आखिर डोटासरा ने मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रभारी की मौजूदगी में रघु शर्मा की इतनी चमचागिरी क्योंकि? केकड़ी उपखंड को जिला बनाने की मांग पर सीएम गहलोत ने चुप्पी साधी।
अजमेर के केकड़ी उपखंड को जिला बनाने की मांग को लेकर 13 मार्च को केकड़ी के विधायक रघु शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जयपुर में सीएमआर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। सीएमआर में ही हुए एक समारोह में रघु शर्मा, गहलोत के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद थे। रघु ने कहा-मुख्यमंत्री जी! आपने केकड़ी को बहुत कुछ दिया, बस अब केकड़ी को जिला बना कर कलेक्टर- एसपी को बैठा दें। जिला बनने के लिए केकड़ी का सबसे मजबूत दावा है। रघु ने सीएम को 1 लाख 80 हजार लोगों की सूची भी दी। रघु ने कहा कि यह सूची विधानसभा चुनाव में भी काम आएगी, क्योंकि इसमें मतदाता का नाम और मोबाइल नंबर भी है यदि एक लाख 80 हजार मतदाताओं की मांग पूरी कर दी जाती है तो विधानसभा चुनाव के परिणाम का अंदाजा लगाया जा सकता है। केकड़ी को जिला बनाने की मांग पर सीएम गहलोत ने तो कुछ नहीं कहा, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने सीएम और प्रदेश प्रभारी रंधावा के सामने रघु शर्मा की चमचागिरी करने की सारी हदें पार कर दी। डोटासरा ने कहा, अशोक गहलोत वही करते हैं जो कांग्रेस हाईकमान कहता है। रघु शर्मा तो खुद हाईकमान है। हाईकमान को तो मांगने की जरूरत नहीं है। डोटासरा ने रघु की तुलना श्रीनाथजी से भी कर दी। डोटासरा ने कहा कि जिस प्रकार नाथद्वारा में श्रीनाथजी मांगने और देने वाले होते हैं, उसी प्रकार केकड़ी को जिला बनाने वाले भी रघु शर्मा ही हैं। यदि मुख्यमंत्री राम लुभाया वाली कमेटी के कार्यकाल को आगे नहीं खिसकाएं तो केकड़ी जिला बन ही जाएगा। डोटासरा ने रघु शर्मा को मुख्यमंत्री गहलोत के बाद दूसरे व तीसरे नंबर का नेता बताया। उन्होंने कहा कि केकड़ी के लोग भाग्यशाली हैं जिन्हें रघु शर्मा जैसा विधायक मिला है। डोटासरा ने कहा कि रघु शर्मा की हिम्मत थी कि गुजरात का प्रभारी बन नरेंद्र मोदी को चुनौती दी। केकड़ी वालों के लिए तो यही काफी है कि रघु शर्मा उनके विधायक हैं। डोटासरा के कथन को लेकर अब राजनीति क्षेत्रों में सवाल उठ रहा है कि आखिर डोटासरा ने रघु कितनी चमचागिरी क्योंकि? सब जानते हैं गुजरात का प्रभारी बनाए जाने के समय रघु प्रदेश के चिकित्सा मंत्री थे, लेकिन बाद में उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। गुजरात से फ्री होने के बाद रघु को फिर से मंत्री बनाने की उम्मीद थी, लेकिन सीएम गहलोत ने रघु को मंत्री नहीं बनाया जानकारों की मानें तो सीएम गहलोत के इशारे पर डोटासरा ने रघु की इतनी चमचागिरी की। डोटासरा खुद तो प्रदेश अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठे हैं, जबकि रघु शर्मा सिर्फ विधायक की भूमिका में है। समारोह में डोटासरा ने रघु की इतनी चमचागिरी की उस समारोह में सीएम गहलोत का केकड़ी को जिला बनाने पर कुछ भी नहीं कहना भी चर्चा का विषय बना हुआ है? कुछ उपखंडों को जिला बनाने के लिए रिटायर आईएएस राम लुभाया की अध्यक्षता में एक कमेटी बना रखी है। गहलोत ने इस कमेटी का कार्यकाल अभी 6 माह और बढ़ा दिया है, ऐसे में जिला बनाने का निर्णय टल गया है। अजमेर में केकड़ी, ब्यावर और किशनगढ़ जिला बनाने का मजबूत दावा रखते हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (14-03-2023)
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