कोरोना में मदद के लिए सीएम गहलोत ने पीएम मोदी से गुहार लगाई। राजस्थान के तीन मंत्री लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के घर पहुंचे। राधा स्वामी सत्संग द्वारा तैयार 500 बैड का कोविड अस्पताल शुरू नहीं हो पा रहा है।
राजस्थान में कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालात के मद्देनजर 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की। सीएम ने मोदी से आग्रह किया कि ऑक्सीजन के टैंकरों को एयर लिफ्ट करवाया जाए, ताकि अस्पतालों में भर्ती मरीजों को समय पर सांस दी जा सके। सीएम गहलोत ने आग्रह किया कि प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या के अनुरूप सहायता दिलाई जाए। पीएम मोदी ने मदद का पूरा भरोसा दिलाया। 27 अप्रैल को ही प्रदेश के मंत्री शांति धारीवाल, बीडी कल्ला और रघु शर्मा दिल्ली प्रवास पर रहे। तीनों मंत्रियों ने सबसे पहले कोटा के सांसद और लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। तीनों मंत्रियों ने प्रदेश की स्थिति से बिरला को अवगत करवाया। तीनों मंत्रियों ने बिरला से आग्रह किया कि वे प्रभाव का इस्तेमाल कर राजस्थान की मदद करावें। सूत्रों के अनुसार तीनों मंत्रियों की उपस्थिति में बिरला ने कई केंद्रीय मंत्रियों से फोन पर बात की। तीनों मंत्रियों की इस मुलाकात को केन्द्र और राज्य के बीच चल रही खींचतान को कम करने वाला भी बताया जा रहा है। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा अक्सर केन्द्र पर हमला करते हैं। बिरला ने कहा कि राजस्थान के साथ राजनीतिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं होगा। केन्द्र सरकार पूरी मदद करवाई जाएगी। राज्य के तीनों मंत्रियों का केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल आदि से भी मिलने का प्रोग्राम है।अस्पताल शुरू नहीं हुआ:27 अप्रैल को भी जयपुर के निकट बीलवा में राधा स्वामी सत्संग परिसर में बनाया गया 500 बैड का कोविड सेंटर अस्पताल शुरू नहीं हो सका है। सरकार ने राधा स्वामी सत्संग वालों से अस्थाई तौर पर कोविड अस्पताल बनाने का आग्रह किया था। राजस्थान स्वामी संस्थान से जुड़े लोगों ने कड़ी मेहनत कर सत्संग हॉल में 500 बैड का अस्थाई अस्पताल का निर्माण कर दिया। लेकिन अब राज्य सरकार इस अस्पताल का उपयोग नहीं कर पा रही है। अस्पताल बने चार दिन गुजर गए लेकिन अभी तक भी मरीजों की भर्ती का काम शुरू नहीं हुआ है। असल में राज्य सरकार को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवानी है। लेकिन सरकार के पास पर्याप्त संसाधन नहीं होने की वजह से अस्पताल में मरीजों की भर्ती का काम शुरू नहीं हुआ है। ताजा संकट ऑक्सीजन की कमी का बताया जा रहा है। जानकार सूत्रों के अनुसार सरकारी अस्पतालों में भर्ती संक्रमित मरीजों को ही ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, ऐसे में नए अस्पताल को खोलकर मरीजों को ऑक्सीजन कैसे उपलब्ध करवाया जाएगा? इन दिनों जो भी संक्रमित मरीज आ रहे हैं, उन्हें ऑक्सीजन की जरुरत है। राधा स्वामी सत्संग से जुड़े लोग पिछले चार दिनों से मरीजों का इंतजार कर रहे हैं। भर्ती मरीजों के भोजन आदि की व्यवस्था भी राधा स्वामी सत्संग वालों की ओर से की जाएगी। मालूम हो कि बीलवा में 3 लाख लोगों के एक साथ बैठने की व्यवस्था है। इसलिए वाटर प्रूफ शेड में कोविड अस्पताल का निर्माण किया गया है। इस अस्पताल में पांच हजार बैड तक लगाए जा सकते हैं। वार्ड निर्माण और पलंग बनाने का काम भी संस्थान से जुड़े भामाशाह ही कर रहे हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (27-04-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511