पुस्तक के विमोचन समारोह में डॉ. सतीश पूनिया की लोकप्रियता देखने को मिली। प्रशंसकों को 24 अक्टूबर को जन्मदिन के अवसर पर गोवर्धन जी की परिक्रमा में आमंत्रित किया। भारत के लोकतंत्र का चेहरा है भीलवाड़ा की जिला प्रमुख बरजी बाई भील। गजादान चारण, आरजे कार्तिक, शिवांगी सिकरवाल, मनमीत सोनी, दिनेश कुमार सूत्रधारा व नीलू शेखावत का सम्मान।
12 अक्टूबर को जयपुर में विधानसभा के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के सभागार में भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया की पुस्तक अग्निपथ नहीं जनपथ का विमोचन हुआ। समारोह शुरू होने से पहले ही सभागार पूरा भर गया। लोगों को सीढिय़ों पर बैठना पड़ा। भीड़ को देखते हुए क्लब के दो बड़े हॉलों में स्क्रीन लगाकर लोगों को बैठाया गया। लेकिन फिर भी अनेक लोग क्लब भवन के बाहर ही खड़े रहे। लोगों की संख्या को देखते हुए डॉ. पूनिया ने कहा कि मैंने जिन लोगों को आमंत्रित नहीं किया वे भी आए हैं, यह उनका मेरे प्रति स्नेह हैं। जिन लोगों को आज के समारोह में बैठने के लिए कुर्सी नहीं मिली है, उन सबसे मैं क्षमा मांगता हंू। मेरा सभी प्रशंसकों से आग्रह है कि 24 अक्टूबर को मेरे जन्मदिन पर गोवर्धन जी की परिक्रमा का कार्यक्रम रखा गया है, उसमें सभी प्रशंसक आमंत्रित हैं। तब मैं अपने प्रशंसकों के साथ भोजन भी ग्रहण करुंगा। डॉ. पूनिया ने कहा कि आज के समारोह में जो सांसद, विधायक, मंत्री, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक आदि आए हैं, उन सभी का मैं आभारी हूं। मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतना स्नेह लोगों का मिलेगा।
लोकतंत्र का चेहरा:
पूनिया की पुस्तक विमोचन समारोह की अध्यक्षता भीलवाड़ा की जिला प्रमुख बरजी बाई भील ने की। बरजी बाई ने बताया कि मैं तो गांव में बकरी चराने का काम करती थी। लेकिन पूनिया जी ने मुझे जिला परिषद सदस्य का टिकट दिया और फिर जिला प्रमुख भी बनवाया। जब मुझे सदस्य का उम्मीदवार बनाया गया, तब मैंने पूनिया जी से पूछा अब मेरी बकरियां कौन चराएगा? समारोह में डॉ. पूनिया ने कहा कि बरजी बाई का भीलवाड़ा का जिला प्रमुख बनना बताता है कि भारत के लोकतंत्र में कितना ताकत है। यहां यह उल्लेखनीय है कि भीलवाड़ा का जिला प्रमुख एसटी (अनुसूचित जनजाति) महिला के लिए आरक्षित था और बरजी बाई अकेली एसटी महिला सदस्य बनी, ऐसे में उनका चयन जिला प्रमुख के पद पर हो गया। पुस्तक विमोचन समारोह की अध्यक्षता करवाने के लिए राज्यपाल कटारिया ने भी डॉ. पूनिया की प्रशंसा की।
प्रतिभाओं का सम्मान:
विमोचन समारोह का प्रभावी तरीके से संचालन लाडनूं गवर्नमेंट कॉलेज के प्राध्यापक और विख्यात साहित्यकार गजादान चारण ने किया। इस अवसर पर चारण के साथ साथ रेडियो जॉकी कार्तिक, कवयित्री शिवांगी सिकरवाल, लेखक मनमीत सोनी, साहित्यकार दिनेश कुमार सूत्रधार, तथा लोक संस्कृति का प्रसार करने वाली नीलू शेखावत का सम्मान किया गया।
S.P.MITTAL BLOGGER (13-10-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511