अजमेर से भाजपा के पांच विधायकों के टिकट काटने का मन।

अजमेर से भाजपा के पांच विधायकों के टिकट काटने का मन। पहाड़िया का शक्ति प्रदर्शन। कांग्रेसियों का दिल्ली में जमावड़ा।
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7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस में उम्मीदवारों के चयन का काम अब अंतिम चरण में है। कांग्रेस में अशोक गहलोत और सचिन पायलट की मौजूदगी में दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की मशक्कत चल रही है, वहीं भाजपा में जयपुर में सीएम वसुंधरा राजे और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर की उपस्थिति में उम्मीदवारों पर अंतिम निर्णय लिया जा रहा है। कांग्रेस के मुकाबले भाजपा में ज्यादा खींचतान है, क्योंकि वर्तमान मंे भाजपा के 200 में से 163 विधायक हैं। तीस अक्टूबर को जयपुर में जो कोर कमेटी की बैठक हुई, उसमें अजमेर जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों पर निर्णय हुआ। हालांकि यह निर्णय गोपनीय रखा गया है, लेकिन कहा जा रहा है कि भाजपा के सात में से पांच विधायकों के टिकिट काटने का मन बना लिया गया है। दीपावली से पहले कोई बखेड़ा न हो, इसके लिए जिन विधायकों के टिकिट कट रहे हैं, उन्हें पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह से मिलवाया जाएगा। ऐसे विधायकों को अमितशाह यह भरोसा दिलाएंगे कि उनका भविष्य भाजपा में सुरक्षित है, चूंकि इस बार राजस्थान में दोबारा से भाजपा की सरकार बनवानी है इसलिए सख्त निर्णय लिए गए हैं। विधायकों को यह भी समझाया जाएगा कि टिकिट कटने का मतलब उनकी छवि खराब होना नहीं है। असल में भाजपा को जीत हासिल करनी है, इसलिए नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है। जानकारों की माने तो कोर कमेटी के मन की जानकारी उन विधायकों को लग गई है, जिनके टिकिट काटे जा रहे हैं । चूंकि कोर कमेटी में केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से लेकर  पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ और अरुण चतुर्वेदी तक शामिल हैं, इसलिए इशारा तो मिल ही गया है। किसी भी विधायक को अपना क्षेत्र बदलने की इजाजत भी नहीं है। इसलिए जिन विधायकों के टिकिट कट रहे हैं, उन्हें अब अपने क्षेत्र में ही नए उम्मीदवार को जिताने का काम करना पड़ेगा। विधायक भगावत करेगा, उसे भाजपा से बाहर कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि जिन विधायकों के टिकिट कट रहे हैं उनके स्थान पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठ भूमि वाले उम्मीदवार खड़े किए जाएंगे। चूंकि भाजपा के नेताओं में संघ का हमेशा डर बना रहता है, इसलिए यह माना जा रहा है कि संघ पृष्ठ भूमि के उम्मीदवारों का निवर्तमान विधायक विरोध नहीं कर पाएंगे। जिन पांच विधायकों के टिकिट कट रहे हैं उनमें से कई मंत्री स्तर की सुविधाएं ले रहे हैं। अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से संघ पृष्ठ भूमि के निरंजन शर्मा का नाम अचानक उभरा है, हालांकि दक्षिण क्षेत्र से जिला प्रमुख वंदना नोगिया रोजाना जयपुर में उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं। केकड़ी विधानसभा क्षेत्र से डाॅ. जीएल शर्मा का नाम तेजी से उभरा है। किशनगढ़ में सुरेश टांक और चेतन च ौधरी ने अभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी है। इसी प्रकार पुष्कर में मुंसिफ अली खान मौके की तलाश में बैठे हैं। कपालेश्वर महादेव मंदिर के महंत सेवानंद गिरि का मकसद अब मौजूद विधायक सुरेश रावत का टिकिट कटवाना रह गया है। ब्यावर से इंदर सिंह बागावास और देवीशंकर भूतड़ा ने पूरी ताकत लगा रखी है। मसूदा विधानसभा क्षेत्र से श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा का टिकिट कटवाने के लिए नवीन शर्मा अंतिम समय तक प्रयासरत हैं। हालांकि पलाड़ा को संघ का पूर्ण समर्थन प्राप्त है। नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का विधायक नहीं है। ऐसे में कई भाजपा नेता नसीराबाद पर नजर लगाए हुए हैं। पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया ने तो अपने समर्थकों के साथ जयपुर में उपस्थिति दर्ज करवाई है। पहाड़िया के समर्थकों को लगता है कि नसीराबाद से रावत और गुर्जर समुदाय को हटा कर वैश्य समुदाय का उम्मीदवार बनाया जा रहा है। जबकि शक्ति सिंह रावत जैसे नेता भी प्रयासरत हैं। पूर्व में पांच दावेदारों ने मिलकर स्थानीवाद का जो अभियान चलाया था, वह अपने आप फुस्स हो गया, क्योंकि ये पांचों दावेदार अलग अलग हो गए हैं। चूंकि पांच विधायकों के टिकिट कट रहे हैं, इसलिए भाजपा के सैकड़ों दावेदार उत्साहित हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा की कोर कमेटी ने जो पैनल बनाया है उस पर एक नवम्बर को दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की मुहर लग जाएगी।
कांग्रेसियों का दिल्ली में डेरा
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में हो रही है, इसलिए अजमेर के कांगे्रेसियों का दिल्ली में डेरा है। यह डेरा पिछले कई दिनों से चल रहा है। कहा जा रहा है के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व सीएम अशोक गहलोत जो सूची बनाएंगे उसी को कांग्रेस हाईकमान मंजूरी देगा। हालांकि स्क्रीनिंग कमेटी में राष्ट्रीय सचिवों को भी शामिल किया गया है। लेकिन अंतिम निर्णय पायलट और गहलोत का ही होगा। अजमेर के जिन नेताओं ने दिल्ली तक दौड़ लगाई है उनमें डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती, कमल बाकोलिया, राजकुमार जयपाल, दीपक हासानी, विजय जैन, हाजी कयूम खान, नाथुराम सिनोदिया, मनोज च ौहान, रामस्वरूप च ौधरी शामिल हैं। 29 अक्टूबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक 15 जीएमआर में हुई थी, लेकिन यहां हंगामा हो जाने की वजह से तीस अक्टूबर को कमेटी की बैठक पांंिडचेरी भवन में हुई।
एस.पी.मित्तल) (30-10-18)
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