अब कर्नाटक में भी सरकारी ठेकों में मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण। अत्याचारी औरंगजेब की मजार की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात। ओवैसी को झूठ बोलने की छूट। मुसलमानों को भारत में और क्या चाहिए।
कांग्रेस शासित कर्नाटक में सरकार ने फैसला किया है कि सरकारी कार्यों के ठेकों में मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा, इसके लिए सरकार ने मौजूदा कानूनों में बदलाव भी किया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि अल्पसंख्यक वर्ग के विकास के लिए यह निर्णय लिया गया है। केरल, बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में मुसलमानों को ओबीसी वर्ग का दर्जा देकर सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया जा रहा है। वैसे भी सरकार की किसी भी योजना में मुसलमानों के साथ भेदभाव नहीं किया जाता। 25 करोड़ मुस्लिम आबादी में से अधिकांश मुस्लिम प्रतिमाह पांच किलो अनाज फ्री में प्राप्त कर रहे है।
मजार की सुरक्षा:
सब जानते हैं कि मुगल काल में मुगल शासक औरंगजेब आलमगीर ने हिंदुओं पर घोर अत्याचार किए। देश के प्रमुख हिंदू मंदिरों में तोडफ़ोड़ की। इस्लाम धर्म न कबूलने पर करोड़ों हिंदुओं को मौत के घाट उतार दिया। ऐसे अत्याचारी शासक की मजार आज भी महाराष्ट्र के औरंगाबाद के खुल्दाबाद में है। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी के बयान से उत्पन्न हुए हालातों में औरंगजेब की मजार को भी खतरा हो गया। औरंगजेब की मजार सुरक्षित रहे इसके लिए देवेंद्र फडनवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने मजार परिसर के बाहर पुलिस तैनात कर दी है। यानी अत्याचार औरंगजेब की मजार की भी सुरक्षा की जा रही है।
झूठ बोलने की छूट:
एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 14 मार्च को जुम्मे की नमाज के बाद हैदराबाद की मस्जिद में तकरीर करते हुए कहा कि वक्फ एक्ट में संशोधन के बाद नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मुसलमानों की मस्जिदे, कब्रिस्तान और दरगाहों तक को छीन लेगी। ओवैसी ने वक्फ एक्ट में संशोधन को लेकर जो कुछ भी कहा वह सफेद झूठ है। संसद में प्रस्तुत प्रस्ताव में ऐसा कही भी नहीं लिखा है कि नए कानून से वक्फ की संपत्तियों इधर उधर हो जाएंगी। सरकार की ओर से कई बार यह स्पष्ट कर दिया गया है कि संशोधन के बाद भी वक्फ संपत्तियां मुस्लिम संस्थाओं के पास ही रहेंगी। सरकार का उद्देश्य सिर्फ संपत्तियों का विधिवत पंजीकरण और संपत्तियों का उपयोग मुसलमानों के हित में करना है। लेकिन इसके बाद भी ओवैसी जैसे नेता झूठ बोल कर मुसलमानों को गुमराह कर रहे है। भारत में जब मुसलमानों को नौकरियों, सरकारी ठेकों में आरक्षण और औरंगजेब की मजार की सुरक्षा करने के साथ साथ ओवैसी जैसे नेताओं को झूठ बोलने की छूट है, तब सवाल उठता है कि मुसलमानों को और क्या चाहिए? इतिहास गवाह है कि मोहम्मद अली जिन्ना ने अंग्रेजों से दो टूक शब्दों में कहा था कि मुसलमान भारत में हिंदुओं के साथ नहीं रह सकते, इसलिए मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान बनाया जाए। अंग्रेजों ने जिन्ना की मांग पर ही पाकिस्तान बनाया। मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान बन जाने के बाद भी भारत में आज भी मुसलमानों का सम्मान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। इस सम्मान का क्या परिणाम होगा यह वक्त ही बताएगा।
S.P.MITTAL BLOGGER (16-03-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511