रामेश्वर डूडी को पिता मानने वाली स्पर्धा च ौधरी कांग्रेस से निष्कासित। कांग्रेस में बगावत का दौर जारी।
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कांग्रेस की जिस महिला नेत्री स्पर्धा च ौधरी की वजह से राजस्थान में प्रति पक्ष के नेता रामेश्वर डूडी विवादों में आए, उस स्पर्धा च ौधरी को 17 नवम्बर को 6 साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया है। स्पर्धा पर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने का आरोप है। स्पर्धा को फुलेरा से टिकिट मिले, इसको लेकर डूडी ने जयपुर से लेकर दिल्ली तक में जमकर पैरवी की । कहा तो यह तक जा रहा है कि स्पर्धा और कुछ अन्य जाट दावेदारों को लेकर डूडी का प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से विवाद भी हो गया। इसी बीच मीडिया खास कर सोशल मीडिया में डूडी और स्पर्धा के संबंधों को लेकर अनेक खबरें सामने आईं। इन्हीं खबरों के बीच स्पर्धा ने एक अखबार में इंटरव्यू देकर कहा कि रामेश्वर डूडी रिश्ते में मेरे माया ससुर लगते हैं और मैं उन्हें पिता तुल्य मानती हंू। फुलेरा से मेरी दावेदारी को कमजोर करने के लिए अनर्गल बातें की जा रही हैं। मैं पिछले कई वर्षों से फुलेरा में सक्रिय हंू और मेरा दावा मजबूत है। हालांकि अभी तक फुलेरा में कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित नहीं हुआ है, लेकिन टिकिट करने की आशंका के मद्देनजर 16 नवम्बर को स्पर्धा और उनके समर्थकों ने दिल्ली में 15 जीआरजी के बाहर हंगामा किया। पूर्व सीएम अशोक गहलोत जब बाहर आए तो नारेबाजी भी की गई। समर्थकों की इस हरकत को अनुशासनहीनता मानते हुए स्पर्धा को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया। निष्कासित के पीछे पायलट की नाराजगी भी रही। 17 नवम्बर को ही कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में विद्याधर च ौधरी को फुलेरा से उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
बगावत का दौर जारीः
17 नवम्बर को भी कांग्रेस में प्रदेशभर में बगावत का दौर जारी रहा। कोटा के कांगे्रस कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। इसी प्रकार दूदू से बाबूलाल नागर को टिकिट देने के लिए जयपुर में पीसीसी कार्यालय के बाहर समर्थकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। समर्थकों का कहना था कि दूदू से नागर ही चुनाव जीत सकते हैं। उनके विरोधियों ने साजिश कर हाईकोर्ट में अपील करवा कर बलात्कार के मामले में नोटिस जारी करवा दिया। जबकि निचली अदालत से इसी आरोप में नागर बरी हो चुके हैं। अजमेर में भी सिंधी समुदाय के लोगों ने प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनका पुतला जलाया। अजमेर उत्तर क्षेत्र से दीपक हासानी को उम्मीदवार न बनाए जाने के विरोध में सिंधी समुदाय के लोग पायलट के खिलाफ नाराजगी जता रहे हैं। पायलट का लगातार दूसरे दिन भी अजमेर में पुतला जलाया गया।