बीसलपुर बांध से प्रतिदिन दो सेंटीमीटर पानी घट रहा है, लेकिन अगले चार माह तक कोई चिंता नहीं। जयपुर के मुकाबले अजमेर के साथ भेदभाव जारी। कामकाजी महिलाओं में कथक नृत्य के प्रति आकर्षण
राजस्थान में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते टोंक स्थित बीसलपुर बांध से प्रतिदिन दो सेंटीमीटर पानी घट रहा है। इसी बांध से जयपुर, अजमेर, और टोंक जिले के करीब एक करोड़ लोगों की प्यास बुझाई जाती है, इसलिए इस बांध को इन तीनों जिलों की लाइफ लाइन माना जाता है। हालांकि अभी मानसून की बरसात शुरू नहीं हुई है, लेकिन सिंचाई विभाग ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष की शुरुआत कर दी है। इस कक्ष ने 16 जून को बीसलपुर बांध का जलस्तर बताया है। 16 जून को सुबह 6 बजे बांध का जलस्तर 312.45 मीटर मापा गया। नियंत्रण कक्ष के सूत्रों के अनुसार गर्मी के दिनों में प्रतिदिन दो सेंटीमीटर पानी की कमी हो रही है। लेकिन अगले चार माह तक पेयजल को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है। बीसलपुर बांध से मौजूदा समय में प्रतिदिन 650 एमएलडी पानी जयपुर को तथा 350 एमएलडी अजमेर को सप्लाई किया जा रहा है। करीब एक हजार एमएलडी पानी को लेने के बाद भी आगामी चार माह तक पेयजल की सप्लाई की जाती रहेगी। नियंत्रण कक्ष सूत्रों के अनुसार वर्ष 2023 के मुकाबले में वर्ष 2024 में बीसलपुर बांध में 9 टीएमसी ज्यादा भरा गया। गत वर्ष मानसून में बीसलपुर बांध ओवर फ्लो हो गया था। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 मीटर की है। चूंकि इस बार बांध में पर्याप्त मात्रा में पानी इसलिए वाष्पीकरण को रोकने के लिए कोई विशेष उपाय नहीं किए गए। गर्मी की वजह से भी बांध का जलस्तर घट रहा है।
अजमेर के साथ भेदभाव जारी:
भीषण गर्मी में भी जयपुर के मुकाबले में अजमेर के साथ पेयजल सप्लाई में भेदभाव जारी है। इस बांध का निर्माण अजमेर की पेयजल समस्या के समाधान के लिए हुआ था। लेकिन आज इस बांध से जयपुर को 650 और अजमेर को मात्र 350 एमएलडी पानी प्रतिदिन दिया जा रहा है। असल में जयपुर को पानी पिलाने के लिए पाइप लाइन की सुदृढ़ व्यवस्था की गई जबकि अजमेर के लिए पुरानी पाइप लाइन से ही काम चलाया जा रहा है। यही वजह है कि अजमेर की मांग के अनुरूप बांध से पानी नहीं लिया जा रहा है। बीसलपुर बांध से पानी लेकर जयपुर में प्रतिदिन पेयजल की सप्लाई हो रही है। जबकि अजमेर में दो और तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई की जा रही है।
कथक के प्रति आकर्षण:
अजमेर के सूचना केंद्र में कथक कला केंद्र की ओर से 15 दिवसीय कथक नृत्य प्रशिक्षण शिविर का समापन 14 जून को हुआ। केंद्र की निदेशक और सुप्रसिद्ध कथक नृत्यांगना दृष्टि रॉय ने बताया कि अजमेर में कामकाजी महिलाओं में कथक के प्रति ज्यादा आकर्षण देखने को मिला है। शिविर में बालिकाओं के साथ साथ कामकाजी महिलाओं ने भी अपना रजिस्ट्रेशन करवाया और पूरी शिद्दत के साथ कथक नृत्य को सीखा। अनेक महिलाओं का कहना रहा कि कथक नृत्य शरीर को भी स्वस्थ रखता है। दृष्टि रॉय ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि कथक कला के प्रति अजमेर की महिलाओं ने भी रुचि दिखाई है। इस 15 दिवसीय शिविर में शामिल सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। उन्होंने बताया कि उनका संस्थान पिछले तीस वर्षों से अजमेर में महिलाओं को कथक नृत्य का प्रशिक्षण दे रहा है। इस शिविर में ईटीवी मनोरंजन के सीरियल ड्रामेबाज की विजेता एंजल सुखवानी ने भी कथक के गुर सिखाए। कथक नृत्य और शिविर के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9982201133 पर निदेशक दृष्टि रॉय से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (17-06-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511