काश! हसीना जैसी हस्ती पुष्कर तीर्थ भी आए। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के इस्तकबाल में अजमेर में रातों रात बन गई चमचमाती सड़कें। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत शायद ही कर पाए शेख हसीना का वेलकम।

हिन्दुओं की आस्था के अनुरूप पुष्कर को तीर्थ गुरु माना जाता है। लेकिन यह तीर्थ गुरु स्थान पर अनी दुर्दशा  पर आंसू बहा रहा है। टूटी फूटी सड़कों की बात तो छोड़िए, पवित्र सरोवर में बरसात के दिनों में गंदा पानी गिरता है। जब कभी सीवरेज लाइन के चैम्बर उफन जाते हैं, तब श्रद्धालुओं को मल मूत्र वाले पानी से गुजर कर ही परिक्रमा करनी होती है। जिस सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी की वजह से पुष्कर तीर्थ गुरु कहलाया, उन ब्रह्माजी के मंदिर का हाल भी बुरा है। मंदिर भवन की मरम्मत के लिए केंद्रीय पुरातत्व विभाग ने जो 32 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है, उसे स्वीकृत करवाने का श्रेय नगर पालिका के अध्यक्ष कमल पाठ से लेकर कांग्रेस शासित प्रदेश के पर्यटन विकास विभाग के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ तक ले रहे हैं। जबकि 32 लाख रुपए ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र जैसे बुजुर्ग वीआईपी ब्रह्मा मंदिर के दर्शन इसलिए नहीं कर पा रहे हैं कि मंदिर में लिफ्ट या एस्केलेटर की सुविधा नहीं है। पुष्कर तीर्थ की दुर्दशा को देखते ुए ही यह कहा जा रहा है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जैसी हस्ती एक बार पुष्कर भी आए। शेख हसीना 8 सितंबर को ख्वाजा साहब की दरगाह की जियारत के लिए अजमेर आ रही है। पिछले 10 दिनों से हसीना के इस्तकबाल की तैयारियां हो रही हैं। हसीना का काफिला जिस सड़क से गुजरेगा, उस सड़क के सभी स्पीड ब्रेकर हटा दिए गए हैं, ताकि कार में हसीना को झटके न लगे। टूटी फूटी सड़कों को भी रातों रात चमचमाती सड़कों में बदल दिया गया है। स्ट्रीट लाइट से लेकर सभी सरकारी सुविधाएं दुरुस्त कर दी गई हैं। शेख हसीना दोपहर तीन बजे दरगाह जियारत करेंगी, लेकिन सुबह 10 बजे ही दरगाह परिसर को खाली करवा लिया जाएगा। इस दौरान आम जायरीन को जियारत भी नहीं करने दी जाएगी। जो जायरीन जियारत के लिए 8 सितंबर को आना चाहते हैं उन्हें हसीना की जियारत का ख्याल रखना चाहिए। शेख हसीना के प्रोटोकॉल के तहत प्रशासन और सरकार ने जो शानदार इंतजाम किए हैं उससे अजमेर के लोग आश्चर्यचकित हैं। कल तो जो प्रशासन पैसे का अभाव बताकर सड़कों की मरम्मत भी नहीं कर रहा था, वही प्रशासन अब पानी की तरह पैसा बहा रहा है। शेख हसीना की दरगाह जियारत पर करोड़ों रुपया खर्च होगा। प्रशासन के पास अब पैसों की कोई कमी नहीं है। 
गहलोत शायद ही कर पाएं वेलकम:
आमतौर पर जब किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष आते हैं तो संबंधित प्रदेश के मुख्यमंत्री भी स्वागत सत्कार करते हैं। शेख हसीना 8 सितंबर को दिल्ली से विशेष विमान से जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेगी। लेकिन जयपुर एयरपोर्ट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शायद ही उपस्थित रहें। गहलोत 6 सितंबर से ही केरल के कन्याकुमारी में हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हो रही है, इसलिए सीएम गहलोत कुछ दिन राहुल के साथ ही रहेंगे। हो सकता है कि गहलोत की अनुपस्थिति कोई वरिष्ठ मंत्री जयपुर एयरपोर्ट पर शेख हसीना का स्वागत करे। 

S.P.MITTAL BLOGGER (07-09-2022)
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