राहुल गांधी चाहते हैं कि केरल के सीएम विजयन को ईडी गिरफ्तार कर ले। वायनाड में राहुल गांधी की जीत पर संशय। आखिर अरविंद केजरीवाल जेल में कौनसी राजनीति कर रहे हैं?

20 संसदीय क्षेत्र वाले केरल में 26 अप्रैल को मतदान होना है। सभी सीटों पर एक साथ मतदान होगा। देश में केरल एकमात्र राज्य है जहां वाम दल की सरकार है। वाम दल को सबसे ज्यादा सीट केरल से ही मिलने की उम्मीद है, लेकिन इस उम्मीद में कांग्रेस सबसे बड़ा रोड़ा है। कांग्रेस को भी केरल से ही सबसे ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस और वाम दल भले ही इंडिया गठबंधन के अंतर्गत दिल्ली में एक साथ बैठते हो, लेकिन केरल में एक दूसरे को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। मुस्लिम और ईसाई आबादी वाले केरल में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी स्वयं भी वायनाड से उम्मीदवार है। इस बार वामदल ने जो रणनीति तैयार की है, उसे राहुल गांधी की जीत पर भी संशय हो गया है। राहुल ने अभी तक भी यूपी के अमेठी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है। यदि राहुल गांधी वायनाड से चुनाव जीतने में विफल रहते हैं तो फिर वे सांसद भी नहीं रह पाएंगे। वामदलों की रणनीति का गुस्सा राहुल गांधी अब केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर उतार रहे है। राहुल गांधी का कहना है कि ईडी जब झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेज सकती है, तब केरल के सीएम को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? राहुल का आरोप है कि केरल में वामदल भाजपा की मदद कर रहे है, इसलिए ईडी विजयन को गिरफ्तार नहीं कर रही है। राहुल गांधी जिस तरह सीएम विजयन पर व्यक्तिगत हमले कर रहे है उससे विजयन खफा है। अपनी गिरफ्तारी के संदर्भ में विजयन ने कहा कि राहुल गांधी की दादी जी इंदिरा गांधी ने भी आपातकाल में उन्हें डेढ़ वर्ष तक जेल में रखा था। उन्हें जेल जाने का अनुभव है, इसलिए वे जेल जाने से डरते नहीं है। विजयन ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी तो कांग्रेस की मदद से ही हुई है। शराब घोटाले में सबसे पहले कांग्रेस ने ही केजरीवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। विजयन ने कहा कि राहुल गांधी अल्पसंख्यकों के हमदर्द बनने का नाटक करते हैं। यदि सही में हमदर्दी होती तो कांग्रेस के घोषणा पत्र में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली का वादा किया जाता। विजयन ने कहा कि 370 को हटाने के समय भी कांग्रेस ने कड़ा विरोध नहीं किया। यहां उल्लेखनीय है कि 2019 में केरल में कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। लेकिन इस बार वामदलों ने कांग्रेस के खिलाफ तगड़ी रणनीति बनाई है। 
केजरीवाल की राजनीति:
दिल्ली के बहुचर्चित शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद है, लेकिन जेल में भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पहले कहा गया कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे, लेकिन सुरक्षा और जेल नियमों के कारण जेल से सरकार नहीं चलाई जा सकी तो अब केजरीवाल अपनी जान खतरे में डालकर जमानत पर जेल से बाहर आना चाहते हैं। केजरीवाल हाई डायबिटीज के पेशेंट है, इसलिए उन्हें स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना पड़ता है, लेकिन केजरीवाल जानबूझकर अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है ताकि स्वास्थ्य कारणों की वजह से जमानत मिल सके। केजरीवाल को खाने से पहले इंसुलिन लेनी पड़ती है। लेकिन केजरीवाल इंसुलिन लेने के बजाए आम का सेवन कर रहे है ताकि उनकी डायबिटीज का लेवल बहुत ऊंचा हो जाए। समझ में नहीं आता कि आखिर केजरीवाल कौन सी राजनीति कर रहे हैं? शराब घोटाले में जांच एजेंसियों के पास भ्रष्टाचार के पर्याप्त सबूत है, लेकिन फिर भी केजरीवाल स्वयं को ईमानदार मान रहे हैं। अदालतों ने भी माना है कि  जांच एजेंसियों के पास भ्रष्टाचार के पर्याप्त सबूत है, लेकिन फिर भी केजरीवाल स्वयं को आरोपी नहीं मानते। यदि एजेंसियों के पास सबूत नहीं होते तो केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को अदालतों से जमानत मिल जाती। 

S.P.MITTAL BLOGGER (21-04-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511

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