12वीं के छात्र को निर्वस्त्र कर अश्लील हरकतें और पिटाई करने के मामले में आखिर मयूर स्कूल के प्राचार्य संजय खाती ने अपनी गलती को स्वीकारा। अजमेर के मेयो शिक्षण संस्थान की हो रही है बदनामी। जोधपुर घराने के प्रमुख गज सिंह प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष।
देश के सुप्रसिद्ध मेयो शिक्षण संस्थान द्वारा संचालित मयूर स्कूल की 12वीं कक्षा के छात्र को निर्वस्त्र कर अश्लील हरकतें और पिटाई करने के मामले में आखिर स्कूल के प्राचार्य संजय खाती ने अपनी गलती को स्वीकार कर लिया है। प्राचार्य ने 19 नवंबर को मीडिया के समक्ष कहा कि 12वीं कक्षा के जिन चार छात्रों पर अपने सहपाठी के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप था, उन्हें पहले ही निलंबित किया गया, लेकिन फिर प्री-बोर्ड परीक्षा के कारण स्कूल ओ की अनुमति दे दी। आरोप छात्रों को स्कूल में देखने के बाद ही पीड़ित छात्र के परिजन ने नाराजगी जताई और दो मुकदमें पुलिस में दर्ज करवाए। यदि प्राचार्य संजय खाती आरोपी छात्रों के विरुद्ध पहले ही प्रभावी कार्यवाही कर देते तो अजमेर के मेयो शिक्षण संस्थान और मयूर स्कूल की बदनामी नहीं होती। अब जब छात्र को प्रताडि़त किए जाने का मामला मीडिया में सुर्खियां बन रहा है, तब प्राचार्य खाती ने आरोपी छात्रों के स्कूल आने पर रोक लगाई है। जानकार सूत्रों के अनुसार आरोपी छात्र प्रभावशाली परिवारों के हैं, इसलिए प्राचार्य ने पहले पूरे प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया। आरोपी छज्ञत्र में समुदाय विशेष के छात्र भी शामिल हैं। पीड़ित के परिजन का कहना है कि आरोपी छात्रों ने एक बार नहीं बल्कि दो बार बुरा बर्ताव किया। दोनों घर के वीडियो बनाकर स्कूल के वाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट किए। 19 नवंबर को ही एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने अजमेर के क अलवर गेट स्थित मयूर स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने स्कूल के प्राचार्य का पुतला भी जलाया।
गज सिंह हैं प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष:
मेयो शिक्षण संस्थान की मौजूदा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष जोधपुर घराने के प्रमुख गज सिंह है। यह कमेटी ही मेयो कॉलेज के साथ साथ अजमेर में मयूर स्कूल और मेयो गर्ल्स स्कूल का संचालन करती है। प्रबंध कमेटी में प्रदेश के पूर्व राज परिवारों के प्रमुख सदस्य बने हुए हैं। शासन प्रशासन में प्रबंध कमेटी के सदस्यों का दबदबा है। लेकिन अब मयूर स्कूल के ताजा प्रकरण से मेयो शिक्षण संस्थान की बदनामी हो रही है। छात्र को निर्वस्त कर अश्लील हरकते करने के प्रकरण से जाहिर है कि मेयो शिक्षण संस्थानों में अनुशासन नहीं है। गंभीर बात तो यह है कि बदमाश प्रवृत्ति के छात्रों ने कई बार सहपाठी के साथ बुरा बर्ताव किया। इस गंभीर मामले में अभी तक भी मेयो प्रबंध कमेटी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
S.P.MITTAL BLOGGER (20-11-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

