पिता रमजान खान की राजनीतिक विरासत पर पहले मेरा अधिकार-फैय्याज खान।

पिता रमजान खान की राजनीतिक विरासत पर पहले मेरा अधिकार-फैय्याज खान। सलावत खान कर रहे हैं गुमराह।
=======
अजमेर जिले के पुष्कर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर पांच बार चुनाव लड़ कर तीन बार जीत दर्ज करवाने वाले स्वर्गीय रमजान खान के पुत्र फैय्याज खान ने कहा है कि उनके पिता की राजनीतिक विरासत पर मेरा अधिकार पहला है। भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलावत खान स्वयं को मेरे पिता का निकट रिश्तेदार बता कर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को गुमराह कर रहे हैं। पुष्कर से भाजपा का टिकिट लेने के लिए सलावत ने अपने बायोडाटा पर मेरे पिता का फोटो भी लगा लिया है। फैय्याज खान ने माना कि सलावत से दूर की रिश्तेदारी है, लेकिन वे मेरे पिता का नाम का उल्लेख अपने राजनीतिक फायदे के लिए नहीं कर सकते हैं। मेरे पिता अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे है, उसी का फायदा सलावत ने मोर्चे का उपाध्यक्ष बनने में उठाया। राजनीति में सभी को दावेदारी जताने का हक है, लेकिन मेरे पिता के नाम का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। मैं स्वयं कई वर्षों से भाजपा में सक्रिय हंू और अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभाले हुए हंू। वर्तमान में मैं राजस्थान मदरसा बोर्ड का सदस्य हंू। मैंने भी पुष्कर से टिकिट की मांग की है। हिन्दुओं के तीर्थ स्थल पुष्कर का मेरे पिता तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मेरे पिता ने कभी भी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया । मेरे पिता की छवि एकदम साफ सुथरी रही। यदि मुझे पुष्कर की सेवा करने का अवसर मिलता है तो मैं मेरे पिता के पदचिन्हों पर चल कर लोगों की सेवा करुंगा। मेरे पिता रमजान खान के प्रति आज भी पुष्कर के लोगों में आदर का भाव है।
भाजपा में तीन प्रमुख मुस्लिम दावेदारः
चूंकि रमजान खान ने पांच बार भाजपा उम्मीदवार के तौर पर पुष्कर से चुनाव लडा, इसलिए 7 दिसम्बर को होने वाले चुनाव में भी तीन प्रमुख मुस्लिम नेता दावेदारी जता रहे हैं। पिता के नाम पर फैय्याज खान तो हैं ही, साथ सलावत खान और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश महामंत्री मुंसिफ अली खान हैं। पुष्कर में करीब 50 हजार मुस्लिम मतदाता होने का दावा किया जाता है। सबसे बड़ा यह तर्क दिया जाता है कि मुस्लिम उम्मीदवार  होने से भाजपा को मुसलमानों के वोट भी मिल जाएंगे। यह बात अलग है कि गत बार भाजपा के उम्मीदवार सुरेश सिंह रावत ने पुष्कर से 42 हजार मतों से जीत दर्ज करवाई थी, तब कांग्रेस की उम्मीदवार श्रीमती नसीम अख्तर को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। पुष्कर से भाजपा का टिकिट वर्तमान विधायक सुरेश सिंह के अलावा प्रधान अशोक सिंह रावत, महंत सेवानंद गिरि, राजेन्द्र सिंह रावत, राजेन्द्र महावर आदि भी मांग रहे हैं। जबकि कांग्रेस की ओर से श्रीमती अख्तर के साथ पूर्व विधायक डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती, दामोदर शर्मा, हाजी जब्बार अली, मोहन सिंह रावत, श्रवण सिंह रावत आदि ने दावा जताया है। वहीं गत लोकसभा के उपचुनाव में घर -घर जाकर कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने वाले राजपूत समाज के रणजीत सिंह नौसल अपना मजबूत दावा पेश कर रहे हैं।
एस.पी.मित्तल) (04-11-18)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
============
Print Friendly, PDF & Email

You may also like...