पीएम का स्वच्छता अभियान सफल बनाने के लिए सफाई कर्मी दीपा का सम्मान। अजमेर में भारत विकास परिषद की अनुकरणीय पहल।

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पीएम का स्वच्छता अभियान सफल बनाने के लिए सफाई कर्मी दीपा का सम्मान।
अजमेर में भारत विकास परिषद की अनुकरणीय पहल।
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15 जुलाई को भारत विकास परिषद की युवा शाखा की ओर से अजमेर के कोटड़ा स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल के सभागार में गुरु वंदन, छात्र अभिनंदन कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में मुझे मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया। इस पूरे कार्यक्रम की सबसे खास बात स्कूल की सफाई कर्मचारी श्रीमती दीपा का सम्मान रहा। असल में प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी के स्वच्छता अभियान की सफलता में दीपा जैसे सफाई कर्मियों का ही विशेष योगदान हैं। परिषद ने सफाई कर्मी दीपा का सम्मान कर एक अनुकरणीय पहल की है। अपने सम्मान से दीपा तो बेहद खुश थी, लेकिन मैं स्वयं को भी गौरवांवित मान रहा था कि मैंने दीपा को स्मृति चिह्न, दुपट्टा और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। यह माना कि स्वच्छता के प्रति जागरुकता बड़ी है। लेकिन यदि दीपा सफाई का काम न करे तो सब तरफ गन्दगी ही नजर आएगी। स्कूल के प्राचार्य अजय सिंह ने बताया कि दीपा स्कूल परिवार की महत्त्वपूर्ण सदस्य है। यदि कोई शिक्षक और विद्यार्थी कागज के टुकड़े इधर-उधर फेंकते हैं तो दीपा ही रोकती है। दीपा अपने छोटे पुत्र को सेंट्रल एकेडमी स्कूल में ही पढ़ा रही है। परिवार की विपरित परिस्थितियों में भी दीपा का व्यवहार भी काबीले तारीफ है। स्वच्छता अभियान के नाम पर मंत्री और अधिकारी तो सम्मानित होते रहते हैं। लेकिन दीपा का सम्मान उन सब से अलग है। दीपा का सम्मान करने के लिए भारत विकास परिषद बधाई के पात्र हैं।
बच्चे नहीं करे मोबाइल का उपयोग:
गुरु वंदन, छात्र अभिनंदन कार्यक्रम में मैंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में तो गुरु का स्थान सबसे ऊपर है। लेकिन शिक्षा में व्यावसायिक नजरिया आ जाने से गुरु शिष्य में पहले जैसा भाव नहीं है। लेकिन फिर भी विद्यार्थियों को अपने शिक्षकों का सम्मान करना चाहिए, क्योंकि शिक्षक ही हमें सुयोग नागरिक बनाता है। अनेक परेशानियां झेलते हुए माता-पिता अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। बच्चों पर अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने का भी दायित्व है। इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि स्कूल की छोटी क्लासों में पढऩे वाले बच्चे भी अब मोबाइल का उपयोग करने लगे हैं। जबकि स्कूल में बच्चों को मोबाइल की कोई जरुरत नहीं होती है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि परिषद के प्रांतीय अधिकारी भारत भूषण बंसल ने कहा कि मां हमारी पहली गुरु है। उन्होंने परिषद के पांच सूत्रों की जानकारी विस्तार से दी। कार्यक्रम का सफल संचालन स्कूल के शिक्षक मोहन ने किया, जबकि संदीप गोयल, अनुपम गोयल, रौनक सोगानी, विनय भगत, अनुज गर्ग, देवेन्द्र गर्ग, मोहित बंसल, लोकेश अग्रवाल आदि ने सक्रिय भूमि निभाई।
एस.पी.मित्तल) (15-07-17)
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