नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए ख्वाजा साहब की दरगाह में दुआ।

नरेन्द्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए ख्वाजा साहब की दरगाह में दुआ।
पीएम की चादर पेश। गरीब नवाज यूनिवर्सिटी के भवन का शिलान्यास।
नहीं दिखे भाजपाई। सीपी जोशी भी नहीं आए। छाए रहे पठान।
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6 मार्च को अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में नरेन्द्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए दुआ की गई। इस अवसर पर दरगाह परिसर खचाखच भरा हुआ था। ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में प्रधानमंत्री की ओर से चादर पेश किए जाने की परंपरा है। इसी परंपरा को निभाते हुए छह मार्च को दरगाह में नरेन्द्र मोदी की ओर से पवित्र मजार पर चादर पेश की गई। चादर पेश करने के समय खादिमों की दोनों संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सूफी परंपरा के अनुरूप मखमली चादर पवित्र मजार पर पेश करते हुए नरेन्द्र मोदी को दोबारा से देश का प्रधानमंत्री बनवाने की दुआ की। अंजुमन सैयद जादगान के अध्यक्ष मोइन सरकार, सचिव सैय्यद वाहिद हुसैन अंगारा शाह, अंजुमन शेखजादगान के सदर जर्रार चिश्ती, सचिव डाॅ. अब्दुल माजिद चिश्ती, दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान आदि ने नकवी की दुआ कबूल करने की गुजारिश की। यह पहला अवसर रहा जब प्रधानमंत्री की चादर पेश होने के मौके पर खादिमों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। सभी ने पीएम मोदी के स्वस्थ रहने की भी दुआ की। इस मौके पर नकवी ने दरगाह परिसर में ही प्रधानमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया। मोदी ने कहा कि ख्वाजा साहब भारत की महान आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतीक हैं। गरीब नवाज द्वारा की गई मानवता की सेवा भविष्य की पीढ़ियों की प्रेरणा बनी रहेगी। मोदी ने उर्स के मौके पर ख्वाजा साहब के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। ख्वाजा साहब का छह दिवसीय दिवसीय उर्स चांद दिखने पर सात या आठ मार्च से शुरू होगा। इस बार खादिमों के प्रतिनिधियों द्वारा चादर चढ़ाए जाने को लेकर व्यापक सराहना हो रही है। दरगाह में खादिम समुदाय ही धार्मिक रस्म पूरी करता है। तीन दिन पहले ही खादिमों के प्रतिनिधियों को दिल्ली बुलाकर प्रधानमंत्री ने चादर सौंपी थी।
यूनिवर्सिटी के भवन का शिलान्यास:
केन्द्रीय मंत्री नकवी ने छह मार्च को कायड़ विश्राम स्थली पर गरीब नवाज यूनिवर्सिटी के भवन का शिलान्यास भी किया। इस अवसर पर दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान ने बताया कि पहले चरण में इस यूनिवर्सिटी पर दस करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी। यूनिवर्सिटी अस्सी बीधा भूमि पर बनाई जा रही है। यूनिवर्सिटी के भवन का खर्च जनसहयोग से एकत्रित किया जाएगा। यूनिवर्सिटी में पचास प्रतिशत मुस्लिम तथा पचास प्रतिशत अन्य जातियों के विद्यार्थी अध्ययन कर सकेंगे। इस समारोह में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी को भी आना था, लेकिन किन्हीं कारणों से जोशी नहीं आए। जोशी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं।
नहीं दिखे भाजपाई: 
प्रधानमंत्री की ओर से छह मार्च को जब दरगाह में चादर पेश की गई तब अजमेर भाजपा का कोई बड़ा पदाधिकारी उपस्थित नहीं रहा। देहात भाजपा अध्यक्ष प्रो बीपी सारस्वत ने कहा कि वे उदयपुर में है जबकि शहर अध्यक्ष शिव शंकर हेड़ा का कहना रहा कि वे दिल्ली में हैं। लेकिन हेड़ा ने कहा कि भाजपा के अन्य पदाधिकारियों को चादर की रस्म में शामिल होने के लिए कहा गया था। कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचा इस बारे में वे जानकारी एकत्रित करेंगे। शहर के दोनों भाजपा विधायक वासुदेव  देवनानी और श्रीमती अनिता भदेल भी उपस्थित नहीं थे। भाजपा नेताओं की गैर मौजूदगी राजनीतिक चर्चा बनी हुई है।
छाए रहे अमीन पठान:
छह मार्च को पीएम मोदी की चादर और यूनिवर्सिटी के भवन के शिलान्यास के समारोह में दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान छाए रहे। असल में पठान की पहल पर ही खादिमों के प्रतिनिधियों को प्रधानमंत्री आवास पर आमंत्रित किया गया था। यही वजह रही कि छह मार्च को खादिमों के प्रतिनिधियों ने उत्साह के साथ प्रधानमंत्री की चादर पवित्र मजार पर पेश करवाई। पठान की कार्यप्रणाली की प्रशंसा केन्द्रीय मंत्री नकवी ने भी की है। पठान के प्रयासों से ही छह मार्च को ही नकवी ने सिविल लाइन स्थित ख्वाजा माॅडल स्कूल के परिसर में एक डिस्पेंसरी का उद्घाटन भी किया।
एस.पी.मित्तल) (06-03-19)
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