859 में से 55 अभ्यर्थी ही फर्जीवाड़ा कर थानेदार बने इसलिए सरकार एसआई परीक्षा रद्द नहीं करेगी। जैसा कांग्रेस के शासन में चला वैसा ही भाजपा के शासन में चल रहा है-हाईकोर्ट
एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने के मामले में राजस्थान की भाजपा सरकार हाईकोर्ट में तारीख पर तारीख ले रही है। 26 मई के लगातार तीसरा अवसर रहा, जब सरकार की ओर से जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया। हाईकोर्ट की जयपुर स्थित पीठ के न्यायाधीश समीर जैन ने तीन माह पहले कहा था कि यदि सरकार कोई निर्णय नहीं लेगी तो अदालत अपना वैसा फैसला सुना दगी। जस्टिस जैन के सख्त रवैये के बाद भी सरकार की ओर से जवाब प्रस्तुत नहीं किया जा रहा। पहले भारत पाकिस्तान के बीच हुई सैन्य कार्यवाही को लेकर दो बार तारीख ली गई तो 26 मई को सरकार की ओर से कहा गया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के दिल्ली चले गए। इसलिए एसआई भर्ती परीक्षा पर निर्णय नहीं लिया जा सका। चूंकि एक जून से 30 जून तक हाईकोर्ट में गर्मी की छुट्टियां होंगी, इसलिए अब एसआई भर्ती के मामले में एक जुलाई को सुनवाई होगी। 26 मई को हुई सुनवाई के दौरान जस्टिस समीर जैन ने जानना चाहा कि जब पुलिस मुख्यालय, जांच एजेंसी, मंत्रिमंडलीय उप समिति आदि सभी ने एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की सिफारिश की है तो फिर सरकार इस परीक्षा को रद्द क्यों नहीं कर रही? इसके जवाब में महाधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद का कहना रहा कि पहले ऐसा अनुमान था कि 859 अभ्यर्थियों में से आधे से ज्यादा ने अनुचित साधनों का उपयोग कर परीक्षा उत्तीर्ण की है, लेकिन अब पता चला है कि मात्र 55 अभ्यर्थियों ने फर्जीवाड़ा किया है। सरकार ने इन सभी 55 अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग के दौरान ही बर्खास्त कर दिया है। ऐसे में सरकार यह विचार कर रही है कि पूरी परीक्षा को रद्द क्यों किया जाए। महाधिवक्ता के इस कथन से प्रतीत होता है कि राजस्थान में भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द नहीं करेगी। 26 मई को हुई सुनवाई के दौरान परीक्षा रद्द करने की याचिका दायर करने वालों के वकील आरपी सिंह ने जानना चाहा कि आखिर भाजपा सरकार में यह क्या चल रहा है? सरकार आखिर निर्णय क्यों नहीं ले रही। इस पर जस्टिस समीर जैन ने एडवोकेट आरपी सिंह से पूछा कि आपकी सरकार में क्या चल रहा था? मालूम हो कि कांग्रेस की सरकार में आरपी सिंह अतिरिक्त महाअधिवक्ताथे। अशोक हलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए भी कांग्रेस के शासन में एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने के निर्णय नहीं लिया जा सका। जबकि अभ्यर्थियों को फर्जीवाड़ा कांग्रेस के शासन में ही उजागर हो गया था। यानी इस परीक्षा को लेकर जैसा कांग्रेस के शासन में चल रहा था, वैसा ही भाजपा के शासन में चल रहा है। कांग्रेस के शासन में भाजपा के नेता और भाजपा के शासन में कांग्रेस के नेता इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
S.P.MITTAL BLOGGER (27-05-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511