झगड़ों पर पर्दा डालने के लिए गहलोत और पायलट ने की चुनाव लड़ने की घोषणा। 
पायलट की गहलोत को खरी खरी। मेरा फैसला भी हाईकमान करेगा-रघु। 
किरोड़ी सबसे बडे़ अवसरवादी।
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राजस्थान में कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर जो झगड़ा फसाद हो रहा है उस पर पर्दा डालने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। गहलोत तो जोधपुर के सरदारपुरा क्षेत्र से ही सातवीं बार चुनाव लड़ेंगे, जबकि पायलट सवाई माधोपुर, दौसा अथवा अजमेर के किसी सुरक्षित स्थान से चुनाव लड़ सकते हैं। कांग्रेस के लिए इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि जब नामांकन की अंतिम तिथि 19 नवम्बर है तब 14 नवम्बर तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं हुई है। कांग्रेस के बड़े नेता कुछ भी तर्क दें, लेकिन सूची जारी नहीं होने से नेता और कार्यकर्ता निराश हैं, जबकि भाजपा के कार्यकर्ता प्रचार में आगे निकल गए हैं। कई स्थानों पर तो भाजपा उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। ऐसे में कांग्रेस के दावेदारों में सूची को लेकर असमंजस बना हुआ है। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस में बगावत भी झेलनी है। कांग्रेस के नेता विवाद न होने का कितना भी दावा करें, लेकिन विवाद तो 14 नवम्बर की प्रेस काॅन्फ्रेंस में भी सामने आ गया। सांसद हरीश मीणा को कांग्रेस में शामिल कर ने के लिए दिल्ली में जो प्रेस काॅन्फ्रेंस बुलाई गई, उसी में गहलोत ने मुस्कुराते हुए पत्रकारों से कहा कि मैं और सचिन पायलट दोनों ही विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि गहलोत और पायलट की उम्मीदवारों को लेकर प्रदेश की राजनीति में असमंजस बना हुआ था। चूंकि दोनों को ही मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जाता है, इसलिए दोनों की उम्मीदवारी महत्वपूर्ण थी। गहलोत अपने व्यंग्यात्मक तरीके से उम्मीदवारी की घोषणा की, लेकिन पायलटने गंभीरता के साथ कहा कि राहुल गांधी के आदेश और अशोक गहलोत के निवेदन पर मैंने चुनाव लड़ने पर सहमति दी है। पायलट ने साफ कर दिया कि वे गहलोत के कहने से ही चुनाव लड़ रहे हैं। गहलोत और पायलट के संबंधों के बीच निवेदन शब्द बहुत मायने रखता है।
हाईकमान करेगा मेरा फैसला-रघु:
गहलोत और पायलट की उम्मीदवारी पर से पर्दा हटने के बाद जब अजमेर के सांसद र घु शर्मा से उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो रघु शर्मा ने कहा कि मैं सांसद हंू, इसलिए मेरे बारे में फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। यदि चुनाव लड़ने के लिए कहा जाएगा तो मैं केकड़ी से  चुनाव लड़ूंगा।  राजस्थान में चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख रघु शर्मा ने कहा कि गहलोत और पायलट के चुनाव लड़ने की घोषणा से प्रदेश में कांगेस के कार्यकर्ताओं का उत्साह और बढ़ गया है। यह कांग्रेस की सरकार बनने के शुभ संकेत हैं। कार्यकर्ता अब और उत्साहित होकर चुनाव का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सूची में विलम्ब होने से कार्यकर्ताओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है।
किरोड़ी है अवसरवादी-रघु:
हरीश मीणा के कांग्रेस में शामिल होने पर भाजपा के राज्य सभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने प्रतिक्रिया दी कि हरीश मीणा अवसरवादी हैं। इसलिए चुनाव के ऐनमौके पर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। किरोड़ी की इस प्रतिक्रिया पर रघु शर्मा ने कहा कि किरोड़ी तो सबसे बड़े अवसरवादी नेता हैं। पहले भाजपा को छोड़कर अपनी राजपा बनाई और फिर हेलीकाॅप्टर में घूम कर विधानसभा का चुनाव लड़ा। कांग्रेस के शासन में अपनी पत्नी गोलमा देवी को मंत्री तक बनवाया। अब भाजपा में शामिल हो कर स्वयं राज्यसभा सांसद बने गए और पत्नी को विधानसभा का टिकिट दिलवा दिया है। इतना ही नहीं भाजपा में शामिल होने से पहले अलवर के लोकसभा उपचुनाव में भी अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनवाया था। डाॅ. किरोड़ी अपने स्वार्थों की वजह से राजनीति का चयन करते हैं।
एस.पी.मित्तल) (14-11-18)
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