युवक को जेसीबी पर लटका कर बुरी तरह पीटा। घटना की जानकारी डेढ़ माह तब ब्यावर पुलिस को न होना, सरकार के दामन पर दाग है। क्या हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह के घर पर बुलडोजर चलेगा।
राजस्थान के अजमेर रेंज के अधीन आने वाले ब्यावर जिले के रायपुर थाना क्षेत्र के गुडिया गांव में हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह उदावत ने युवक याकूब काठात को जेसीबी पर लटकाया और फिर बैल्ट व डंडे से बुरी तरह पिटाई की। हिस्ट्रीशीटर ने युवक याकूब के दोनों पैर रस्सी से बांध और फिर जेसीबी के हुक को ऊंचा कर उल्टा लटका दिया। हिस्ट्री शीटर तेजपाल कई जेसीबी और डंपरों का मालिक है। युवक काठात इन्हीं डंपरों और जेसीबी को चलाने का काम करता है। तेजपाल सिंह को शक रहा कि याकूब जेसीबी और डंपरों से डीजल चोरी कर रहा है। कायदे से तेजपाल सिंह को डीजल चोरी की रिपोर्ट रायपुर पुलिस थाने पर करनी चाहिए थी, लेकिन उसे पता था कि पुलिस कोई कार्यवाही नहीं करेगी, इसलिए उसने अपने गांव के घर में याकूब काठात को दंड दिया। अमानवीय कृत्य वाली यह घटना 7 अप्रैल की है। लेकिन 23 मई तक पुलिस को इस घटना की जानकारी नहीं हुई। 24 मई को जब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुआ तो पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह को गिरफ्तार किया। इतनी बड़ी और अमानवीय घटना की जानकारी डेढ़ माह तक पुलिस को न लगना राजस्थान की भाजपा सरकार के दामन पर दाग है। यह सही है कि याकूब काठात ने भी पुलिस को कोई रिपोर्ट नहीं लिखवाई, लेकिन मौखिक तौर पर याकूब ने अनेक लोगों को घटना की जानकारी दी। यदि अजमेर रेंज की ब्यावर पुलिस गंभीर होती तो घटना की जानकारी हो जाती। 24 मई को टीवी चैनलों पर वीडियो के प्रसारण और 25 मई को अखबारों में खबरें छपने के बाद राज्य सरकार को भी इस घटना के लिए शर्मसार होना पड़ रहा है। जाहिर है कि ब्यावर पुलिस अपने कर्तव्य का निर्वहन नहीं कर रही है। यह वही ब्यावर पुलिस है, जिसके अधीन आने वाले विजयनगर में अनेक स्कूली छात्राओं का यौन शोषण हुआ। सरकार ने तब भी संबंधित पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं की। अब सरकार को शर्मसार करने वाला एक और मामला उजागर हुआ हो गया है। राजस्थान में यह पहली घटना है, जिसमें युवक को जेसीबी पर उल्टा लटकाकर बेरहमी से पीटा गया है। सवाल उठता है कि क्या हिस्ट्रीशीटर तेजपाल सिंह के घर पर अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए बुलडोजर चलाया जाएगा? सरकार ऐसे मामलों में बुलडोजर की कार्यवाही करती रही है। जांच का विषय यह भी है कि आखिर तेजपाल सिंह जैसे हिस्ट्रीशीटर को पुलिस के किन अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। बिना संरक्षण के तेजपाल सिंह ऐसी गुंडाई नहीं कर सकता। हो सकता है कि तेजपाल सिंह को कुछ राजनेताओं का भी संरक्षण हो। आने वाले दिनों में सोशल मीडिया पर संरक्षण देने वालों के साथ फोटो और वीडियो भी वायरल हो सकते हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (25-05-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511