अजमेर के निकटवर्ती राजगढ़ गांव स्थित मसाणिया भैरवधाम का विकास अब अजमेर विकास प्राधिकरण कराएगा। 12 अप्रैल को नवरात्र महोत्सव में भैरवधाम पर छठ के मेले का आयोजन हुआ। इस मेले में देशभर से हजारों श्रद्धालुओं ने भैरवधाम के उपासक चम्पालाल महाराज से चमत्कारिक चिमटी (भभूती) प्राप्त की और मनोकामना स्तंभ की परिक्रमा की। मान्यता है कि भैरवधाम की भभूती लगाने से शरीर के सारे कष्ट और रोग दूर हो जाते हैं। साथ ही मनोकामना स्तम्भ की परिक्रमा लगाने से सभी कामनाएं पूरी होती हैं। छठ के मेले पर भैरवधाम परिसर में ही एक समारोह आयोजित हुआ। समारोह में यह बात सामने आई कि भैरवधाम पर प्रत्येक रविवार को राजस्थान सहित गुजरात, मध्यप्रदेश महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों के श्रद्धालु आते हैं। उपासक चम्पालाल महाराज के दर्शन, चिमटी लेने और मनोकामना स्तम्भ की परिक्रमा करने के लिए शनिवार रात को ही हजारों श्रद्धालु राजगढ़ में डेरा डाल लेते हैं। समारोह में उपस्थित केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री और अजमेर के सांसद सांवरलाल जाट ने घोषणा की कि श्रद्धालुओं के विश्रामगृह के लिए 20 लाख रुपए की राशि सांसद कोष से दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावनाओं के अनपुरूप ही भैरवधाम पर बेटी बचाने का संकल्प करवाया जा रहा है। समारोह में उपस्थित नसीराबाद के विधायक रामनारायण गुर्जर ने कहा यहां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वे अपने विधायक कोष से 10 लाख रुपए की राशि देंगे। उन्होंने माना कि भैरवधाम से सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए सकारात्मक संदेश जा रहा है। समारोह में उपस्थित अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा ने कहा कि भैरवधाम का विकास करने में प्राधिकरण कोई कमी नहीं रखेगा। सांसद और विधायक कोष की राशि विश्रामगृह के लिए कम पड़ती है तो शेष राशि प्राधिकरण के द्वारा खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्ममेदारी हमारी है। उपासक चम्पालाल महाराज ने शराब न पीने और बेटी बचाने का जो अभियान चलाया है, उसकी प्रशंसा देशभर में हो रही है। समारोह में सरकार के मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर ने कहा कि भैरवधाम के विकास में राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी। समारोह में पूर्व विधायक श्रीगोपाल बाहेती ने कहा कि शराब छोडऩे और बेटी बचाने का जो अभियान भैरवधाम से शुरू हुआ है, उसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिहार में पूर्ण शराबबंदी की गई है, उसी प्रकार राजस्थान में भी होनी चाहिए। डॉ. बाहेती ने शराब की लत और कन्या भू्रण हत्या पर कविताएं भी सुनाई। समारोह में मेरा कहना रहा कि जो काम सरकार का है उसे भैरवधाम से किया जा रहा है। जिस प्रकार सरकार अस्पतालों में जरुरतमंद लोगों का मुफ्त इलाज करवाती है, उसी प्रकार भैरव धाम पर बिना कोई चढ़ावा लिए ईश्वरीय चमत्कार से व्यक्ति को रोग मुक्त किया जाता है। मनोकामना स्तम्भ की परिक्रमा कर लेने से मन में संतोष की प्राप्ति होती है। उपासक चम्पालाल महाराज ने अब तक कोई 25 लाख श्रद्धालुओं को शराब छोडऩे और बेटी बचाने का संकल्प करवाया है। सरकार इन्हीं कार्य पर करोड़ों रुपए खर्च करती है, जबकि भैरव धाम पर यह कार्य नि:शुल्क हो रहे हैं। समारोह में नगर निगम के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, डिप्टी मेयर सम्पत सांखला, स्वामी न्यूज चैनल के एमडी कंवल प्रकाश किशनानी आदि ने भी विचार प्रकट किए। इस अवसर पर उपासक चम्पालाल महाराज ने कहा कि भैरवधाम पर जो श्रद्धालु आते हैं, उन्हें इस बात की परवाह नहीं कि यहां कोई सुविधा है या नहीं। यहां आने वाले श्रद्धालु कालो के काल मसाणिया भैरव के भरोसे रहते हैं। मसाणिया भैरव की कृपा से ही कैंसर जैसे रोग दूर होते हैं।
उमड़े श्रद्धालु:
12 अप्रैल को छठ के मेले में भाग लेने के लिए भैरवधाम पर हजारों श्रद्धालु उमड़े। मेले की शुरुआत भैरवधाम पर झंडा रोहण के साथ की गई। सभी श्रद्धालुओं को भैरवधाम की ओर से भोजन करवाया गया। समारोह को सफल बनाने में अविनाश सेन, प्रकाश रांका, आशीष चौधरी, ओम प्रकाश सेन आदि की सक्रिय भूमिका रही।
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(एस.पी. मित्तल) (12-04-2016)
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