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अजमेर शहर में इन दिनों एक अनोखा धार्मिक अनुष्ठान हो रहा है। शहर के पुष्कर रोड स्थित जिस करंट वाले बालाजी के मंदिर से हनुामन जी की प्रतिमा को उखाड़ा गया है, उसे 19 अप्रैल को विधि विधान से कुछ दूरी पर बने नए मंदिर परिसर में पुर्नस्थिापित किया जाएगा। इस धार्मिक अनुष्ठान की सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि अब मंदिर का जो ढांचा बचा है, उसे जेसीबी से नहीं गिराया जाएगा, बल्कि ढांचे की ईंट मिट्टी, लोहा आदि निर्माण सामग्री को प्रसाद के तौर पर श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा। ढांचे को तोडऩे का काम भी श्रद्धालु करेंगे। क्षेत्रीय पार्षद राजेन्द्र सिंह पंवार ने कहा कि बरसों पुराने इस मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी है। इसलिए इसकी निर्माण सामग्री को किसी नाले में नहीं फेंका जा सकता। क्षेत्रवासियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ही निर्माण सामग्री प्रसाद के तौर पर वितरित की जाएगी।
सड़क के लिए हटाया बालाजी का मंदिर
पुष्कर रोड के मार्ग को 60 फीट चौड़ा करने के लिए करंट वाले बालाजी के मंदिर को हटाया गया है। चूंकि यह मंदिर बीच सड़क पर बना हुआ था, इसलिए इसे हटाया जाना जरूरी था। मंदिर को आम सहमति से हटवाने में मेयर धर्मेन्द्र गहलोत की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। इस भूमिका का अंदाजा इसे से लगाया जा सकता है कि 17 अप्रैल को जब मंदिर से बालाजी की प्रतिमा को उखाड़ा गया तो पहले मेयर गहलोत ने प्रतिमा के सामने खड़े होकर प्रार्थना की और प्रतिमा को उखाडऩे की अनुमति बालाजी से मांगी। प्रार्थना के बाद गहलोत ने श्रद्धालुओं से कहा कि बाला जी ने अपनी प्रतिमा को उखाडऩे की अनुमति मुझे दे दी है। गहलोत के इस कथन के बाद तत्काल बालाजी की प्रतिमा को उखाड़ दिया गया। अब इसी प्रतिमा की पुर्नस्थापना आना सागर पुलिस चौकी के परिसर में बनाए गए मंदिर में 19 अप्रैल को दोपहर 12 बजे धूमधाम से होगी।
जनसहयोग से बना है भव्य मंदिर:
मेयर गहलोत ने बताया कि पुलिस चौकी के परिसर में नगर निगम की भूमि पर जनसहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है। इस नए मंदिर परिसर में बालाजी की प्रतिमा के साथ-साथ राम दरबार और शिव परिवार भी स्थापित किए गए हैं। गहलोत ने क्षेत्रवासियों का आभार जताते हुए कहा कि लोगों ने एक सकारात्मक संदेश दिया है।
यातायात का दबाव:
पुष्कर रोड पर ऋषिघाटी से लेकर आना सागर पुलिस चौकी तक के मार्ग पर यातायात का जबर्दस्त दबाव है। इसी मार्ग पर श्मशान भी है। शहर का सबसे बड़ा श्मशान स्थल होने के कारण दिन में कई बार यातायात जाम होता है। करंट वाले बालाजी का मंदिर हटने के बाद अन्य धार्मिक स्थलों की भूमि का उपयोग भी सड़क के लिए किया जाएगा। मेयर गहलोत का कहना है कि सभी मुद्दों पर आम सहमति बनाई जाएगी।
(एस.पी.मित्तल) (18-04-17)
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