नई बताकर पुरानी डेमो कार बेचने के मामले में नया मोड़।

नई बताकर पुरानी डेमो कार बेचने के मामले में नया मोड़।
मारुति के अजमेर के डीलर ने तो पुरानी कार मात्र ढाई लाख रुपए में ही बेची थी। 

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अजमेर में मारुति कारों के अधिकृत डीलर अजमेर ऑटो एजेंसी के मालिक सर्वेश्वर सहगल और उनके पुत्र भावुक सहगल द्वारा एक ग्राहक को नई कार बताकर 8 वर्ष पुरानी डेमो कार बेचने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। हालांकि अदालत के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने डीलर के विरुद्ध आईपीसी की धारा 406 व 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। डीलर के विरुद्ध अजमेर के वैशाली नगर, छतरी योजना निवासी वैभव माथुर ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। लेकिन वहीं मारुति के डीलर सर्वेश्वर सहगल का कहना है कि मामला दर्ज करवाते समय तथ्यों को छिपाया गया है। हमने ग्राहक माथुर को मारुति के दिशा निर्देशों के अनुरूप पुरानी कार ही बेची है। हमारे पुष्कर रोड स्थित ट्रू वेल्यू के शो रूम पर पुरानी कारों को ही बेचा जाता है। वैभव माथुर को भी इसी शो रूम से मारुति एसएक्स फोर पुरानी कार मात्र ढाई लाख रुपए में बेची गई। कार की सुपुर्दगी के समय ग्राहक को बताया गया कि यह डेमो कार 8 वर्ष पुरानी है तथा डेढ़ लाख किलोमीटर चल चुकी है। इतना ही नहीं जब 2017 में कार बेची तब यह भी बताया कि यह कार 2010 मॉडल की है। कार की सुपुर्दगी देते समय कार के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई थी। कंपनी की ओर से कार के रजिस्ट्रेशन का भी प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन ग्राहक ने मुम्बई में रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कही। अब चूंकि मुम्बई में आवेदन किया जा चुका है, इसलिए अजमेर के परिवहन कार्यालय में भी रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। सहगल ने सवाल उठाया कि 2010 मॉडल की डेढ़ लाख किलोमीटर चली कार 2017 में कोई ग्राहक नई कार समझ कर क्यों खरीदेगा? उस समय एसएक्स फोर कार की कीमत 10 लाख रुपए थी। कार पुरानी थी, इसलिए ढाई लाख रुपए में दी गई। सहगल ने कहा कि हमारे पास पुरानी कार की बिक्री के सभी दस्तावेज हैं, जिन्हें पुलिस जांच में प्रस्तुत किया जाएगा। हम गत 30 वर्षों से मारुति कारों के अधिकृत डीलर हैं। ग्राहकों के विश्वास की वजह से हमारी कंपनी की प्रतिष्ठा है। सहगल ने कहा कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी कंपनी के पुष्कर रोड स्थित पुरानी कारों के शो रूम पर आकर ली जा सकती है। इस मामले में मोबाइल नम्बर 9829071200 पर सहगल से ली जा सकती है।
आरोपों पर कायम:
वहीं पुलिस में मामला दर्ज करवाने वाले वैभव माथुर ने कहा कि वे अपने आरोपों पर कायम है। चूंकि कोतवाली पुलिस न्यायालय के आदेश से जांच पड़ताल कर रही है, इसलिए वे अपना पक्ष पुलिस के जांच अधिकारियों के समक्ष ही रखेंगे।
(एस.पी.मित्तल) (15-03-2020)
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