राजस्थान के मालपुरा में हालात सुधारने के प्रयास।
दूसरे दिन भी कफ्यू जारी। हिन्दू और मुस्लिम प्रतिनिधियों को एक जाजम पर बैठाने की कोशिश। सांसद और विधायक की गतिविधियों से सीएम को अवगत कराया।
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25 अगस्त को राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा कस्बे में लगातार दूसरे दिन भी कफ्यू लगा रहा। हालांकि आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के लिए प्रशासन ने कुछ लोगों को कफ्यू पास जारी किए है, लेकिन लगातार दूसरे दिन कफ्र्यू लगे रहने से लोगों को परेशानी होना शुरू हो गई है। 24 अगस्त की रात को ही प्रशासन ने हिन्दू और मुस्लिम प्रतिनिधियों को बुलाकर संवाद किया था। प्रशासन का प्रयास है कि जल्द ही दोनों को एक जाजम पर बैठाकर हालात सामान्य किए जाए। कानून व्यवस्था की कमान संभाल रहे अतिरिक्त संभागीय आयुक्त केके शर्मा ने बताया कि हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से लगातार सम्पर्क बना रखा जा रहा है। समीक्षा के बाद ही कफ्यू में ढील देने पर विचार होगा, फिलहाल इंटरनेट सेवाओं को भी बंद रखा गया है। प्रशासन नहीं चाहता कि 23 व 24 अगस्त के हालात फिर से उत्पन्न हो।
सांसद और विधायक की गतिविधियों से सीएम को अवगत करायाः
टांेक के भाजपा सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया और विधायक कन्हैयालाल च ौधरी की मालपुरा में चल रही गतिविधियों से प्रदेश की सीएम वसुध्ंारा राजे को अवगत करवा दिया गया है। उच्च प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार सीएम ने 24 अगस्त से ही जोधपुर संभाग में अपनी गौरव यात्रा शुरू की है। व्यस्तता के बीच ही सीएम को मालपुरा के हालातों के बारे में बताया गया है। मालूम हो कि 24 अगस्त को मालपुरा के बारादरी बालाजी परिसर में सांसद और विधायक की उपस्थिति में बैठक हुई थी। बैठक के बाद ही मालपुरा में तिरंगा यात्रा निकाली गई, इससे जो हालात उत्पन्न हुए उसे देखते हुए की कफ्र्यू लगाना पड़ा। दोनों समुदायों के लोगों के आमने सामने हो जाने से हालात बेकाबू हो गए। आगजनी आदि की घटनाएं भी हुई। असल में तिरंगा यात्रा निकालने वालों में 23 अगस्त की घटना को लेकर गुस्सा है। 23 अगस्त को बीसलपुर बांध से जल लेकर आ रहे कावड़ यात्रियों का दल जब मालपुरा के टोडा रोड से गुजर रहा था कि तभी समुदाय विशेष के लोगों ने लाठी सरिए व धारदार हथियारों से हमला कर दिया। आरोप है कि पुलिस तत्काल कोई कार्यवाही नहीं की। इसलिए सांसद और विधायक की पहल पर हुई बैठक में लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया।