केन्द्र सरकार ने राजनीतिक द्वेषतावश राजस्थान का पैसा रोक रखा है-सीएम गहलोत।

केन्द्र सरकार ने राजनीतिक द्वेषतावश राजस्थान का पैसा रोक रखा है-सीएम गहलोत।
सड़क विकास में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए केन्द्र सरकार ने 184 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि दी है-डिप्टी सीएम सचिन पायलट।
एक ही दिन में केन्द्र पर मुख्यमंत्री और उपमुख्मंत्री की अलग अलग राय। 

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राजस्थान के राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने औंकार सिंह लखावत को चौथे उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतार कर जहां कांग्रेस के खेमे में खलबली मचा दी है, वहीं 14 मार्च को नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की भाजपा सरकार पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की अलग अलग राय सामने आई है। 14 मार्च को पायलट ने जयपुर में मीडिया को जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में प्रदेश में उल्लेखनीय कार्य हुआ है, इससे खुश होकर केन्द्र सरकार 184 करोड़ रुपए प्रोत्साहन राशि के तौर पर दिए हैं। चूंकि इस योजना में ग्रामीण सड़कों का नवीनीकरण, उपग्रेडेशन आदि कार्य सफलतापूर्वक किया गया, इसलिए केन्द्र से समय-समय पर हिस्सा राशि भी मिल गई। इतना ही नहीं 2100 करोड़ रुपए हाल में और स्वीकृत किए गए हैं। पायलट का कहना रहा कि केन्द्र के सहयोग से प्रदेश में सड़क विकास का काम तेजी से हो रहा है। 6 गांव-ढाणी तक सड़कें बनने से ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था पर भी अनुकूल असर पड़ा है। उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री भी हैं। केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की क्रियान्विति पायलट के अधीन आने वाला निर्माण विभाग ही करता है। पायलट का यह बयान बताता है कि केन्द्र की जिन योजनाओं में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। उनमें केन्द्र सरकार प्रोत्साहन राशि तक दे रही है। राज्य को उसके हिस्से की राशि देने में कोई राजनीतिक भेदभाव नहीं हो रहा है। लेकिन वहीं 14 मार्च को ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद जिले के देवगढ़ में एक सरकारी समारोह में केन्द्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया। गहलोत ने कहा कि राजनीतिक द्वेषता की वजह से केन्द्र ने राजस्थान का पैसा रोक रखा है, जिससे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। गहलोत ने प्रदेशवासियों की मुसीबतों के लिए नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र की भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है।
राज्यसभा चुनाव:
राजस्थान में भी तीन सदस्यों के लिए राज्यसभा के चुनाव 26 मार्च को होने हैं। संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस के दो तथा भाजपा का एक सदस्य चुना जाना तय है, लेकिन भाजपा ने औंकार सिंह लखावत को चौथे उम्मीदवार के तौर पर खड़ा कर कांग्रेस को संकट में डाल दिया है। कांग्रेस की राजनीति में डिप्टी सीएम पायलट को असंतुष्ट माना जा रहा है। खबरों के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवारों को तय करने में भी पायलट की राय को दरकिनार किया गया। भाजपा को उम्मीद हैं कि कांग्रेस के असंतोष का फायदा उसे मिलेगा।
(एस.पी.मित्तल) (15-03-2020)
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