शरद पवार के इरादों को 20 नवम्बर को ही ब्लॉग संख्या 6230 में लिख दिया था।
शरद पवार के इरादों को 20 नवम्बर को ही ब्लॉग संख्या 6230 में लिख दिया था।
महाराष्ट्र के भाजपा के प्रभारी महासचिव भूपेन्द्र यादव पहले दिन से ही आश्वस्त थे।
महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव से मेरा संवाद दीपावली के मौके पर 28 अक्टूबर को हुआ था। चूंकि यादव मेरे प्रति हमेशा स्नेह भाव रखते हैं, इसलिए मैंने दीपावली की शुभकामनाएंओं के साथ कहा आपको महाराष्ट्र में सरकार बनवाने में सफलता मिले। तब मैंने यह बात इसलिए कही थी कि 24 अक्टूबर को परिणाम आने के साथ ही शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक दिया था। शिवसेना के नेताओंके बयानों से लग रहा था कि भाजपा की सरकार बनना मुश्किल हैं। आमतौर पर भूपेन्द्र यादव बहुत कम बोलते हैं, लेकिन मेरी शुभकामनाओं के जवाब में यादव ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार ही बनेगी। भाजपा की सरकार को लेकर कोई संकट नहीं है। यह विवाद तो मीडिया ने फैला रखा है। मुझे नहीं पता कि 28 अक्टूबर यानि 23 नवम्बर से 27 दिन पहले एनसीपी के अजीत पवार भाजपा के सम्पर्क में थे या नहीं, लेकिन भूपेन्द्र यादव के कथन से साफ जाहिर था कि वे भाजपा की सरकार बनने को लेकर आश्वस्त हैं। ऐसा आत्म विश्वास बहुत कम नेताओं में होता है। मैं यहां यह भी लिखना चाहता हंू कि आज भूपेन्द्र यादव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह के सबसे भरोसेमंद महासचिव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यादव की कार्यशैली के प्रशंसक हैं। 27 दिन पहले यादव ने जो आत्म विश्वास दिखाया, उसी के अनुरूप 23 नवम्बर को देवेन्द्र फडऩवीस ने मुख्यमंत्री पद की शथ्प ले ली। भले ही शपथ फडऩवीस ने ली हो, लेकिन सबसे ज्यादा खुशी और आत्म संतोष प्रभारी महासचिव भूपेन्द्र यादव का हो रहा है क्योंकि महाराष्ट्र के घटनाक्रम भूपेन्द्र यादव की महत्वपूर्ण भूमिका है।
20 नवम्बर को ही लिखा दिया था:
एनसीपी के नेता शरद पवार महाराष्ट्र में भाजपा की ही सरकार बनवाएंगे, इस बात को मैंने 20 नवम्बर को अपने ब्लॉग संख्या 6230 में लिख दिया था। मेरा यह ब्लॉक सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर देखा जा सकता है। यह ब्लॉग मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शरद पवार की मुलाकात के संदर्भ में लिखा था। 20 नवम्बर को ही पवार ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। जब महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर घमासान मंचा हुआ हो, तब मुलाकात के बाद शरद पवार का कहना रहा कि महाराष्ट्र के किसानों की समस्याओं को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन दिया गया है। हालांकि पवार का यह बयान किसी के भी गले नहीं उतरा। इसलिए मैंने लिखा था कि किसानों की समस्याओं पर ही शरद पवार महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनवाएंगे। पवार की मंशा के अनुरूप ही 23 नवम्बर को भाजपा के देवेन्द्र फडऩवीस ने मुख्यमंत्री और पवार के भतीजे अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अब चाहे शरद पवार कुछ भी सफाई दें, लेकिन कांग्रेस का भी मानना है कि अजीत पवार की योजना में शरद पवार की मिली भगत रही है। शरद पवार की सहमति के बगैर एनसीपी में इतनी बड़ी टूट नहीं हो सकती है।
https://play.google.com/store/
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in