हिंदुओं के तिलक और जनेऊ की रक्षा के लिए ही गुरु तेग बहादुर जी ने अपना बलिदान दिया-गोपाल सिंह लबाना। शहीदी दिवस पर अजमेर में 25 नवंबर को सजेगा दीवान। अजमेर के विश्वनाथ मंदिर के उपासक पंडित गिरिराज शर्मा को मिलेगा माता अंजना सम्मान।
सिख धर्म के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार गोपाल सिंह लबाना ने कहा है कि गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने हिंदुओं के तिलक और जनेऊ की रक्षा के लिए ही अपना बलिदान दिया। इसलिए शहादत के वर्णन में लिखा है कि ‘तिलक, जनेऊ राखा प्रभ ताका। उन्होंने कहा कि आज जब पूरा देश गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीद दिवस मना रहा है, तब युवा पीढ़ी को यह पता होना चाहिए कि आखिर हमारे गुरु ने अपना बलिदान क्यों दिया। इतिहास गवाह है कि क्रूर मुगल शासक औरंगजेब जब तलवार की नोक पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवा रहा था, तब गुरु तेग बहादुर जी ने विरोध किया और इस्लाम धर्म कबूल करने से इंकार कर दिया। यही वजह रही कि 25 नवंबर 1675 को औरंगजेब ने दिल्ली के चांदनी चौक में गुरु तेगबहादुर जी को फांसी पर लटका दिया। आज इसी स्थान पर दिल्ली में गुरुद्वारा शीश गंज साबित बना हुआ है। सिख धर्म के लिए यह गर्व की बात है कि आज हम 350 वां शहीदी दिवस मना रहे है। लबाना ने कहा कि हिंदुओं की रक्षा के लिए सिखों के गुरुओं और उनके अनुयायियों ने बड़े से बड़ा बलिदान दिया है। देश में शहीदी दिवस पर हो रहे बड़े कार्यक्रमों के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9414007822 पर गोपाल लबाना से ली जा सकती है।
अजमेर में सजेगा दीवान:
गुरु तेग बहादुर सत्संग सभा के प्रतिनिधि तेजपाल सिंह साहनी ने बताया कि अजमेर में भी 25 नवंबर को कचहरी रोड स्थित रेलवे बिसिट के सभागार में शहीदी दिवस पर विशेष दीवान सजाया जाएगा। इस अवसर पर प्रात: 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक और शाम को सायं 7:30 बजे से रात्रि 11 बजे तक कीर्तन समागम होगा। दिल्ली के भाई हर तीरथ सिंह सोढ़ी, जालंधर के भाई जसविंदर सिंह दर्जी, भाई जगजीत सिंह नूरी कीर्तन ज्ञान से संगत को निहाल करेंगे। इसके साथ ही गुरु का लंगर भी होगा। उन्होंने शहरवासियों से इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर 22 नवंबर को धोलाभाटा स्थित गुरुद्वारा की ओर से नगर कीर्तन भी निकाला गया। जिसमें भटिंडा के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस नगर कीर्तन में सिख अनुयायियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। 25 नवंबर को होने वाले समागम के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 7737234534 पर तेजपाल सिंह शाहानी से ली जा सकती है।
माता अंजना सम्मान:
25 नवंबर को अजमेर के केशव नगर के विश्वनाथ मंदिर के उपासक पंडित गिरिराज प्रसाद शर्मा को माता अंजना सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। सम्मान स्वरूप 51 हजार रुपए नगद स्मृति चिह्न और श्रीफल प्रदान किया जाएगा। इससे पहले शाम को मंदिर परिसर में ही संगीतमय सुंदरकांड होगा। सांस्कृतिक संस्था सप्तक के प्रमुख ललित शर्मा ने बताया कि संस्था ने प्रतिवर्ष अजमेर के एक मंदिर के उपासक को माता अंजना सम्मान देने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में प्रथम माता अंजना सम्मान पंडित गिरिराज प्रसाद शर्मा जी को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह सम्मान सप्ताक के प्रणेता पंडित महावीर प्रसाद शर्मा और उनकी पत्नी श्रीमती कुंती देवी की प्रेरणा से दिया जा रहा है। इसमें संस्था की संस्थापक संरक्षक प्रभा शर्मा का भी विशेष योगदान है। इस धार्मिक आयोजन से सप्तक के मार्गदर्शक और संगीता स्मृति सेवा संस्थान के संस्थापक सुनील दत्त जैन, सप्तक की संस्थापक संरक्षक प्रभा शर्मा, संरक्षक नटवर गोपाल गोयल, ललित कुमार शर्मा, मनीष अरोड़ा, अध्यक्ष ललित चतुर्वेदी, वर्तिका शर्मा, मनोज डबराल, शशि प्रकाश इंदौरिया, गोप मीरानी, नरेंद्र जैन, रविंद्र जैन, हनुमत शक्ति जागरण समिति के अध्यक्ष आनंद गोयल, अजमेर जिला गौड़ ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष अनिल भारद्वाज, डॉ. आनंद विजय, हरीश चावला, भारत पांडे जुड़े हुए हैं। इस कार्यक्रम के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9414416461 पर ललित शर्मा से ली जा सकती है।
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