बीसलपुर बांध से अजमेर आने वाला पानी सरवाड़ में यूं ही बह रहा है, इसकी जानकारी एक्सईएन तक को नहीं। अजमेर में चार पांच दिन में सप्लाई से त्राहि त्राहि। आखिर प्रशासनिक अमला किसे बेवकूफ बना रहा है।

अजमेर में जिला मुख्यालय पर होने वाली बैठकों में बार बार दावा किया जाता है कि पेयजल वितरण की व्यवस्था में सुधार हो रहा है। जलदाय विभाग के इंजीनियर फॉयसागर से भी पेयजल सप्लाई का दावा करते हैं, लेकिन इसे पअऊसोसनाक ही कहा जाएगा कि बीसलपुर बांध से अजमेर आने वाला पानी पिछले दस दिनों से सरवाड़ के रघुनाथ पुरा गांव में यूं ही बह रहा है। ग्रामीणों के अनुसार 900 एमएम की पाइप लाइन के एक चैम्बर से पानी लगातार बह रहा है, जिसकी वजह से गांव में तीन किलोमी की नहर बन गई है। पाइप से निकलने वाला पानी खेतों में भर गया है। इसकी वजह से किसान अपने खेतों में फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे है। अजमेर में मुख्यालय पर बैठकर पेयजल की समस्या के समाधान का दावा करने वालों के लिए यह शर्मनाक बात है कि रघुनाथ पुरा गांव के लीकेज की जानकारी जलदाय विभाग के केकड़ी स्थित एक्सईएन विक्रम सिंह गुर्जर को नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासनिक अमला अजमेर की पेयजल समस्या के प्रति कितना गंभीर है। अजमेर आने वाला पानी सरवाड़ में यूं ही बहता रहे और संबंधित इंजीनियरों व प्रशासनिक अधिकारियों को पता भी न चले। एक और सरवाड़ में लाखों गैलन पानी यूँ ही बह रहा है तो दूसरी ओर अजमेर में चार पांच दिन में पेयजल की सप्लाई होने से त्राहि त्राहि मची हुई हे। परेशान लोग प्रतिदिन अपने जनप्रतिनिधियों और जलदाय विभाग के इंजीनियरों को लानत दे रहे है। इन दिनों आसोज माह की तेज गर्मी से पानी की मांग और बढ़ गई है। लेकिन जन्रपतिनिधियों और प्रशासनिक अमले को लोगों की परेशानी से कोई सरोकार नहीं है। गंभीर बात तो यह है कि सरकार ने बीसलपुर की पाइप लाइन के मेंटेनेंस का ठेका दे रखा है। संबंधित ठेकेदार को प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का भुगतान किया जाता है, लेकिन ठेकेदार, इंजीनियर और जनप्रतिनिधियों की मिली भगत है, इसलिए रघुनाथपुरा गांव के लीकेज की मरम्मत नहीं हो पाती। 900 एमएम पाइप लाइन से निकले वाले पानी से तीन किलोमीटर की नहर बनना दर्शाता है कि भ्रष्टाचार जमकर हो रहा है। मालूम हो कि 135 किलोमीटर दूर बीसलपुर बांध से ही पानी अजमेर तक पहुंचता है। बीसलपुर बांध अजमेर का एक मात्र पेयजल का स्त्रोत है। अजमेर तक बिछी पाइप लाइन में बदलाव वर्ष 2021 में ही हो जाना चाहिए था, लेकिन अजमेर जिले के जनप्रतिनिधियों की नाकामी के कारण नए पाइप नहीं बिछाए सके। यही वजह है कि अजमेर में मांग के अनुरूप पानी नहीं पहुंच पाता। जहां तक बीसलपुर बांध में पेयजल की मात्रा का सवाल है तो इस वर्ष भी बांध ओवरफ्लो हुआ है। यानी बांध में पानी की कोई कमी नहीं है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (03-10-2024)

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