युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए अजमेर में चल रही है 26 शालाए।
युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए अजमेर में चल रही है 26 शालाए। संस्कारवानों का 19 अगस्त को सम्मेलन भी।
इंटरनेट और टीवी के दौर में जब आम युवा अपने मोबाइल पर ही व्यस्त है, तब अजमेर में संस्कार शाला अभियान के अंतर्गत 26 बस्तियांे में संस्कार शालाएं चलाई जा रही है। इस अभियान से जुड़े आनंद प्रकाश गोयल ने बताया कि इन शालाओं के माध्यम से बस्तियों में प्रति दिन दो घंटे भारतीय संस्कृति के बारे में युवाओं को जानकारी दी जाती है। आज आवश्यकता है कि युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाया जाए। एकल परिवार की वजह से दादा-दादा, नाना-नानी एक साथ नहीं रह पा रहे हैं। इससे बच्चे को हमारे संस्कारों की जानकारी नहीं हो रही है। प्रशिक्षण वर्ग में देश भक्ति प्रेरणादायी गीत, भजन, कथा कहानियां, महापुरुषों की जीवनी, सामान्य ज्ञान, भारतीय संस्कृति, योग आदि की जानकारी दी जाती है। इन शालाओं में 5 से 13 वर्ष तक की उम्र के बच्चे भाग ले रहे हैं। इसी क्रम में संस्कार शाला परिवार का वार्षिक उत्सव आगामी 19 अगस्त को सायं चार बजे अजमेर के जवाहर रंगमंच पर मनाया जा रहा है। इस सम्मेलन में भीलवाड़ा स्थित हरिसेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम, विश्व हिन्दू परिषद के ट्रस्टी हांगकांग निवास सोहन गोयनका, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक विजयानंद आदि भाग लेंगे। इस संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नबर 9829383000 पर आनंद प्रकाश गोयल से ली जा सकती है।