आखिर खोले जा रहे बीसलपुर बांध के रेडियल गेट।
by
Sp mittal
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August 19, 2019
आखिर खोले जा रहे बीसलपुर बांध के रेडियल गेट।
6 हजार क्यूसेक पानी की निकासी।
बनास नदी के किनारे बसे 54 गांवों में अलर्ट।
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अजमेर के शहरी क्षेत्रों में अभी भी भले ही तीन दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई हो रही हो, लेकिन बीसलपुर बांध से 6 हजार क्यूसेक पानी निकालने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 19 अगस्त को दोपहर तीन बजे बांध का जल स्तर पर 315.50 मीटर मापा गया। चूंकि बांध की भराव क्षमता भी इतनी है, इसलिए तय कार्यक्रम के अनुसार बांध के दो गेट खोले जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले दौर में बांध से 6 हजार क्यूसेक पानी की निकासी होगी, बांध में रेडियल तकनीक के 18 गेट लगे हैं, लेकिन फिलहाल दो गेट ही खोले जा रहे हैं। यदि पानी की आवक बढ़ती है तो दो से अधिक गेट भी खोले जा सकते हैं। बांध के जल स्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि त्रिवेणी पर दो मीटर से भी कम का गेज रह गया है, इसलिए पानी की आवक बहुत कम है। फिलहाल मौसम विभाग ने भी वर्षा की चेतावनी नहीं दी है। बीसलपुर बांध के गेट खुलने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए टोंक के जिला प्रशासन ने बनास नदी के किनारे बसे 54 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। असल में बनास नदी को बीसलपुर बांध में रोककर बांध का निर्माण किया गया है। गत तीन वर्षों में यह पहला अवसर है, जब बांध का पानी बीसलपुर गांव से आगे बनास नदी में जाएगा। वर्ष 2016 में बांध के भरने पर गेट खोले गए थे। बनास नदी का मिलन आगे चलकर चम्बल नदी में होता है। चूंकि बांध से तेज रफ़्तार से पानी की निकासी होगी, इसलिए ग्रामीणों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है।
अजमेर की सप्लाई पर निर्णय नहीं:
एक ओर बीसलपुर बांध से पानी की निकासी हो रही है तो दूसरी ओर अजमेर में पेयजल की सप्लाई के अंतराल को कम करने का निर्णय अभी तक भी जलदाय विभाग ने नहीं लिया है। बीसलपुर बांध ही अजमेर की पेयजल सप्लाई का एक मात्र स्त्रोत है। बांध में पानी की कमी के चलते हुए अजमेर के शहरी क्षेत्रोंमें तीन दिन में तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दस दिन में एक बार पेयजल सप्लाई निर्धारित की गई। लेकिन अब जब बीसलपुर बांध क्षमता के अनुरूप भर गया है, तब भी अजमेर में सप्लाई के अंतराल को कम नहीं किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो इस संबंध में सरकार के स्तर पर कोई निर्णय होना है।