वक्फ एक्ट में संशोधन के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले लोग पहले पड़ोसी इस्लामिक देश पाकिस्तान के हालात देख लें। ट्रेन हाइजैक के बाद पाकिस्तान में थल और जल सेना पर हमला। अनगिनत सैनिक मारे गए। बलूच लिबरेशन आर्मी की वजह से पाकिस्तान की सेना में हड़कंप।
17 मार्च को दिल्ली में वक्फ एक्ट में संशोधन के विरोध में कुछ मुस्लिम संगठन प्रदर्शन कर रहे है। इन मुस्लिम संगठनों का कहना है कि संशोधन के बाद वक्फ की संपत्तियां मुसलमानों से छीन जाएगी। हालांकि सरकार ने कई बार स्पष्ट कर दिया है कि वक्फ की संपत्तियां संबंधित मुस्लिम संगठनों के नियंत्रण में रहेगी। सरकार का उद्देश्य संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन और संबंधित संगठनों के कामकाज में पारदर्शिता लाना है। लेकिन इसके बाद भी कुछ मुस्लिम संगठन सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे है। इसी के अंतर्गत 17 मार्च को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। जो लोग भारत में नए वक्फ कानून का विरोध कर रहे हैं उन्हें एक बार पड़ोसी इस्लामिक देश पाकिस्तान के ताजा हालात देख लेने चाहिए। पाकिस्तान में ऐसे मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन बन गए है जो सीधे सेना को चुनौती दे रहे है। 16 मार्च को भी क्वेटा में बलूच लिबरेशन आर्मी का आत्मघाती दल पाकिस्तानी सेना के काफिले में घुस गया और विस्फोट कर दिया। इससे सेना के अनगिनत सैनिक मारे गए। बलूच आर्मी ने दावा किया है कि 90 से ज्यादा सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है। इसी दिन ग्वादर कोष्ठ गार्ड पर भी हमला किया गया। इस हमले में भी अनेक पाकिस्तानी कोष्ठ गार्ड मारे गए। हाल ही में बलूचिस्तान में एक ट्रेन को हाईजैक कर सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया गया। बलोच आर्मी की वजह से पाकिस्तान की सेना में हड़कंप मचा हुआ है। इस्लामिक देश पाकिस्तान में ऐसे मुस्लिम चरमपंथी संगठन मजबूत हो गए है जो सरकार के बाद सेना को चुनौती दे रहे है। भारत में वक्फ एक्ट में संशोधन का उद्देश्य भी वक्फ बोर्डों पर काबिज संगठनों के कामकाज पर नजर रखना है। यदि ऐसे संगठनों पर नजर नहीं रखी जाएगी तो भारत में भी चरमपंथी संगठन मजबूत होते चले जाएंगे। वैसे भी देश के सभी सामाजिक संगठनों पर निगरानी का अधिकार सरकार का होना चाहिए। कोई संगठन क्या कर रहा है, इसकी जानकारी सरकार के पास होनी चाहिए। जब किसी संगठन का उद्देश्य सामाजिक विकास का हो तो फिर संगठनों को भी निगरानी से डरना नहीं चाहिए। सवाल उठता है कि वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन और काबिज संगठनों के कामकाज में पारदर्शिता लाने का विरोध क्यों किया जा रहा है? यदि संगठनों से जुड़े लोगों को डर नहीं है तो फिर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि वक्फ संपत्तियों को उपयोगी बनाकर मुसलमानों का ही विकास किया जाएगा। क्या काबिज मुस्लिम संगठन अपने ही समाज के लोगों का विकास नहीं चाहते?
S.P.MITTAL BLOGGER (17-03-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511