग आदि ने बताया कि सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले वर -वधु को परिषद की ओर से डेढ़ लाख रुपए का घरेलू सामान दिया गया। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे परिवार भी है जो शादी पर लाखों रुपया खर्च नहीं कर सकते। ऐसे परिवारों का ध्यान रखते हुए ही भारत विकास परिषद सामूहिक विवाह का आयोजन करती है। अजमेर में भी पिछले कई वर्षों से लगातार ऐसे आयोजन किए जा रहे हैं। 

S.P.MITTAL BLOGGER (24-02-2025)
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