कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित होने के बाद रिजु झुनझुनवाला की औद्योगिक ईकाई ने अजमेर की एक संस्था को तीन लाख रुपए दान किए। क्या यह चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हैं?
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2 अप्रैल को अजमेर के लोहागल रोड स्थित ज्ञानम एज्युकेशन वेलफेयर सोसायटी के केन्द्र पर एलएनजे ग्रुप की ओर से तीन लाख रुपए का चैक सोसायटी की प्रमुख श्रीमती अलका गोधा को दिया गया। सब जानते है कि इन दिनों अजमेर में भी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई है और एक अप्रैल को ही रिजु झुनझुनवाला को कांग्रेस ने अजमेर से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। दो अप्रैल से ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। एलएनजे ग्रुप कांगे्रस प्रत्याशी रिजु झुनझुनवाला के मालिकाना हक वाला ही है। इस ग्रुप में रिजु से जुड़ी 14 कंपनियां करोड़ों का कारोबार करती है। एलएनजे का मतलब है लक्ष्मी निवास झुनझुनवाला। लक्ष्मी निवास कांग्रेस प्रत्याशी रिजु के दादा लगते हैं। एलएनजे ग्रुप से ही भीलवाड़ा की मयूर सूटिंग्स कंपनी भी जुड़ी हुई है। तीन लाख रुपए का चैक लेने वाली सोसायटी का कहना है कि सोसायटी ने मयूर सूटिंग्स को पांच लाख रुपए का प्रोजेक्ट बना कर भेजा था। ऐसा प्रोजेक्ट वो हमेशा बनाकर भेजते हैं। इस बार कंपनी ने तीन लाख रुपए की मदद की है, जिसके लिए हम मयूर सूटिंग्स के आभारी हैं। अलका ने स्वीकार किया कि चैक देने के समय रिजु झुनझुनवाला के प्रतिनिधि रजनीश वर्मा, शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन एवं कांगे्रस के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। उनकी सोसायटी गरीब और जरुरतमंद बच्चों की निःशुल्क पढ़ाई लिखाई का कार्य करती है। इसी प्रकार रिजु के प्रतिनिधि वर्मा ने भी माना कि 2 अप्रैल के समारोह में वे स्वयं उपस्थित थे। एलएनजे ग्रुप सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य करता रहता है। आचार संहिता का उल्लंघन:
अजमेर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रिजु से जुड़ी औद्योगिक ईकाई द्वारा तीन लाख रुपए दिए जाने को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जा रहा है। चूंकि चैक देते समय के फोटो और वीडियो भी उपलब्ध है और कोई भी पक्ष घटना से इंकार नहीं कर रहा है। इसलिए अब देखना होगा कि निर्वाचन विभाग कब कार्यवाही करता है। उल्लेखनीय है कि रिजु की विभिन्न कंपनियां तीन हजार करोड़ रुपए का कारोबार करती हैं।