मधुमक्खियां का दंड मकान मालिक पर।
निर्वाचन विभाग ने छत्ता हटाने के लिए नोटिस जारी किया।
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राजस्थान में निर्वाचन विभाग को शांतिपूर्ण मतदान के लिए क्या-क्या जतन करने पड़ रहे हैं, इसका अंदाजा जालौर जिले की बागौड़ा तहसील के भालनी ग्राम के मतदान केन्द्र से लगाया जा सकता है। तहसीलदार और सहायक निर्वाचन अधिकारी ने मतदान केन्द्र के निकट के मकान मालिक मालाराम माली को एक नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में कहा गया है कि उन्होंने जब भालनी मतदान केन्द्र का निरक्षण किया तो पता चला कि आपके मकान पर मधुमक्खियों का छत्ता लगा हुआ है। चूंकि 7 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। मतदान के दौरान मतदाताओं की भीड़ भी रहेगी। इस दौरान यदि मधुमक्खियों ने मतदाताओं पर आक्रमण किया तो मतदान प्रभावित होगा तथा अनहोनी घटना घटित हो सकती है। इसलिए तीन दिन में मकान से मधमुक्खियों का छत्ता हटाकर निर्वाचन विभाग को सूची किया जाए। छत्ता हटाने का खर्चा मकान मालिक स्वयं को वहन करना होगा। यदि मधुमक्खियों का छत्ता नहीं हटाया जाता है तो अनहोनी की जिम्मेदारी आपकी होगी। यह नोटिस 14 नवम्बर को जारी किया गया है। लेकिन मकान मालिक के यह समझ में नहीं आ रहा कि मधुमक्खियों का दंड उसे क्यों दिया जा रहा है? छत्ता लगाने में उसकी कोई भूमिका नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो मधुमक्खियों के छत्ते को शुभ माना जाता है।