अजमेर के मित्तल अस्पताल में एक दो दिन का संकट टला। ऑक्सीजन के 50 सिलेंडर जिला प्रशासन ने भी दिए। लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने में राज्यसभा सांसद भूपेन्द्र यादव भी सक्रिय हुए। कोरोना काल में अजमेर के आठ डॉक्टरों से संपर्क किया जा सकता है, मोबाइल नम्बर जारी।

अजमेर के पुष्कर रोड स्थित निजी क्षेत्र के मित्तल अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट एक दो दिन टल गया है। इससे कोरोना संक्रमित भर्ती मरीजों ने भी राहत की सांस ली है। भर्ती मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने भी 4 मई को 50 सिलेंडर उपलब्ध करवाए। कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने अस्पताल प्रशासन से भी कहा है कि भर्ती मरीजों को परेशानी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि मौजूदा परिस्थितियों में मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट नहीं किया जा सकता है। मालूम हो कि मित्तल अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म एयर लिक्विड नॉर्थ इंडिया प्रा.लि. ने ऑक्सीजन सप्लाई में असमर्थता जताई है। देश के ऑक्सीजन प्लांटों पर केन्द्र सरकार का नियंत्रण होने के कारण ऐसा संकट हुआ है। इस बीच संबंधित फर्म से भी कुछ लिक्विड ऑक्सीजन 4 मई की रात तक उपलब्ध हो जाएगा। मित्तल अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अब ऑक्सीजन का संकट एक दो दिन के लिए टल गया है। लेकिन यदि ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार नहीं हुई तो मरीजों को भर्ती रखना संभव नहीं होगा। अजमेर के लोगों ने मित्तल अस्पताल की सेवाओं पर हमेशा भरोसा जताया है। हम चाहते हैं कि यह भरोसा कायम रहे। सेवा करने का जज्बा बरकरार है, लेकिन ऑक्सीजन की उपलब्धता हमारे हाथ में नहीं है। कोरोना काल में लोगों की परेशानी को देखते हुए ही संक्रमित मरीजों के लिए आईसीयू वार्ड की शुरुआत की थी। वेंटिलेटर वाले मरीज को सामान्य मरीज से प्रति घंटा 20 गुना ऑक्सीजन की जरुरत होती है। चूंकि अब ऑक्सीजन पर सरकार का नियंत्रण हो गया है, इसलिए सरकार को ही ऑक्सीजन उपलब्ध कराने है। ऑक्सीजन उपलब्ध होने पर ही मरीजों का इलाज संभव है।दिल्ली में भूपेन्द्र यादव सक्रिय:अजमेर के मित्तल अस्पताल को पहले की तरह ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए दिल्ली में राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव सक्रिय हो गए हैं। यादव ने बताया कि उन्होंने केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गायेल से दो बार बात की है। गोयल ने समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया है। यादव ने कहा कि मित्तल अस्पताल में अजमेर जिले के ही मरीज भर्ती हैं, इसलिए जिला प्रशासन को भी सिलेंडर उपलब्ध करवाने चाहिए। प्रशासन जिस प्रकार अन्य निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाता है, उसी प्रकार मित्तल अस्पताल को ऑक्सीजन उपलब्ध करवानी चाहिए। यदि कोरोना काल में संक्रमित मरीजों का इलाज मित्तल अस्पताल में होता है तो यह एक तरह से सरकार को ही सहयोग करना है।डॉक्टरों के मोबाइल नम्बर:नेशनल मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन की अजमरे शाखा ने जिले के 8 वरिष्ठ चिकित्सकों के मोबाइल नम्बर जारी किए हैं। शाखा के प्रतिनिधि डॉ. दीपक भाकर ने बताया कि कोरोना काल में मानसिक संतुष्टि भी अहम है। कोई चिकित्सक मरीज से अच्छी तरह बात कर ले तो आधी बीमारी का इलाज हो जाता है। इन 8 डॉक्टरों से वाट्सएप के माध्यम से नि:शुल्क परामर्श लिया जा सकता है। डॉ. राजेश खत्री (9460707810) सुबह 11 से 1 बजे तक तथा शाम को साढ़े पांच से सात बजे तक, डॉ. चरण सिंह (7891967931) दोपहर 12 से 2 बजे तक, डॉ. धर्मेन्द्र नागपाल (7014141901) प्रात: 9 से 1 बजे तक, डॉ. रजनीश सक्सेना (9829113522) दोपहर 2 से 5 बजे तक, डॉ. अजय शर्मा (9414314845) सायं 5 से 7 बजे तक, डॉ. नंदलाल (9828552301) सायं 5 से 7 बजे तक, डॉ. दीपक भाकर (9461997996) सायं 7 से रात 9 बजे तक, डॉ. माधव गोपाल (9414227511) रात 10 से 11 बजे तक। S.P.MITTAL BLOGGER (04-05-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511

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